Vivah Shubh Muhurat 2025: शादी, गृहप्रवेश और मांगलिक कार्यों के लिए 2025 के जानिए शुभ मुहूर्त

इस लेख में हम आपको 2025 के लिए शुभ मुहूर्तों की पूरी सूची देंगे और साथ ही खरमास के दौरान किए जाने वाले कामों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

Vivah Shubh Muhurat 2025 ; 2025 का साल विवाह, गृहप्रवेश और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए विशेष रूप से शुभ है, क्योंकि इस वर्ष जनवरी से जून तक शुभ मुहूर्तों की भरमार है। इन तिथियों को जानकर आप अपने महत्वपूर्ण आयोजनों को सही समय पर आयोजित कर सकते हैं।

लेकिन, इसमें एक खास बात यह है कि 15 दिसंबर 2024 से 14 जनवरी 2025 तक खरमास (Kharmas) रहेगा, जिसके दौरान सभी मांगलिक कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है। इस लेख में हम आपको 2025 के लिए शुभ मुहूर्तों की पूरी सूची देंगे और साथ ही खरमास के दौरान किए जाने वाले कामों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

2025 में शुभ मुहूर्त का महत्व

हर साल की तरह, 2025 में भी शुभ मुहूर्तों का महत्व विशेष रूप से बढ़ जाएगा। शादियों और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए यह समय अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि भारतीय संस्कृति में मुहूर्त का खास स्थान है। ज्योतिषशास्त्र में मुहूर्त वह सही समय होता है जब किसी कार्य को करना शुभ और फलदायक माना जाता है।

मुहूर्त का निर्धारण ग्रहों की स्थिति, तिथियों और नक्षत्रों के आधार पर किया जाता है। इन मुहूर्तों का पालन करने से कार्यों में सफलता की संभावना बढ़ जाती है और साथ ही आशीर्वाद भी मिलता है।

खरमास (मलमास) 2024 का महत्व

15 दिसंबर 2024 को सूर्य के वृश्चिक राशि से धनु राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास की अवधि शुरू हो जाएगी, जो कि 14 जनवरी 2025 तक चलेगी। इस दौरान सभी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है।

खरमास के दौरान यह ना करे

खरमास के समय मांगलिक कार्यों जैसे कि विवाह, गृहप्रवेश, भोजन प्रसाद, शिक्षा प्रारंभ, कान छेदन,और मुंडन जैसे संस्कार निषेध माने जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस समय किसी प्रकार के नए कार्यों की शुरुआत नहीं की जाती, बल्कि केवल पूजा-पाठ और ध्यान करना शुभ माना जाता है।

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खरमास के दौरान विशेष रूप से विवाह और गृहप्रवेश जैसे आयोजन टालने चाहिए, क्योंकि इस दौरान किए गए कार्यों से शांति और सुख की बजाय विघ्न आने की संभावना जताई जाती है।

2025 में विवाह के प्रमुख शुभ मुहूर्त

विवाह संस्कार जीवन का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र कार्य होता है। इसके लिए शुभ मुहूर्त का चुनाव करना बहुत आवश्यक होता है, ताकि वैवाहिक जीवन सुखमय और समृद्ध हो।

2025 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त (Vivah Muhurat 2025 List)

  • जनवरी: -16, 19, 20, 23, 24, 29, 30
  • फरवरी:- 02, 03, 06, 07, 16, 19, 20, 21, 24, 26
  • मार्च: -02, 03, 06, 07
  • अप्रैल:- 16, 18, 20, 21, 23, 25, 30
  • मई:- 01, 07, 08, 09, 11, 18, 19, 22, 23, 25, 28
  • जून:- 01, 02, 04, 06

इन तिथियों पर विवाह करना शुभ माना जाता है। इन मुहूर्तों में आपके विवाह का आयोजन पवित्र और संपन्न होगा। यदि आप इन तिथियों के आसपास विवाह का आयोजन कर सकते हैं, तो यह समय आपके लिए सबसे शुभ होगा।

गृहप्रवेश के शुभ मुहूर्त

घर का प्रवेश (गृहप्रवेश) भी एक महत्वपूर्ण मांगलिक कार्य है, जिसे शुभ मुहूर्त में ही किया जाता है। गृहप्रवेश के दौरान सही समय का चुनाव करना, घर में सुख, शांति और समृद्धि लाने के लिए जरूरी होता है।

2025 में गृहप्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त

  • फरवरी: 03, 06, 07, 08, 10
  • मार्च: 06, 08, 10
  • मई: 03, 07, 08, 09, 10
  • जून: 04, 05, 06, 07

इन तिथियों में गृहप्रवेश करने से घर में समृद्धि और सुख की वृद्धि होती है। नए घर में प्रवेश करते समय ध्यान रखें कि गृहप्रवेश का समय और मुहूर्त सही हो।

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अन्य मांगलिक कार्यों के शुभ मुहूर्त

विवाह और गृहप्रवेश के अलावा अन्य मांगलिक कार्यों जैसे अन्नप्राशन, विद्यारंभ, कर्ण छेदन, मुंडन आदि के लिए भी शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है। इन कार्यों के लिए भी 2025 में विभिन्न शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं।

हालांकि, यह ध्यान रखें कि खरमास के दौरान किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्यों की सिफारिश नहीं की जाती है। इस समय केवल पूजा-पाठ और साधना करनी चाहिए। इसके बाद शुभ मुहूर्त में इन कार्यों का आयोजन किया जा सकता है।

खरमास विशेष समय

खरमास एक विशेष समय होता है, जिसमें सूर्य का संक्रमण एक विशेष राशि में होता है, जिससे सारे मांगलिक कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, अन्य समयों में किए गए शुभ कार्यों से सफलता मिलने की संभावना अधिक होती है।

मांगलिक कार्यों के लिए शुभ समय का चयन करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह केवल धार्मिक मान्यता ही नहीं, बल्कि मानसिक और मानसिक शांति की भी प्राप्ति होती है। इसके अलावा, इन समयों में किए गए कार्यों से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो जीवन में सफलता और समृद्धि का कारण बनता है।

नोट ;- यह जानकारी देना  हमारा उदेश्य था सही और सटीक जानकारी के लिए  जानकारों से ले ले ।

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