MP Lokayukta Big News : एमपी में मचा हड़कंप, कुंडालिया बांध घोटाले में 107 अफसरों पर केस दर्ज, बड़ी कार्रवाई
आगर मालवा और राजगढ़ जिले में हुए मुआवजे घोटाले में अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिससे अधिकारियों में खलबली मच गई है।
- 107 अफसरों और कर्मचारियों पर केस दर्ज
- मुआवजे में हुए घोटाले के बाद कार्रवाई तेज
- कुंडालिया बांध पुनर्वास घोटाला बन गया बड़ा मुद्दा
- MP में लोकायुक्त ने उठाया बड़ा कदम, 107 अफसरों पर केस दर्ज
MP Lokayukta Big News : आगर मालवा और राजगढ़ जिलों में हुए कुंडालिया बांध के पुनर्वास घोटाले में हाल ही में लोकायुक्त ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। इस घोटाले में अधिकारियों और कर्मचारियों पर मुआवजा घोटाले का आरोप लगा है।
इस मामले में अब तक 107 अफसरों और कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसमें कई बड़े नाम शामिल हैं, जिनमें 3 कलेक्टर, 4 डिप्टी कलेक्टर और 3 तहसीलदार भी शामिल हैं। यही नहीं, इस मामले में पटवारी, जल संसाधन विभाग के अधिकारी, इंजीनियरों सहित कई रिटायर अफसरों पर भी आरोप हैं।
क्या था कुंडालिया बांध पुनर्वास घोटाला?
कुंडालिया बांध को आगर मालवा और राजगढ़ जिले की सीमा पर 4600 करोड़ की लागत से बनाया गया था। इसके पुनर्वास के लिए मुआवजा योजना को लेकर कई घोटाले सामने आए हैं। 2016 से 2024 के बीच के समय में मुआवजे की राशि में गड़बड़ी की गई थी। कई अधिकारी और कर्मचारी इस घोटाले में शामिल थे, और अब लोकायुक्त की जांच में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। इन घोटालों के कारण राज्य सरकार ने तुरंत कार्रवाई की और 107 लोगों पर केस दर्ज कर लिया।
बड़ी कार्रवाई से अधिकारियों में मची हलचल
कुंडालिया बांध घोटाले में हुई कार्रवाई से अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़बड़ी का माहौल बन गया है। जांच के दौरान यह साफ हुआ है कि घोटाले में शामिल कई अधिकारी अब तक सरकारी तंत्र से जुड़े थे। ये खुलासे राज्य के प्रशासनिक ढांचे के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आए हैं। अधिकारियों में डर का माहौल है कि इस तरह के घोटालों में उनका नाम भी आ सकता है।
क्या है मुआवजे की गड़बड़ी?
घोटाले में मुआवजे की राशि में गड़बड़ी की गई थी, जिसमें कुछ भू-स्वामी और अधिकारी शामिल थे। मुआवजा योजना के तहत उन लोगों को राहत मिलनी चाहिए थी जिनकी ज़मीनों का अधिग्रहण किया गया था, लेकिन यहां पर कुछ लोगों को गलत तरीके से ज्यादा मुआवजा मिल गया। वहीं, कई असली प्रभावित लोगों को उनका उचित मुआवजा नहीं मिला।
पुलिस अधीक्षक ने कलेक्टर को केस से अवगत किया
लोकायुक्त कार्यालय उज्जैन की विशेष पुलिस स्थापना के पुलिस अधीक्षक ने आगर मालवा को कलेक्टर को केस से अवगत कराया है। कुंडालिया बांध के प्रभावितों से संबंधित विशेष पैकेज के अतर्गत अधिकारियों, इंजीनियरों, कर्मचारियों द्वारा अपने पद का फायदा उठाया है।
अधिकारियों के विरूद्ध केस दर्ज किया गया
और आपसी षड्यंत्र कर शासन को आर्थिक क्षति पहुंची है। कुल 107 अधिकारियों के विरूद्ध केस दर्ज किया गया। सभी आरोपियों पर अपराध क्रमांक 45, 2025 धारा.7, 13.1, 13.2 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संशोधन 2018 और 409, 420, 467, 468, 471, 120 भादंवि के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारी व इंजीनियर भी है शामिल
उज्जैन संभाग लोकायुक्त संगठन विशेष पुलिस स्थापना मामले की विवेचना में लगा हुआ है। इस घोटाले में 9 अधिकारी और इंजीनियर भी शामिल हैं। केस दर्ज होने के बाद सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके लिए लोकायुक्त पुलिस ने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को भी सूचित कर दिया है।
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