महाकाल मंदिर में 44 घंटे तक नहीं होंगे पट बंद ,भक्तों के लिए खास इंतजाम
मंदिर प्रशासन ने इसे लेकर भी विशेष इंतजाम किए हैं, जिसमें सामान्य, वीआईपी और दिव्यांग भक्तों के लिए अलग-अलग द्वार से प्रवेश की व्यवस्था की गई है। तो चलिए, अब जानते हैं कब क्या होगा
- महाकाल मंदिर में 44 घंटे तक दर्शन का सिलसिला।
- भक्तों के लिए विशेष दर्शन व्यवस्था।
- निशुल्क बस सेवा और पेयजल की सुविधा।
Mahashivaratri 2025 : महाशिवरात्रि के मौके पर महाकाल मंदिर के पट मंगलवार-बुधवार की रात 2.30 बजे खोले जाएंगे, और तब से लेकर 44 घंटों तक भक्तों को भगवान महाकाल के दर्शन का अवसर मिलेगा। इस बार दर्शन व्यवस्था में कुछ विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि हर भक्त को आराम से दर्शन हो सकें।
कुल मिलाकर, भगवान महाकाल के दर्शन के लिए भक्तों का इंतजार खत्म होने वाला है। इस दौरान महाकाल की महापूजा लगातार चलती रहेगी। यह सिलसिला चार प्रहर की पूजा परंपरा के साथ होगा। मंदिर प्रशासन ने इसे लेकर भी विशेष इंतजाम किए हैं, जिसमें सामान्य, वीआईपी और दिव्यांग भक्तों के लिए अलग-अलग द्वार से प्रवेश की व्यवस्था की गई है। तो चलिए, अब जानते हैं कब क्या होगा
शिव भक्तों के लिए खास पूजा आरतियां और समय
– मंगलवार-बुधवार की रात 2.30 बजे भस्म आरती होगी।
– बुधवार को 7.30 से 8.15 बजे तक दद्योदक (बालभोग) आरती।
– सुबह 10.30 से 11.15 बजे तक भोग आरती होगी ।
– दोपहर 12 बजे महाकाल की शासकीय पूजा।
– शाम 4 बजे होलकर और सिंधिया राजवंश की पूजा।
– रात 7 बजे से 10 बजे तक कोटेश्वर महादेव का पूजन और श्रृंगार।
– रात 11 बजे से गर्भगृह में महाकाल की महापूजा होगी।
– गुरुवार को 6 बजे से 10 बजे तक सेहरा दर्शन होंगे।
– फिर दोपहर 12 बजे भस्म आरती और 2 बजे बालभोग एवं भोग आरती।
– और रात 11 बजे शयन आरती के साथ मंदिर के पट बंद होंगे।
दर्शन व्यवस्था और पार्किंग
हर एक भक्त के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। सामान्य भक्तों को कर्कराज पार्किंग से दर्शन करवाए जाएंगे, वहीं वीआईपी श्रद्धालु नीलकंठ द्वार से प्रवेश करेंगे। वृद्ध और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए भी इसी द्वार से दर्शन होगा। साथ ही, शीघ्र दर्शन की सुविधा इस बार स्थगित की गई है। पार्किंग की व्यवस्था विभिन्न स्थानों पर की गई है, जिनमें रुद्राक्ष होटल, शनि मंदिर परिसर, प्रशांति धाम और अन्य प्रमुख स्थान शामिल हैं।
निशुल्क बस सेवा और प्रसाद की सुविधा
भक्तों के लिए पार्किंग से मंदिर तक जाने के लिए निशुल्क बस सेवा भी उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा, नृसिंह घाट तिराहा पर लड्डू प्रसाद के काउंटर होंगे, जो दर्शन के समय तक खुले रहेंगे। महाकाल मंदिर के आसपास हर 200 मीटर पर पेयजल का इंतजाम किया गया है, ताकि भक्तों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
यह महाशिवरात्रि निश्चित रूप से हर भक्त के लिए एक यादगार अनुभव होगा। इसलिए, जल्दी से तैयार हो जाइए और इस भव्य अवसर का लाभ उठाइए!