मध्य प्रदेश मे एक रिश्वतखोर ऐसा भी रिश्वत लेते पकड़ाए तो दी स्माइल देखे
इस शिकायत के आधार पर लोकायुक्त ने अपना जाल बिछाया और मौके पर पहुंचकर दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
Lokayukta Raided Guna : मध्य प्रदेश के गुना शहर में लोकायुक्त पुलिस ने खनिज विभाग में बड़ी कार्रवाई करते हुए विभाग के बाबू और प्रभारी अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया है। यह मामला अब तेजी से चर्चा में है, खासकर गिरफ्तारी के दौरान बाबू की हंसी को लेकर, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या नौकरशाहों में कानून का डर खत्म हो चुका है?
रिश्वतखोरी का पर्दाफाश
लोकायुक्त पुलिस को खनिज विभाग के बाबू और प्रभारी अधिकारी पर लंबे समय से रिश्वतखोरी की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायतकर्ता एक खनिज ठेकेदार था, जो पोकलेन मशीन से कुएं खोदने के लिए अनुमतियों की मांग कर रहा था।
ठेकेदार ने आरोप लगाया कि अधिकारी और बाबू प्रति कुआं 10,000 रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे थे। इस शिकायत के आधार पर लोकायुक्त ने अपना जाल बिछाया और मौके पर पहुंचकर दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
गिरफ्तारी बाबू की हंसी पर उठे सवाल
गिरफ्तारी के दौरान बाबू की हंसी को देखकर यह सवाल उठ रहा है कि क्या भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामलों में अधिकारियों को अब कोई डर नहीं रह गया है? लोकायुक्त पुलिस ने इस अजीब स्थिति पर चुप्पी साधी, लेकिन यह भी सच है कि इस तरह के मामलों में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
विभाग में लंबे समय से चल रहा था भ्रष्टाचार
लोकायुक्त के अधिकारियों के अनुसार, यह सिर्फ एक छोटा मामला नहीं है, बल्कि इस पूरे विभाग में लंबे समय से भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थीं। ठेकेदारों से पैसे लेकर अवैध काम करवाने के आरोप विभाग के बाबू और अधिकारी पर अक्सर लगते रहे हैं। यह गिरफ्तारी इस भ्रष्टाचार के नेटवर्क का एक हिस्सा हो सकती है, जिसका पता लोकायुक्त की जांच में चलने की संभावना है।
लोकायुक्त की कार्यवाही
गिरफ्तारी के बाद, लोकायुक्त की टीम अब बाबू और प्रभारी खनिज अधिकारी से पूछताछ कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की जांच से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि भ्रष्टाचार में और कौन-कौन से लोग शामिल हो सकते हैं। इस दौरान जांचकर्ताओं को यह भी शक है कि विभाग में और भी ऐसे मामले हो सकते हैं, जो अब तक सामने नहीं आए हैं।
क्या है पोकलेन मशीन से कुआं खोदने का मामला?
खनिज विभाग द्वारा पोकलेन मशीन से कुएं खोदने के लिए एक निश्चित प्रक्रिया अपनाई जाती है। इस प्रक्रिया में खनिज ठेकेदारों को विभाग से अनुमति प्राप्त करनी होती है। लेकिन विभागीय अधिकारी और बाबू द्वारा इस कार्य के लिए रिश्वत की मांग की जाती है। पोकलेन मशीन से कुएं खोदने के लिए प्रति कुआं 10,000 रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही थी, जो खनिज ठेकेदारों के लिए एक बड़ा वित्तीय बोझ बन जाती है।
विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज
जिसके बाद लोकायुक्त ने शिकायत सही पाए जाने पर कलेक्ट्रेट स्थित खनिज विभाग के कार्यालय में खनिज अधिकारी और लिपिक के खिलाफ कार्रवाई की। मौके पर मौजूद ठेकेदारों ने खनिज अधिकारी का जुलूस निकाला और मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। फिलहाल लोकायुक्त टीम ने दोनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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