Aaj ka Mausam : 3 दिन बाद फिर पलटेगा मध्यप्रदेश का मौसम, पड़ेगी जोरदार ठंड, मौसम विभाग ने किया अलर्ट जारी
- रात दिन के तापमान में बदलाव
- पश्चिमी विक्षोभ का होगा असर
- गेहूं उत्पादक किसान संकट में आ गए
- इन जिलों का न्यूनतम तापमान
Aaj ka Mausam : मध्य प्रदेश का मौसम इन दिनों अलग अलग मिजाज में चल रहा है। दोपहर के समय जहां तीखी धूप खिली हुई है। तो रात में अब भी सर्दी का असर देखने को मिल रहा है। तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है जिसकी वजह से लोगों को अभी से गर्मी का एहसास होने लगा है। फिलहाल प्रदेश के कुछ हिस्सों में दिन रात का तापमान समान्य से अधिक है।
तापमान में 6 फरवरी के गिरावट आ सकती है। क्यूंकि 8 फरवरी से पश्चिम विक्षोभ एक्टिव हो रहा है।मौसम विभाग की माने तो 12 और 13 फरवरी को प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। लेकिन ठंड और गर्मी मिलकर जो मौसम निर्मित कर रहे हैं उसकी वजह से बारिश होने वाली है।
बारिश के बाद तापमान में वृद्धि का अंदाजा लगाया जा रहा है। फिलहाल प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है।
रात दिन के तापमान में बदलाव
फरवरी माह की शुरुवात में ही मौसम ने अपना रुख बदल लिया है।पूर्वी मध्य प्रदेश में जहां सोमवार को मौसम में नरमी रही है। वहीं प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में धूप के तेवर अलग ही मजा दे रहे है।ग्वालियर, मंदसौर, नीमच, भिंड, दतिया, मुरैना और श्योपुर में बूंदाबांदी हुई।
फरवरी माह की शुरुआत से ही एमपी में तापमान के बढ़ने से अब रात को ठंड कम हो गई है। मौसम विभाग की माने तो गुरुवार 6 फरवरी से तापमान में मामूली गिरावट का अनुमान लगाया जा रहा है।सोमवार की सुबह ग्वालियर, चम्बल और भिंड में हल्का कोहरा छाया था।पर सभी जिलों में धूप खिली थी।
पश्चिमी विक्षोभ का होगा असर
पश्चिमी विक्षोभ मध्य प्रदेश के मौसम पर गहरा असर डालेगा। फरवरी में भी प्रदेश के अधिकतर हिस्सों पर इसका असर देखने को मिलेगा। डिस्टरबेंस सक्रिय होते ही मौसम एक बार फिर बदलेगा।जिससे दिन के साथ रात का तापमान भी बढ़ने लगेगा।
हम आपको बता दे की 12 और 13 फरवरी को पश्चिम विक्षोभ की वजह से प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश होगी।20 फरवरी के दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। ठंड का असर कम होगा। बुधवार से दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है।
गेहूं उत्पादक किसान संकट में आ गए
मौसम विभाग की माने तो 12 फरवरी के आसपास मावठे या ओला गिरने की संभावना बताई जा रही है।इससे गेहूं उत्पादक किसान संकट में आ गए हैं।अभी गेहूं की फसल बेहतर स्थिति में खेतों में पक रही है। तेज ठंड से पैदावार में भी वृद्धि हो जाएगी लेकिन यदि मावठे की बारिश हुई तो उपज को लाभ मिलेगा।
यदि जोरदार और तेज हवा के साथ ओले गिरते है तो खड़ी उपज को नुकसान अधिक हो जाएगा। हवा से फसलें लेट जाती है। इधर, सरकार की नजर में इस बार गेहूं की बुवाई का क्षेत्रफल बढ़ा है। सरकारी समर्थन मूल्य 2425 रुपए क्विंटल पर रिकॉर्ड गेहूं मिलेगा।
इन जिलों का न्यूनतम तापमान
टीकमगढ़ में रात का पारा सबसे कम 11.5 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। बैतूल 16.2, भोपाल 14, धार 12.3, गुना 13.6, ग्वालियर 15, जबलपुर 16.5, खजुराहो 13.2, मंडला 14.1, नरसिंहपुर 14, नवगांव 11.8, रीवा 16.8, सागर 16, सतना 16, सीधी 17,नर्मदापुर 17.6, इंदौर 13.8, खंडवा 15, खरगोन 16, पचमढ़ी 12, रायसेन 16.2, राजगढ़ 12, रतलाम 14.5, उज्जैन 14, छिंदवाड़ा 16.8, दमोह 16.8, और उमरिया में 16.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है।
अब ठंड से राहत मिली
मध्यप्रदेश में फरवरी महीने में अधिकांश शहरों में दिन का अधिकतम टेम्प्रेचर 32 डिग्री के पार पहुंच गया है। हालांकि इस दौरान रातें ठंडी रहती हैं। कुछ शहरों में बादल छाने के साथ बारिश भी होती है। इस बार भी लगभग ऐसा ही मौसम रहने की उम्मीद है। फरवरी के पहले सप्ताह में बादल छाए रहेंगे।
अभी एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव है। इसका असर 2 से 3 दिन रह सकता है। लेकिन यह सिस्टम स्ट्रॉन्ग नहीं है। ऐसे में पहले सप्ताह में बारिश की संभावना नहीं है। रात के तापमान में जरूर गिरावट होगी। दूसरे सप्ताह में ठंड का असर और कम होगा। 12 से 14 फरवरी के बीच बूंदाबांदी हो सकती है। आखिरी सप्ताह में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।