ED raid in Indore: शादी के मौके पर रुचि सोया के पूर्व मालिक घर छापेमारी  लोन घोटाले का मामला

यह मामला वित्तीय धोखाधड़ी और कर्ज चुकाने में चूक के चलते सामने आया था, और अब इस पर ईडी की कड़ी नजर है। ईडी की टीम ने शाहरा के घर से महत्वपूर्ण दस्तावेजों को कब्जे में लिया है।

ED raid in Indore: ईडी (प्रवर्तन निदेशालय)  ने गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राजेश शाहरा, रुचि सोया के पूर्व मालिक, के इंदौर स्थित घर पर छापेमारी की। यह कार्रवाई 2021 में दर्ज हुए 58 करोड़ रुपये के लोन घोटाले के मामले में की गई है। ईडी की टीम ने सुबह-सुबह शाहरा के घर पहुंचकर जांच शुरू की और दस्तावेजों की छानबीन की।

58 करोड़ के लोन घोटाले का मामला

ईडी की छापेमारी का आधार 2021 में राजेश शाहरा के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर है, जिसमें उन पर बैंक से लिए गए 58 करोड़ रुपये के लोन का घोटाला करने का आरोप है। यह मामला वित्तीय धोखाधड़ी और कर्ज चुकाने में चूक के चलते सामने आया था, और अब इस पर ईडी की कड़ी नजर है। ईडी की टीम ने शाहरा के घर से महत्वपूर्ण दस्तावेजों को कब्जे में लिया है।

यह भी पढिये..
नर्मदापुरम में होगी 6वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 5 अंतरराष्ट्री देश शामिल

डिफॉल्टर्स की लिस्टमें विजय माल्या से भी ऊपर

राजेश शाहरा का परिवार रुचि सोया  से जुड़ा हुआ है, जिसे उनके पिता  कैलाश शाहरा ने स्थापित किया था। रुचि सोया का नाम भारत के प्रमुख खाद्य तेल उत्पादकों में लिया जाता है। हालांकि, कैलाश शाहरा का नाम बुरी तरह से वित्तीय संकट से जुड़ा हुआ है। वह आरबीआई के बैंक डिफॉल्टर्स की लिस्ट में विजय माल्या से भी ऊपर थे, जिन पर 3225 करोड़ रुपये के कर्ज में डिफॉल्ट करने का आरोप था।

राजेश शाहरा के परिवार का वर्तमान में कंस्ट्रक्शन और प्रॉपर्टी का व्यापार भी है, जिससे उन्हें अच्छी खासी आय होती है। हालांकि, यह सवाल अब उठता है कि उनके व्यवसायों में वित्तीय लेन-देन और संपत्तियों के मामले में क्या अनियमितताएं हो सकती हैं, जो अब ईडी के जांच के दायरे में हैं।

यह भी पढिये..
दिसंबर 2024 से मार्च 2025 तक होने वाली 8 महत्वपूर्ण परीक्षाओं की तिथियां Calendar Download

शादी के मौके पर छापेमारी

इस बीच, शाहरा परिवार में एक बड़े समारोह की तैयारी चल रही है। 21 दिसंबर से परिवार में शादी के कार्यक्रम की शुरुआत होने वाली है। वहीं, ईडी की टीम ने इन शादियों की तैयारियों के बीच छापेमारी की, जो यह साबित करता है कि जांच में कोई रुकावट नहीं आने दी जाएगी, चाहे किसी भी समय की जरूरत पड़े।

Related Articles