ED Raid DMF Scam: ED की बड़ी कार्रवाई DMF घोटाले में चावल व्यापारी रफीक मेमन और शराब सिंडिकेट के कनेक्शन का पर्दाफाश

घोटाले में 90 करोड़ 48 लाख रुपये के गबन का खुलासा हुआ है, जिसके अंतर्गत कोरबा जिले के डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड (DMF) के फंड में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ था। 

ED Raid DMF Scam : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मौदहापुर क्षेत्र में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चावल व्यापारी रफीक मेमन (खाकू) के खिलाफ छापेमारी की है। यह कार्रवाई राज्य में चल रहे DMF (District Mineral Foundation) घोटाले से जुड़ी है, जिसमें अधिकारियों और व्यापारी वर्ग के बड़े नाम सामने आए हैं। वहीं, इस कार्रवाई को लेकर कई अन्य आरोप भी सामने आ रहे हैं, जिनसे छत्तीसगढ़ की राजनीति और व्यवसाय की परतें खुल रही हैं।

 DMF घोटाले की सच्चाई

ED ने 9 दिसंबर 2024  को DMF घोटाले से जुड़ी एक चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें 16 आरोपियों के खिलाफ गबन का मामला दर्ज किया गया है। इस चार्जशीट में निलंबित आईएएस अधिकारी रानू साहू, माया वारियर और अन्य सरकारी अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। घोटाले में 90 करोड़ 48 लाख रुपये के गबन का खुलासा हुआ है, जिसके अंतर्गत कोरबा जिले के डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड (DMF) के फंड में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ था।

जांच में सामने आया कि सरकारी अधिकारियों ने टेंडर की प्रक्रिया में 40 प्रतिशत कमीशन के रूप में रिश्वत ली और प्राइवेट कंपनियों के टेंडरों पर 15 से 20 प्रतिशत कमीशन वसूला। इनमें से कुछ अफसरों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। इस घोटाले में कई अधिकारियों के साथ-साथ कारोबारी भी शामिल पाए गए, जिनमें रफीक मेमन (खाकू) का नाम प्रमुख है।

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ED की छापेमारी में मिला शराब सिंडिकेट

इसी बीच, ED ने गरियाबंद और रायपुर के अन्य हिस्सों में भी कार्रवाई की है। गरियाबंद में कारोबारी इकबाल मेमन के घर पर छापा मारा गया है, जहां से कई गंभीर सबूत  सामने आए हैं। सूत्रों के अनुसार, इकबाल मेमन का संबंध शराब सिंडिकेट से हो सकता है, और इसमें पैसों का निवेश किया जा रहा है। छापेमारी के दौरान, ED की टीम 10 से अधिक वाहनों के काफिले के साथ मौके पर पहुंची थी।

राइस मिल निर्माण विवाद

गरियाबंद के जाड़ापदर गांव में राइस मिल निर्माण को लेकर भी विवाद उभरा है। यह मिल इकबाल मेमन के बेटे गुलाम द्वारा बनाए जाने का आरोप है। स्थानीय ग्रामीणों ने इस मिल के निर्माण का विरोध किया और आरोप लगाया कि इस मिल में शराब सिंडिकेट का पैसा निवेश किया जा रहा है। विवाद बढ़ने पर ग्रामीणों ने ED से संपर्क किया और लिखित शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद ED ने इस मामले में भी जांच शुरू कर दी है।

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ED की कार्रवाई

छत्तीसगढ़ में इस समय ED की कार्रवाई ने राज्य की राजनीति और कारोबार की दुनिया में हलचल मचा दी है। DMF घोटाले से जुड़े मामले में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ रहे हैं। ED की छापेमारी से यह साफ हो गया है कि राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ अब बड़े कदम उठाए जा रहे हैं, और इसमें सरकारी अफसरों के साथ-साथ कारोबारी वर्ग भी शामिल है।

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