MP Police News : देश के 10 राज्यो की पुलिस कर रही है भोपाल के जवान के द्वारा ,बनाए गए सॉफ्टवेयर के उपयोग ,पुलिस को साइबर ठगी के मामले में मिल रही है बड़ी सफलता
इस वेबसाइट का उद्देश्य साइबर अपराधों की जांच को सरल और तेज बनाना है। साइबर अपराधों की इस बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए यह एक सॉफ्टवेयर गेम चेंजर का काम करेगा।
MP Police News : साइबर अपराधों को रोकने के लिए पुलिस काफी कोशिश कर रही है। एक ऐसी ही तकनीक सामने आई है जिसे साइबर क्राइम को रोका जा सकता है। साइबर अपराधों की इस बात थी घटनाओं को देखकर देश भर की पुलिस और जांच एजेंसियां कठिन से कठिन चुनौती का सामना कर रही हैं।
साइबर अपराधियों की जो तकनीक है वह उन्नति होती जा रही है।वहीं दूसरी तरफ पुलिस विभाग को इन अपराधियों का पता लगे और उन्हें पकड़ने के लिए जरूरी उपकरण और सॉफ्टवेयर की कमी महसूस हो रही है। इस समस्या को हल करने के लिए भोपाल के एक जवान ने एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है।
साइबर अपराधों की इस बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए यह एक सॉफ्टवेयर गेम चेंजर का काम करेगा।जिसके जरिए साइबर क्राइम को रोका जा सकता है। और साथ ही जांच की प्रक्रिया को आसान बनाया जा सकता है। इस जवान ने पुलिस को एक नई गति प्रदान की है।
Software or Website
भोपाल की साइबर क्राइम में एक सब इंस्पेक्टर भरत प्रजापति ने एक “InvestigationCamp.com” वेबसाइट और सॉफ्टवेयर तैयार किया है।जिसके जरिए देश भर के कई राज्यों की पुलिस साइबर अपराध को कम कर सकती है।इस वेबसाइट का उद्देश्य साइबर अपराधों की जांच को सरल और तेज बनाना है। साइबर अपराधों की इस बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए यह एक सॉफ्टवेयर गेम चेंजर का काम करेगा।
सॉफ्टवेयर की विशेषताएं
इस सॉफ्टवेयर की सबसे खास बात यह है।कि है पूरी तरह से मुक्त है और इसे इस्तेमाल करने के लिए किसी भी प्रकार की लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होगी। साथ ही यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म देगा।जहां एक साथ कई यूजर्स कम कर सकते हैं। जिससे जांच की प्रक्रिया को तेज बनाया जा सकता है।
Website में 8 फीचर्स
इन वेबसाइट में कुल आठ फीचर से शामिल है जो अपराधियों के पकड़ने में सहायक होते हैं इनमें से कुछ प्रमुख फीचर्स नीचे हैं
- कंप्यूटर और मोबाइल डिवाइस से डाटा एक्सेस : यह सॉफ्टवेयर साइबर अपराध से जुड़े कंप्यूटर और मोबाइल डिवाइस से डाटा प्राप्त करने में मदद करेगा इससे पुलिस आसानी से अपराधियों के डिवाइस से सारी जानकारी प्राप्त कर सकती है।
- नेटवर्क ट्रेसिंग : इस नेटवर्क ट्रेसिंग के द्वारा साइबर अपराधियों को की गतिविधि को ट्रेस करने के लिए वेबसाइट में एक शक्तिशाली नेटवर्क ट्रेकिंग फीचर मौजूद किया गया है। यह अपराधी के आईपी ऐड्रेस लोकेशन और अन्य नेटवर्क गतिविधियों को हैक करने में मदद करेगा। जिससे उसके ठिकाने का पता लगाया जा सकता है।
- सोशल मीडिया मॉनिटरिंग : इस फीचर्स के द्वारा पुलिस को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर हो रही धोखाधड़ी गतिविधियों को ट्रैक किया जा सकता है। यह अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखेगी। और उनकी पहचान करने में सहायता करेगा।
- क्रेडिट कार्ड और बैंकिंग ट्रांजैक्शन : कई साइबर क्राइम फर्जी बैंक खाते हो या क्रेडिट कार्ड के जरिए कई पैसे ऐड लेते हैं। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से पुलिस इन लेनदेन को ट्रैक कर सकती है।और ठगी करने वालों का पता लगा सकती है।
- डाटा का एनालिसिस और डिटेल रिपोर्ट जेनरेशन : इस सॉफ्टवेयर के द्वारा डाटा एनालिसिस करता है और एक पूरी रिपोर्ट तैयार करता है। जिससे पुलिस को अपराधी के खिलाफ सबूत प्राप्त करने में मदद मिलेगी। यह रिपोर्ट किसी भी अपराधी के खिलाफ मजबूत कैसे बनाने में सबसे सहायता प्रदान करेगी।
- अपराधियों के बैंक और डिजिटल ट्रांजेक्शन का पता लगाना : अपराधियों के बैंक खातों क्रेडिट कार्ड और डिजिटल वॉलेट्स का पता लगाने के लिए इस सॉफ्टवेयर को एक प्रमुख विशेषता दी गई है। इससे पुलिस को साइबर अपराधियों तक पहुंचाने का एक सबसे अच्छा साधन मिल जाएगा।
- स्मार्टफोन डाटा एक्सटेंशन : स्मार्टफोन से डाटा निकालने के लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। जिससे पुलिस द्वारा अपराधी के फोन से उसकी महत्वपूर्ण जानकारी निकल जा सकती है।
- वेबसाइट और एप्लीकेशंस की पहचान : सॉफ्टवेयर संदिग्ध वेबसाइट और एप्लीकेशन की पहचान करने में सबसे ज्यादा मदद करता है जिनका इस्तेमाल साइबर ठगी में सबसे ज्यादा किया जाता है।
सॉफ्टवेयर की महत्वपूर्णता
यह सॉफ्टवेयर इसलिए जरूरी है।क्योंकि साइबर अपराध बहुत ही जटिल होता जा रहा है। और इसे रोकना नामुमकिन समझ में आ रहा है ।इतने अलग हो गए हैं अपराधी कि वे खुद को छुपाने के लिए नई-नई तकनीक को इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। जिससे उन्हें पकड़ना काफी कठिन हो गया है। इस सॉफ्टवेयर के जरिए पुलिस को अपराधी को ट्रैक करने में सहायता मिलेगी।
और उनके खिलाफ सबूत भी जुटाए जा सकते हैं। इस सॉफ्टवेयर न केवल अपराधियों की पहचान करने में मदद करेगा। बल्कि अपराध को भी काम करेगा और इसके जरिए कानूनी कार्यवाही जल्द से जल्द की जा सकती है। अब तक पुलिस को साइबर अपराधों के मामले में अपनी जांच के लिए महंगे। सॉफ्टवेयर और उपकरणों पर लाखों रुपए खर्च करने पड़ते थे
लेकिन इस सॉफ्टवेयर के द्वारा आने से पुलिस विभाग को काफी राहत मिली है यह पूरी तरह से फ्री है और किसी भी प्रकार की लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है। इससे पुलिस की जांच प्रक्रिया को सरल बनाया जा सकता है।और यह काफी मदद भी करेगा।
पुलिस और नागरिकों के लिए फायदे
- पुलिस को इस सॉफ्टवेयर के द्वारा सुलभ और मुक्त समाधान दिया जा रहा है। इसके जरिए प्रक्रिया भी तेज होगी। और यह बजट में भी होगा।
- इस सॉफ्टवेयर की मदद से नागरिकों की सुरक्षा की जा सकती है। इससे साइबर ठगी के मामले को समय पर पकड़ा जा सकता है। और अपराधियों को सजा दी जा सकती है।
- यह सॉफ्टवेयर बड़े पैमाने पर डाटा का विश्लेषण कर सकता है ।जिससे कई मामलों की जांच एक साथ की जा सकती है। इससे समय की बचत भी होगी और परिणाम भी जल्दी मिलेगा।
सॉफ्टवेयर कैसे काम करेगा
इस सॉफ्टवेयर का उपयोग करना बेहद आसान होगा। पुलिस विभाग को इसकी वेबसाइट पर जाना होगा और एक बार रजिस्टर करना होगा। और फिर उन्हें आवश्यक डाटा और जानकारी प्रदान करनी होगी।
इसके बाद यह सॉफ्टवेयर अपनी विशेषताओं का उपयोग करके अपराधी की पूरी जानकारी जुटा लेंगे।और आपको देगा पुलिस अधिकारी जांच के दौरान मिले डाटा को फिल्टर किया जाएगा। और जानकारी ले ली जाएगी।इसके जरिए अपराधियों को आसानी से पकड़ा जा सकता है।
मेरा नाम राहुल श्रीवास्तव है मैं नरसिंहपुर जिले से हूं ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद कुछ समय मैं अखबारों में कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ-साथ समाचार लेखन का काम भी किया और अब तांडव मीडिया में समाचार लेखन का काम की नई शुरुआत कर रहा हूं मेरे द्वारा लिखे गए कंटेंट पूर्णता सत्य होंगे और आपको यह कंटेंट अच्छे लगेंगे।