मध्यप्रदेश हनी ट्रैप केस के मुख्य शिकायतकर्ता हरभजन सिंह की मौत पर सस्पेंस बरकरार
रीवा के श्याम शाह मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
HoneyTrapCase : मध्य प्रदेश के अब तक के सबसे बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले के मुख्य शिकायतकर्ता और इंदौर नगर निगम के पूर्व इंजीनियर हरभजन सिंह की मौत हो गई । उनका शव संदिग्ध परिस्थितियों में उनके घर में मिला। घटना रीवा जिले की है, जहां वे अकेले रहते थे।
पड़ोसियों ने दी सूचना, अस्पताल में मृत घोषित
सूचना के अनुसार, हरभजन सिंह के घर से कोई हलचल न होने पर पड़ोसियों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। दरवाजा खोलने पर उन्हें बेसुध हालत में पाया गया और तुरंत रीवा के श्याम शाह मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौत का कारण अभी भी अज्ञात
आपको बता दे की हरभजन सिंह की मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। इस मामले मे पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और घर की जांच कर रही है। उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जिसके बाद ही मौत का असली कारण पता चल पाएगा।हनी ट्रैप केस में थी अहम भूमिका
हरभजन सिंह 2019 में सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने हनी ट्रैप गिरोह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उनकी इस शिकायत ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया था। इस मामले में कई प्रभावशाली लोग और अधिकारी शामिल पाए गए थे।
अकेले रहते थे हरभजन सिंह
जानकारी के अनुसार, हरभजन सिंह रीवा में अपने घर में अकेले रहते थे। परिवार से उनका संपर्क सीमित था। उनकी अचानक हुई मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस कर रही है जांच
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह मामला संवेदनशील है और हर एंगल से जांच की जा रही है। मौत के पीछे की सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सामने आएगी।
मेरा नाम राहुल श्रीवास्तव है मैं नरसिंहपुर जिले से हूं ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद कुछ समय मैं अखबारों में कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ-साथ समाचार लेखन का काम भी किया और अब तांडव मीडिया में समाचार लेखन का काम की नई शुरुआत कर रहा हूं मेरे द्वारा लिखे गए कंटेंट पूर्णता सत्य होंगे और आपको यह कंटेंट अच्छे लगेंगे।