Mppsc Protest Update : MPPSC आंदोलन मे आया नया मोड़ तीन प्रमुख मांगों पर सहमति

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आंदोलनकारियों की तीन प्रमुख मांगों पर सहमति जताई है,

Mppsc Protest Update : मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) के खिलाफ अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। सैकड़ों अभ्यर्थी नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन (एनईवाययू) के बैनर तले आयोग कार्यालय के सामने अपनी मांगों को लेकर अडिग रहे। हालांकि,  मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आंदोलनकारियों की तीन प्रमुख मांगों पर सहमति जताई है,

तीन प्रमुख मांगों पर सहमति

  1. 87% के सारे रिजल्ट दिखाए जाएंगे: अभ्यर्थियों ने मांग की थी कि 87% सभी उम्मीदवारों के परिणाम पूरी पारदर्शिता के साथ जारी किए जाएं।
  2. मेन्स परीक्षा की कॉपी दिखाएंगे: मेन्स परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं अभ्यर्थियों को दिखाने की मांग की गई। इससे परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता की उम्मीद है।
  3. प्री के पेपर में नहीं होंगी गलतियां: परीक्षा के पेपर में गलतियों को रोकने और पूरी प्रक्रिया को त्रुटिहीन बनाने की बात कही गई।
यह भी पढिये :-
Saurabh Sharma News Mp : सौरभ शर्मा की मुसीबत और बढ़ी एक और बड़ा एक्शन,  54 किलो सोना  करोड़ों की नगदी का  मामला

प्रशासन का दबाव

धरने के तीसरे दिन जिला प्रशासन के अधिकारियों ने आंदोलनकारियों पर दबाव बनाने की पूरी कोशिश की। अधिकारियों ने धरना समाप्त करने के लिए चेतावनी दी और कार्रवाई करने की बात भी कही। इसके बावजूद अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों से समझौता करने से इनकार कर दिया।

कांग्रेस का समर्थन

धरना प्रदर्शन को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी का भी समर्थन मिला है। उन्होंने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने पर जोर दिया है। पटवारी ने कहा कि अभ्यर्थियों के साथ न्याय होना चाहिए और सरकार को उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

तीन मांगों पर सहमति दी

हालांकि मुख्यमंत्री ने तीन मांगों पर सहमति दी है, आयोग की ओर से अब तक कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया है। परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं दिखाने और रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्ति जैसे मुद्दों पर आयोग ने चुप्पी साध रखी है।

यह भी पढिये :-
MP Weather Update  : एमपी में मावठा की बारिश, मौसम में आई ठंडक,जानिए 25 और 26 दिसम्बर को कैसा रहेगा ठंड का तापमान

अभ्यर्थियों का कहना

अभ्यर्थियों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उनका कहना है कि यह सिर्फ उनके अधिकारों की लड़ाई नहीं, बल्कि प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य का सवाल है।

Related Articles