Rajdoot Bike : साल 2025 में अपना जलवा देखने आ रही है पुराने जमाने की राजदूत बाइक फिरसे नए अंदाज में
भारतीय बाजार में पहले 1970 और 1980 के दशक के हिसाब से अत्याधुनिक तकनीक के साथ पेश की जाती है। इसकी शुरुआती मॉडल अंतरराष्ट्रीय RD 350 के मुकाबले थोड़ा यूनिक किए गए थे
Rajdoot Bike : राजदूत 350 बाइक भारतीय मार्केट में काफी पसंद की जाती है।भारत में राजदूत बाइक का अलग ही उत्सव है। राजदूत 350 पहले से ही सभी की पहली पसंद रही है।यह एक ऐतिहासिक बाइक हैयह बाइक एस्कॉर्ट्स लिमिटेड और यामाहा के सहयोग से बनाई गई थी।
यह भारतीय बाजार में सभी बाइक को मात देते थी। भारतीय बाजार में पहले 1970 और 1980 के दशक के हिसाब से अत्याधुनिक तकनीक के साथ पेश की जाती है। इसकी शुरुआती मॉडल अंतरराष्ट्रीय RD 350 के मुकाबले थोड़ा यूनिक किए गए थे। यह भारतीय बजट में हिसाब से बैठ जाती है।
राजदूत 350 भारत में 1983 में यामाहा RD350 के रूप में लॉन्च की गई।इस बाइक के फीचर्स काफी एडवांस बनाए जाते थे ।इसके साथ ही से प्रीमियम लुक भी दिया जाता है। इस बाइक के इंजन की बात करें तो काफी पावरफुल बनाया गया है और इस यह बाइक शानदार माइलेज भी देती हैं।
पुरानी राजदूत 350 बाइक के इंजन का इतिहास
इस बाइक के इंजन की बात करें तो राजदूत 350 में 347cc का ट्विन-सिलेंडर, टू-स्ट्रोक इंजन देखने मिलेगा। और इसके साथ ही इसका आउटपुट दो वेरिएंट्स में पेश HT (High Torque) और LT (Low Torque) किया है।यह HT मॉडल 30.5 बीएचपी पावर देता था।
इसका LT मॉडल 27 बीएचपी पावर के साथ अधिक माइलेज प्रदान करता था।यह 6-स्पीड गियरबॉक्स के साथ आती थी। और उस समय एक खास बात थी।और स्पीड की बात की तो राजदूत 350 की टॉप स्पीड लगभग 140 किमी/घंटा थी। जो इसे भारत की सबसे तेज बाइक बनाती थी।
पुरानी बाइक का डिजाइन
राजदूत 350 का डिजाइन पहले साधारण और आकर्षक बनाया जाता था। इसकी शुरुआत में इस बाइक में डुअल-क्रोम एग्जॉस्ट पाइप्स, राउंड हेडलाइट्स और स्ट्रेट हैंडलबार्स ने इसे एक क्लासिक लुक दिया। बाइक का वजन लगभग 155 किलोग्राम था।जो इसे स्थिरता प्रदान करता था। इस तरह यह दिखने में बहुत ही आकर्षक लगती थी।
पुरानी Rajdoot 350 का प्रदर्शन और हैंडलिंग
इस बाइक का इंजन शक्तिशाली बनाया जाता था।जिससे इसे एक स्पोर्ट्स बाइक का दर्जा मिला था। और इसकी पुरानी ब्रेकिंग सिस्टम ड्रम ब्रेक्स के मानकों के हिसाब से काफी प्रभावशाली होते थे। इसकी हैंडलिंग की बात करें तो ट्विन-क्रैडल फ्रेम और टेलीस्कोपिक फ्रंट सस्पेंशन ने बाइक को बेहतर नियंत्रण और स्मूद राइडिंग अनुभव प्रदान किया।
Rajdoot 350 का आधुनिक काल में महत्व
आज भी राजदूत 350 को एक क्लासिक बाइक के रूप में माना और देखा जाता है। विंटेज बाइक कलेक्टर्स और रेट्रो बाइक इवेंट्स में इसे विशेष स्थान मिलता है। को पहले के मुकाबले अब ज्यादा अहमियत दी जा रही है पहले भी यह बाइक काफी शानदार थी।
Rajdoot 350 की खासियत
स्पीड और पावर की बात करें तो उस समय की अन्य बाइक्स के मुकाबले यह सबसे तेज और शक्तिशाली बाइक थी।और साथ ही आइकॉनिक स्टेटस की बात करे तो राजदूत 350 ने बाइकिंग के प्रति युवाओं का नजरिया बदल दिया।और इसके साथ रेसिंग कल्च की बात करे तो यह बाइक रेसिंग में भी एक पसंदीदा विकल्प बनी।
Rajdoot 350 की चुनौतियां और लोकप्रियता का अंत
राजदूत 350 ने भारतीय बाजार में एक नई क्रांति खड़ी की है।लेकिन यह सभी के लिए अच्छी नहीं थी ।इसके लिए भी कुछ कारण बताए गए हैं जैसे माइलेज 20 से 25 किलोमीटर लीटर का माइलेज दे रही थी जो भारतीय युवाओं के लिए काम था।
इसके साथ ही कीमत की बात करें। तो 18000 की कीमत आम लोग इसे खरीद नहीं सकते थे और मेंटेनेंस कि अगर बात करें तो यह इंजन की देखभाल और ईंधन की खपत काफी महंगी थी। इन सब चुनौतियों के बाद भी आज भी लोग इस बाइक के दीवाने हैं।
Rajdoot 350 आज खरीदने लायक है या नहीं
राजदूत आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकती है। इसे खरीदने से पहले आपको निम्न बातों का ध्यान रखना होगा पुरानी बाइक को रिस्टोर करने में काफी खर्च हो सकता है इसलिए इसे रिस्टोर ना किया जाए। इसके ओरिजिनल स्पेयर पार्ट्स ढूंढना आप बहुत मुश्किल हो सकता है।
टू स्ट्रोक इंजन को सही से मेंटेन करने के लिए विशेष जानकारी की आवश्यकता होती है इसलिए मैकेनिक नॉलेज होना आवश्यक है। यह बाइक आपके लिए एक शानदार बाइक है। लेकिन इसके कुछ अवगुण भी है।
मेरा नाम राहुल श्रीवास्तव है मैं नरसिंहपुर जिले से हूं ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद कुछ समय मैं अखबारों में कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ-साथ समाचार लेखन का काम भी किया और अब तांडव मीडिया में समाचार लेखन का काम की नई शुरुआत कर रहा हूं मेरे द्वारा लिखे गए कंटेंट पूर्णता सत्य होंगे और आपको यह कंटेंट अच्छे लगेंगे।