Indore Ujjain Highway : नए साल में मिलेगी ,इन दो शहरो को जोड़ने वाली सिक्स लाइन ,सफर होगा आसान
इंदौर से उज्जैन के बीच सफर को कम समय में तय किया जा सकता है।हाईवे पर आठ जगह फ्लायओवर और अंडरपास बनाने की प्लानिंग है।
- इन्दौर और उज्जैन के बीच 6 लाइन बनाई जा रही है।
- 55 किलो मीटर का समय लगभग 1 घंटे में पूरा हो सकता है।
- ट्राफिक लोड सिहस्थ पर बढ़ेगा।
Indore Ujjain Highway : नए साल से इंदौर-उज्जैन के बेच सिक्स लेन हाईवे का काम शुरू होने जा रहा है।दोनों तरफ से साइट क्लीयर की जा रही है। प्रोजेक्ट की डेडलाइन जनवरी 2028 बताई जा रही है।
उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ के लिए यह हाईवे सबसे ज्यादा जरूरी होगा।जिससे जल्दी पहुंचा जायगा। इंदौर से उज्जैन के बीच सफर को कम समय में तय किया जा सकता है।हाईवे पर आठ जगह फ्लायओवर और अंडरपास बनाने की प्लानिंग है।
इंदौर से उज्जैन के बीच मौजूदा फोरलेन हाईवे चौड़ा होगा। जिससे रोड के दोनों तरफ दो लेन के साथ एक-एक लेन और बनेगी।इंदौर से उज्जैन के बीच 55 किमी का सफर फोर व्हीलर से आसानी से लगभग एक घंटे में पूरा किया जा सकता है।
हाईवे के तैयार होने से सफर कम समय में पूरा हो जाएगा। दोनों तरफ तीसरी लेन के लिए साइट को क्लीयर किया जा रहा है।यह काम 2028 तक पुरा किया जाएगा।
निर्माण एजेंसी को बैंक से फाइनेंशियल क्लोजर लेने के लिए MPRDC से पांच महीने का समय मिला था।जो 15 जनवरी को खत्म होने बाली है। इसके बाद कंपनी को नई अपॉइंटेड तारीख मिलेगी।जिसके बाद काम शुरू किया जाएगा।
दो फ्लायओवर और 6 अंडरपास निर्माण
उज्जैन के नानाखेड़ा बस स्टॉप पर और महावीर मार्ग पर फ्लायओवर बनेगा। एक फ्यायओवर देवास-उज्जैन-गरोठ हाईवे पर बनाया जा रहा है।जिससे रास्ते पर लगने वाले समय को कम किया जा सके।
बही ,धरमपुरी बायपास, सांवेर बायपास, उलटे हनुमान, मंदिर चौराहे, पंथ पिपलई और इंजीनियरिंग कॉलेज में छह अंडरपास बनाए जाएंगे।
एक टोल होगा सिक्स लेन के साथ
अभी तो सड़क के दोनों तरफ पर टोल नाके बने है।आने वाले समय में एक टोल नाका बनेगा। इस रोड से इंदौर से उज्जैन के बीच आम दिनों में 20 से 30 हजार गाड़ियां गुजरती हैं। त्योहार पर वाहन संख्या 50 हजार को पार कर जाती है। सिक्स लाइन के बीच एक टोल नाका बनाया जाएगा।
ट्रैफिक लोड बढ़ेगा सिंहस्थ पर
सिंहस्थ तक ट्रैफिक एक लाख वाहन के करीब प्रतिदिन देखने को मिलेगा।अरबिंदो अस्पताल से हाईवे शुरू होगा और जो उज्जैन के हरिफाटक ब्रिज पर जाकर खत्म हो जाएगा।
प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब 1600 करोड़ रूपए होगी। इसमें निर्माण में 623 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बाकि रकम शिफ्टिंग, सड़क के ऑपरेशन और मेंटनेंस पर खर्च होंगे। यह सिंहस्थ के लिए तैयारी की जा रही है।