कांग्रेस भवन में ED की रेड, शराब घोटाले से जुड़ी कार्रवाई
रायपुर स्थित कांग्रेस कार्यालय में ED का छापा, सुकमा-कोंटा में राजीव भवन निर्माण को लेकर पूछताछ, शराब घोटाले से जुड़ा कनेक्शन!
- ED ने रायपुर कांग्रेस भवन में मारा छापा।
- शराब घोटाले से जुड़ी पूछताछ, दस्तावेज़ों की मांग।
- नेता प्रतिपक्ष और गृह मंत्री ने दी प्रतिक्रियाएं।
ED raid Congress office : छत्तीसगढ़ में एक ताज़ा घटना ने सबका ध्यान खींच लिया है। मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने रायपुर स्थित कांग्रेस के राजीव भवन पर छापा मारा। ये कार्रवाई सुकमा-कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय के निर्माण से जुड़ी है। खास बात यह है कि इस मामले को शराब घोटाले से जोड़ा जा रहा है।
ED के अधिकारियों ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू से सवाल-जवाब किए। उनके मुताबिक, सुकमा-कोंटा में राजीव भवन के निर्माण के लिए ED ने समन भेजा था और अब दस्तावेज़ की मांग की गई है। 27 फरवरी को ये दस्तावेज़ पेश करने होंगे।
शराब घोटाले का कनेक्शन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आरोप है कि घोटाले के पैसे से ही यह भवन बनाया गया। इसके अलावा, शराब घोटाले के आरोपी और पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम भी जुड़ा हुआ है, जो कोंटा से विधायक हैं।
नेता प्रतिपक्ष की नाराजगी जताई
छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने ED की इस कार्रवाई पर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि छापे तो पहले भी पड़े हैं, लेकिन कुछ भी ठोस साबित नहीं हो पाया। यह सरकार जानबूझकर कांग्रेस नेताओं को निशाना बना रही है और विरोधियों को प्रताड़ित करने का काम कर रही है। उनका कहना था कि लोकतंत्र में ऐसी कार्रवाइयां स्वीकार्य नहीं होनी चाहिए।
ED के इस एक्शन पर बोले गृह मंत्री
गृह मंत्री विजय शर्मा ने ED के इस एक्शन को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का पैसा कहीं भी लगे, कानून को उस पर कार्रवाई करनी चाहिए। कोई भी व्यक्ति या संस्था बड़ी क्यों न हो, कानून से ऊपर नहीं हो सकती। उन्होंने ED के काम को पूरी तरह से सही और न्यायसंगत बताया।
पूर्व मंत्री की प्रतिक्रिया
पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने इस कार्रवाई को कानून का काम बताया। उनका कहना था कि ED को कोई ठोस जानकारी मिली होगी, और इस पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने योजनाबद्ध तरीके से राज्य को लूटा है, और अब इसके प्रमाण सामने आ रहे हैं।
अब देखना होगा कि इस छापेमारी के बाद क्या कार्रवाई होती है और क्या कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कुछ ठोस कार्रवाई हो पाती है या नहीं।