घर में गूंजी गोली, पूरे शहर में सन्नाटा टीआई आत्महत्या से शहर में सनसनी – आखिर क्यों उठाया ये खौफनाक कदम
छतरपुर के सिटी कोतवाली टीआई अरविंद कुजूर ने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उनकी मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
- घर में अचानक गूंजी गोली की आवाज, रसोइया दौड़कर पहुंचा तो नजारा था डरावना।
- पुलिस महकमे में मातम, फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड ने शुरू की जांच।
- 10 साल से पुलिस सेवा में थे, आखिर ऐसी क्या वजह थी जो उन्हें ये कदम उठाना पड़ा?
Madhya Pradesh News : छतरपुर का पेप्टेक टाउन गुरुवार शाम एक तेज धमाके से दहल उठा। यह कोई आम धमाका नहीं था, बल्कि शहर के सिटी कोतवाली टीआई अरविंद कुजूर की सर्विस रिवॉल्वर से चली गोली की आवाज थी। जब घर में काम करने वाला रसोइया किसी काम से बाहर निकला और फिर लौटा, तो उसने अंदर से गोली चलने की आवाज सुनी। घबराकर जब वह अंदर गया, तो देखा—टीआई कुजूर अपने पलंग पर मृत पड़े थे।
कुजूर के निधन से पूरा प्रशासन सकते में
घटना की खबर मिलते ही प्रशासन के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए। विधायक ललिता यादव, डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर पार्थ जैसवाल, एसपी अगम जैन समेत जिले के तमाम वरिष्ठ अधिकारी वहां पहुंच चुके थे। हर कोई स्तब्ध था—एक जिम्मेदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी ने ऐसा कदम क्यों उठाया? फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच शुरू कर दी, डॉग स्क्वॉड को भी तैनात किया गया।
दो दिन से थे शहर से बाहर, लौटकर सीधे घर आए
सूत्रों के मुताबिक, टीआई कुजूर दो दिन से शहर से बाहर थे। गुरुवार को ही वे वापस आए थे, लेकिन कोतवाली न जाकर सीधे अपने आवास पहुंचे। बताया जा रहा है कि शाम करीब 6:30 बजे वे किसी से मोबाइल पर बात कर रहे थे। इसके कुछ ही देर बाद वह भयावह घटना घटी, जिसने सभी को हिला कर रख दिया।
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एक ईमानदार अफसर थे।
अरविंद कुजूर मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे और पिछले 10 सालों से छतरपुर और पन्ना जिले के विभिन्न थानों में अपनी सेवा दे चुके उन्हें दो साल पहले छतरपुर सिटी कोतवाली का प्रभारी बनाया गया था। उनके नेतृत्व में शहर में कानून-व्यवस्था को मजबूत किया गया था। बहुचर्चित पत्थर कांड के दौरान उन्होंने कई आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
खबर वरिष्ठ अधिकारियों को दी खबर
एक के बाद एक सारे अधिकारी मौके पर पहुंच गए। तत्काल एम्बुलेंस भी दौड़ पड़ीं। विधायक श्रीमती ललिता यादव, डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर पार्थ जैसवाल, एसपी अगम जैन, एएसपी विक्रम सिंह, एसडीएम अखिल राठौर, सीएसपी अमन मिश्रा आदि ने बंगले के अंदर पहुंच कर हालात का जायजा लिया। टीआई कुजूर अपने पलंग पर मृत हालत में पड़े पाए गए। फोरेंसिक टीम ने घर के अंदर के साक्ष्य जुटाए तो डॉग स्क्वाड अपनी पड़ताल में जुट गया।
आखिर क्यों उठाया ये कदम
टीआई कुजूर की आत्महत्या ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं, जो इस खबर से पूरी तरह टूट चुकी हैं। अब हर किसी के मन में यही सवाल है—क्या वे किसी मानसिक दबाव में थे? क्या कोई व्यक्तिगत परेशानी थी? या फिर कोई और वजह थी, जिसकी वजह से उन्होंने यह दर्दनाक फैसला लिया?
फिलहाल, पुलिस इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है, लेकिन उनका जाना पूरे पुलिस महकमे के लिए एक बड़ी क्षति से कम नहीं।
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