EOW’s big action : बालाघाट की कई सहकारी समितियां जांच के घेरे में, कई दस्तावेज जब्त
आर्थिक अनियमितताओं पर शिकंजा: EOW की टीम ने बालाघाट में छापेमारी कर सहकारी समितियों से दस्तावेजों की जांच की, धान खरीदी व परिवहन में गड़बड़ियों की जांच जारी
- बालाघाट में EOW की दबिश, सहकारी समितियां रडार पर
- धान खरीदी और परिवहन से जुड़े दस्तावेज जब्त, जांच जारी
- कार्रवाई के दौरान प्रशासन और पुलिस की तैनाती
EOW’s big action : सोमवार को जबलपुर EOW (आर्थिक अपराध शाखा) की 10 सदस्यीय टीम ने बालाघाट जिले के मोहगांव मलाजखंड में छापा मारा। डीएसपी स्वर्णजीत सिंह के नेतृत्व में टीम ने आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित मोहगांव और सहकारी विपणन समिति मर्यादित मोहगांव में गहन जांच की। इस दौरान, टीम ने धान खरीदी, परिवहन से जुड़े रिकॉर्ड और अन्य जरूरी दस्तावेज खंगाले।
समिति प्रबंधक टीएस कोर्राम ने बताया कि EOW अधिकारियों ने सोसायटी से जुड़ी धान खरीदी की लिस्ट, ट्रांसपोर्ट से जुड़े चालान, स्टॉक रजिस्टर सहित कई अहम दस्तावेजों की जांच की।
दोपहर से देर शाम तक चली जांच, कई दस्तावेज जब्त
जांच टीम दोपहर करीब 1 बजे मोहगांव पहुंची और देर शाम तक दस्तावेजों की पड़ताल करती रही। जांच के दौरान मीडिया को दूर रखा गया और किसी भी तरह की आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई। सूत्रों के मुताबिक, जबलपुर से प्राप्त अनियमितताओं की शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।
समिति प्रबंधक ने बताया कि उनकी सोसायटी के अंतर्गत जानपुर और मोहगांव ग्राम आते हैं। मोहगांव में 840 किसानों से 42,794.40 क्विंटल और जानपुर में 38,314 क्विंटल धान की खरीदी हुई थी। इन सभी रिकॉर्ड्स की जांच की गई है।
पुलिस की सख्त निगरानी
जांच के दौरान प्रशासन और पुलिस की भारी तैनाती देखी गई। तहसीलदार बिरसा राजू नामदेव, नायब तहसीलदार रतन सिंह धुर्वे और मलाजखंड पुलिस बल मौके पर मौजूद रहे।
सहकारी विपणन समिति के प्रबंधक एसआर कटरे ने बताया कि पल्हेरा केंद्र में 32,000 क्विंटल और मंडई केंद्र में 38,000 क्विंटल धान की खरीदी हुई थी। इन सभी सौदों से जुड़े दस्तावेज भी EOW टीम ने खंगाले। अंततः, सभी रिकॉर्ड्स टीम के पास जमा करवा दिए गए हैं, और अब इस मामले में आगे की जांच की जाएगी।
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