Ujjain Lokayouct Action: लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वतखोरी का पर्दाफाश करते हुए एक महिला क्लर्क को ₹10,000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया

एक उज्जैन से ताजा मामला सामने आया है जिसमें तहसीलदार की महिला क्लर्क दीपा चेलानी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।

  • ₹10,000 की रिश्वत लेते हुए महिला क्लर्क गिरफ्तार
  • लोकायुक्त की कार्रवाई में टीम ने रंगे हाथ पकड़ा
  • भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज

Ujjain Lokayouct Action: मध्य प्रदेश पुलिस की विशेष स्थापना लोकायुक्त की टीम ने उज्जैन जिले के एक तहसील कार्यालय में छापामार कार्रवाई की है। आए दिन रिश्वत के मामले सामने आ रहे है।लेकिन अधिकारी और कर्मचारी रिसवत लेने से बाज नहीं आ रहे है।बही एक उज्जैन से ताजा मामला सामने आया है जिसमें तहसीलदार की महिला क्लर्क दीपा चेलानी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।

भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज

दीपा चेलानी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के द्वारा मामला दर्ज किया गया है। महिला कर्मचारी ने शिकायतकर्ता को कहा था कि रिश्वत की रकम तहसीलदार को देने के लिए प्राप्त कर रही है परंतु लोकायुक्त पुलिस को अब तक उसने ऐसा कुछ नही बोला है।

जमीन में त्रुटि संशोधन के लिए ₹10000 की रिश्वत  की मांग

आवेदक हाकम चौहान पिता भैरूलाल निवासी मादुपुरा जमीन खेड़ा खजूरिया, महिदपुर द्वारा दिनांक 06.03.2025 को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन अनिल विश्वकर्मा को शिकायत दर्ज की थी कि उसके द्वारा महिदपुर तहसील कार्यालय में पट्टे की जमीन के नाम में त्रुटि में संशोधन करवाने के लिए आवेदन दिया था। जिसके बदले में तहसील कार्यालय में पदस्थ दीपा चेलानी द्वारा 10,000 रिश्वत की मांग की जा रही है।

Ujjain Lokayouct
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कार्यालय की क्लर्क दीपा चेलानी गिरफ्तार

तैयार जाल के द्वारा शिकायतकर्ता ने रिश्वत की रकम देने के लिए हा कर दिया। तहसीलदार की क्लर्क दीपा चेलानी ने उसे तहसील कार्यालय में बुलाया। लोकायुक्त पुलिस ने शिकायतकर्ता को केमिकल लगे पैसे दिए थे।

जैसे ही उसने रिश्वत की रकम तहसीलदार की लिपिक दीपा चेलानी के हाथ में दी मौके पर सिविल ड्रेस में मौजूद लोकायुक्त की टीम ने दीपा चेलानी को रंगे हाथों दबोच लिया  केमिकल टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है

ट्रैप दल में शामिल हुए इतने अधिकारी

पुलिस अधीक्षक ने शिकायत दर्ज की ओर शिकायत की जांच शुरू कर दी।और फिर शिकायत सत्य पाए जाने पर कारवाही की। और ऑडियो एविडेंस कलेक्ट करने के बाद ट्रैप टीम बनाई गई।

ट्रैप दल में डीएसपी दिनेश चंद्र पटेल, इंस्पेक्टर हिना डावर, प्रधान आरक्षक हितेश ललावत, आरक्षक मोहम्मद इसरार, आरक्षक संदीप कदम, आरक्षक नीता बेस, आरक्षक ऋतु मालवीय, कम्प्यूटर टाइपिस्ट अंजलि आदि को शामिल किया गया।

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