लेट बुवाई में भी शानदार मुनाफा गेहूं की 5 बेहतरीन किस्में जो करेंगी कमाई दुगुनी
Top 5 varieties of wheat : अगर आपने अब तक गेहूं की बुवाई नहीं की है, तो चिंता की कोई बात नहीं। आज हम आपको गेहूं की ऐसी पांच किस्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो लेट बुवाई के बाद भी बेहतर उत्पादन देती हैं। ये किस्में विशेष रूप से उन किसानों के लिए फायदेमंद हैं, जिन्होंने किसी कारणवश समय पर बुवाई नहीं की है या जिनके पास देरी से तैयार हुई जमीन है।
इन किस्मों की बुवाई का समय और उनकी उत्पादन क्षमता जानकर आप तय कर सकते हैं कि आपके खेतों के लिए कौन-सी किस्म सबसे उपयुक्त होगी।
1. एचडी 2851 (HD 2851)
- विशेषताएं:एचडी 2851 गेहूं की एक ऐसी किस्म है, जिसे विशेष रूप से देरी से बुवाई के लिए तैयार किया गया है। इसकी बुवाई का आदर्श समय 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक होता है।
- पकने का समय:यह किस्म 125 से 135 दिनों में तैयार हो जाती है।
- उत्पादन क्षमता: यह किस्म प्रति एकड़ 32 से 35 क्विंटल उत्पादन देती है। यह किस्म किसानों के लिए खास है क्योंकि यह कम समय में अधिक उत्पादन देती है।
फायदे:
- लेट बुवाई के लिए आदर्श।
- बेहतर गुणवत्ता वाले गेहूं का उत्पादन।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत।
अगर आप चाहते हैं कि कम समय में आपकी मेहनत रंग लाए, तो यह किस्म आपके लिए एकदम सही है।
2. एचडी 2967 (HD 2967)
- विशेषताएं:एचडी 2967 ऐसी किस्म है जो देरी से बुवाई के लिए सबसे अधिक लोकप्रिय है। इसकी बुवाई दिसंबर के अंत तक की जा सकती है।
- पकने का समय:यह किस्म 140 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
- उत्पादन क्षमता:प्रति एकड़ 25 से 30 क्विंटल उत्पादन देती है।
फायदे:
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अधिक है।
- कम पानी की आवश्यकता।
- लेट बुवाई के बावजूद अच्छी गुणवत्ता।
किसानों के बीच यह किस्म अपनी स्थिर पैदावार और कम मेहनत के कारण बहुत लोकप्रिय है।
3. यूपा 2338 (UPA 2338)
- विशेषताएं:यूपा 2338 गेहूं की एक ऐसी किस्म है जो लेट बुवाई के लिए विशेष रूप से जानी जाती है। इसकी बुवाई का सही समय 15 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच है।
- पकने का समय: यह किस्म 130 से 135 दिन में तैयार हो जाती है।
- उत्पादन क्षमता:प्रति एकड़ 26 से 30 क्विंटल तक उत्पादन देती है।
फायदे
- यह कम समय में तैयार होने वाली किस्म हे ।
- रोगों के प्रति सहनशील।
- कम उपजाऊ भूमि पर भी अच्छी पैदावार।
अगर आप समय से थोड़ा पीछे चल रहे हैं और फिर भी अच्छी पैदावार चाहते हैं, तो यह किस्म आपकी पहली पसंद होनी चाहिए।
4. श्री राम 303
- विशेषताएँ: श्री राम 303 एक उच्च गुणवत्ता वाली किस्म है जो कम समय में अधिक उत्पादन देने में सक्षम है।
- बुवाई का समय: 5 नवंबर से 5 दिसंबर।
- पकने का समय: यह किस्म 125 से 130 दिनों में पक जाती है।
- उत्पादन क्षमता: प्रति एकड़ 30 से 32 क्विंटल तक उत्पादन।
फायदे
- लेट बुवाई में भी बेहतर उत्पादन।
- रोगों के प्रति अधिक प्रतिरोधक।
- पानी की कम खपत।
यह किस्म उन किसानों के लिए उपयुक्त है जो जल्दी पकने वाली और अधिक उत्पादन देने वाली किस्म की तलाश में हैं।
5. एचडी 2888 (HD 2888)
- विशेषताएं:एचडी 2888 गेहूं की एक ऐसी किस्म है, जिसकी बुवाई दिसंबर के आखिरी हफ्ते में की जा सकती है।
- पकने का समय: यह किस्म 120 से 130 दिनों में यह तैयार हो जाती है।
- उत्पादन क्षमता: प्रति एकड़ 25 क्विंटल तक उत्पादन।
फायदे
- लेट बुवाई में भी स्थिर उत्पादन।
- बीमारियों और कीटों के प्रति सहनशील।
- कम समय में फसल तैयार।
यह किस्म किसानों को उनके निवेश का अधिकतम लाभ देने में सक्षम है।
लेट बुवाई के फायदे और ध्यान रखने योग्य बातें
लेट बुवाई के बावजूद मुनाफा:इन किस्मों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे देरी से बुवाई के बाद भी अधिक उत्पादन देती हैं।
- सही तकनीक अपनाएं:खेत की मिट्टी तैयार करते समय उर्वरकों का संतुलित उपयोग करें।
- मौसम का ध्यान रखें: बुवाई करते समय तापमान और नमी का ध्यान रखना जरूरी है।
- सिंचाई का सही प्रबंधन: इन किस्मों को कम पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन सही समय पर सिंचाई करना जरूरी है।
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