लॉरेंस गैंग के 3 गुर्गे इंदौर में गिरफ्तार, पुलिस ने उगले कई बड़े राज
इस गिरफ्तारी में गैंग के प्रमुख सदस्य भूपेंद्र रावत का नाम सामने आया, जो लॉरेंस बिश्नोई का खासमखास है और हथियार तस्करी का मास्टरमाइंड है।
Lawrence Bishnoi gang: मध्य प्रदेश के इंदौर से एक और बड़ी आपराधिक घटना सामने आई है, जहां गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के तीन गुर्गों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी रविवार, 1 दिसंबर को हुई, जब ये बदमाश शराब से भरे ट्रक को हाईजैक करने इंदौर पहुंचे थे।
पुलिस ने उनके कब्जे से कार, तीन देसी पिस्टल और छह कारतूस बरामद किए हैं। इस गिरफ्तारी में गैंग के प्रमुख सदस्य भूपेंद्र रावत का नाम सामने आया, जो लॉरेंस बिश्नोई का खासमखास है और हथियार तस्करी का मास्टरमाइंड है।
इंदौर में शराब ट्रक को हाईजैक करने का प्रयास
पुलिस के अनुसार, भूपेंद्र रावत और उसके दो साथी दीपक रावत और आदेश चौधरी ने इंदौर में शराब से भरे एक ट्रक को हाईजैक करने की योजना बनाई थी। यह बदमाश राजस्थान के ब्यावर जिले के रहने वाले हैं। जैसे ही पुलिस को इन तीनों के इंदौर आने की सूचना मिली, उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। ट्रक को दूसरे रास्ते से निकालकर पुलिस ने इन तीनों को धर-दबोचा। साथ ही, पुलिस ने इनकी राजस्थान नंबर की एक कार भी जब्त की।
भूपेंद्र रावत 50 हजार का इनामी
पुलिस के मुताबिक, भूपेंद्र रावत लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक अहम सदस्य है और इसके साथ जुड़ी कई बड़ी अपराधिक गतिविधियों का मास्टरमाइंड है। भूपेंद्र हथियार तस्करी में संलिप्त है और इस पर बिहार में 50 हजार का इनाम भी घोषित है। 2017 में, भूपेंद्र रावत ने पंजाब की फरीदकोट जेल में रहते हुए गैंग लीडर लॉरेंस बिश्नोई से संपर्क किया था। तभी से उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और वसूली के काम में सक्रिय हो गया।
भूपेंद्र पर बिहार, राजस्थान और पंजाब में डकैती, हत्या के प्रयास और एनडीपीएस एक्ट जैसे गंभीर अपराधों के कई मामले दर्ज हैं। इसके अलावा, वह गोपालगंज से विदेशी ग्लॉक पिस्टल की तस्करी में भी शामिल था, जिसके चलते वह फरार है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग
लॉरेंस बिश्नोई का गैंग पूरे उत्तर भारत में सक्रिय है, और इसके सदस्य वसूली, हथियार तस्करी, हत्या और ड्रग तस्करी जैसी गतिविधियों में शामिल हैं। भूपेंद्र रावत जैसे गैंग लीडर्स ने अपनी क्रिमिनल नेटवर्क को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद भूपेंद्र ने कई अहम जानकारियां दी हैं, जिससे पुलिस को गैंग की अन्य आपराधिक गतिविधियों का खुलासा करने में मदद मिल सकती है।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस ने गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना बनाई है। इंदौर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भूपेंद्र रावत के गिरोह के बारे में और अधिक जानकारी जुटाने के लिए उसे रिमांड पर लिया जाएगा। पुलिस का मानना है कि इस गिरफ्तारी से लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के अन्य सदस्यों तक भी पहुंचने में मदद मिल सकती है, जो विभिन्न राज्यों में आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हैं।
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