MP Lokayukta Police : मंगलवार को लोकायुक्त पुलिस की धड़ाधड़ कार्यवाही अलग-अलग मामले में 206000 की रिश्वत लेते लेते रिश्वतखोरों को पड़ा

एसडीएम का चपरासी ,बिजली विभाग का जूनियर इंजीनियर ,राजस्व विभाग का आर आई और ग्राम पंचायत सचिव पर रिश्वत लेने के अपराध दर्ज किए हैं ।

MP Lokayukta Police : मध्य प्रदेश की लोकायुक्त पुलिस इस समय सिंघम स्टाइल में नजर आ रही है और रिश्वतखोरों पर टावर तोड़ कार्यवाही कर रही है मंगलवार के दिन भी ऐसा ही कुछ नजारा देखने मिला जहां पर चार अलग-अलग जगह पर मध्य प्रदेश की लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत कोर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

इन रिश्वतखोरों में  सचिव , आर आई ,जूनियर इंजीनियर और एसडीएम का चपरासी शामिल है इन चारों पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए इनको पैसा लेते हुए रंगे हाथों मध्य प्रदेश की लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ा है लिए आपको बताते हैं मंगलवार के दिन हुई बड़ी कर कार्यवाहियों के बारे में ।

पहला मामला

पहले कार्यवाही सागर लोकायुक्त की टीम ने की जिसमें टीकमगढ़ में कार्यवाही करते हुए ₹6000 की रिश्वत लेते हुए सचिन को गिरफ्तार किया किया था यह सचिव प्रधानमंत्री आवास योजना की किस्त डालने की अवज ₹6000 की मांग कर रहा था जिस पर सागर लोकायुक्त की टीम ने कार्यवाही करते हुए रंगे हाथों पकड़ा और भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही की।

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दूसरा मामला

जबलपुर लोकायुक्त पुलिस का है जहां पर लोकायुक्त पुलिस ने शाहपुरा डिवीजन अधिकारी के चपरासी जो वर्तमान में ड्राइवर का काम कर रहा था उसे डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है इस मामले में बासमती धान के भंडारण को लेकर एसडीएम द्वारा पीड़ित को नोटिस जारी कार्यवाही करने का डर दिखाया गया था ।

और और कार्यवाही न करने के लिए उसे ₹300000 की मांग की जा रही थी इस कार्यवाही के बाद लोकायुक्त पुलिस ने ड्राइवर को रंगे हाथों पैसे लेते हुए गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं के तहत मामला पंजीबद किया है इसके बाद रिश्वतखोर एसडीएम के ऊपर भी कार्यवाही करते हुए जिला प्रशासन ने  एसडीएम को भी निलंबित कर हटा दिया है

तीसरा मामला

मैहर जिले का है जहां पर ₹20000 की रिश्वत लेते हुए रीवा लोकायुक्त ने कार्यवाही करते हुए राजस्व निरीक्षक राघवेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है यह राजस्व निरीक्षक जमीन की सीमांकन करने के लिए पीड़ित से ₹50000 की मांग कर रहा था जिसमें वह पहले ही पीड़ित से ₹30000 की पहली किस्त ले चुका था और कल ₹20000 की दूसरी किस्त ले रहा था इसी दौरान लोकायुक्त पुलिस ने राजस्व निरीक्षक को धर दबोचा।

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चौथा मामला

यह मामला भी मैहर जिले का है जहां पर मध्य प्रदेश पूर्व विद्युत क्षेत्र वितरण कंपनी लिमिटेड में कार्यरत जूनियर इंजीनियर राकेश पटेल को ₹30000 की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है ।

यह रिश्वतखोरी का मामला जूनियर इंजीनियर राकेश पटेल ने राइस मिल संचालक सुनील कुमार कुशवाहा को बिजली चोरी के केस में फंसने की धमकी देकर 67000 की मांग की गई थी जिसकी शिकायत पीड़ित ने रीवा लोकायुक्त पुलिस से की थी और फिर रीवा लोकायुक्त पुलिस ने कार्यवाही करते हुए जूनियर इंजीनियर को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।

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