Digital Arrest : हलवाई को डिजिटल अरेस्ट कर 40 हजार रूपए ठगे, जानिए क्या होता है Digital Arrest

जब फिर उसका फोन आया तो हम तत्काल थाने पहुंचे और पुलिस को 40 हजार रूपए की ठगी का पूरा घटनाक्रम बताया।

Digital Arrest : मंदसौर मे साइबर ठगों ने पुलिस अधिकारी बनकर शामगढ़ में 38 वर्षीय हलवाई को 45 मिनट तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान संबंधित व्यक्ति से डरा धमकाकर 40 हजार रूपए ठग लिए। जब साइबर ठगों ने एक लाख 20 हजार की ओर मांग की तो संबंधित व्यक्ति को समझ आया। वह पत्नी और दोस्त के साथ बेटे के स्कूल जा पहुंचा। वहां प्राचार्य से बात की तो बेटा कक्षा में पढ़ाई कर रहा था।

उसके बाद फिर जब फोन आया तो ठगों पर गुस्सा निकाला और थाने में जाकर पुलिस को सूचना दी। 38 वर्षीय हलवाई का काम करने वाले व्यक्ति ने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे जब मैं किराना का सामान लेने गया था। तब मुझे वाट्सअप पर एक कॉल आया। मुझे मेरे नाम लेकर बोला और फिर कहा कि आपके बेटे के नाम यह है। मैंने कहा हां।

उसे बलात्कार के आरोप में दो अन्य लडक़ों के साथ पकड़ रखा है। पीड़िता और उसके माता-पिता भी यहां बैठे है। यह बात सुन मैंने कहा कि मैं कॉल कर रहा हूं। जैसे मैंने यह कहा उन्होंने कहा कि फोन काटा तो परेशानी हो जाएगी। बेटे को बाहर करना है तो इसके लिए जुर्माना देना होगा। इस पर मैं बहुत घबरा गया और पूछा कि कितना तो मुझ से 10 से 15 लाख की बात कही।

मैंने कहा यह बहुत अधिक है। फिर मुझसे कान्फ्रेंस पर बड़े साहब से बात करवाई। उसके बाद मुझसे 40 हजार रूपए तत्काल मांगे। मैंने पांच हजार रूपए डाले तो मुझे कहा कि रूपए नहीं दोगें तो दो मिनट में ऑनलाइन एफआईआर हो जाएगी। मैंने फिर 35 हजार रूपए ओर डाले।

उस दौरान 1 लाख 20 हजार रूपए ओर डालो नहीं तो एफआईआर कट जाएगी। उसके बाद मैंने हिम्मत कर के कॉल काट दिया। करीब 45 मिनट तक मुझसे बात कही। मैं तत्काल पत्नी और मित्र के साथ स्कूल गया। वहां पर प्राचार्य से बात की और बेटे के बारे में पूछा तो वह पढाई कर रहा था। फिर बेटे से मिला। जब फिर उसका फोन आया तो हम तत्काल थाने पहुंचे और पुलिस को 40 हजार रूपए की ठगी का पूरा घटनाक्रम बताया।

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