ACB Action : बिजली विभाग का इंजीनियर और कोरबा में पटवारी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए,
ACB Action: एसीबी की टीमों ने रायपुर और कोरबा में दो अलग-अलग मामलों में सरकारी अफसरों को रिश्वत लेते हुए दबोचा, शिकायत पर हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई ने सबको चौंका दिया।

- रायपुर में बिजली विभाग का इंजीनियर 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया
- कोरबा में पटवारी जमीन के रिकॉर्ड में नाम जोड़ने के लिए मांग रहा था रिश्वत
- दोनों मामलों में शिकायत के बाद एसीबी ने जाल बिछाकर की गिरफ्तारी
ACB Action: छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने सोमवार को जबरदस्त कार्रवाई करते हुए दो सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। ये गिरफ्तारी दो अलग-अलग जिलों – रायपुर और कोरबा – में हुई, जिससे सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है।
रायपुर में बिजली विभाग के सहायक अभियंता को 25 हजार की घूस लेते हुए पकड़ा गया, वहीं कोरबा के पाली तहसील में तैनात पटवारी को 10 हजार की रिश्वत लेते एसीबी ने धर दबोचा। इन दोनों मामलों में शिकायतकर्ताओं ने एसीबी से संपर्क किया था, जिसके बाद टीमों ने पहले जांच की और फिर जाल बिछाकर दोनों को पकड़ा।
रायपुर में इंजीनियर ने मांगी थी घूस, एसी कनेक्शन के नाम पर
बात रायपुर जिले की है, जहां छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के चंगोराभाठा जोन में पदस्थ सहायक अभियंता प्रवीण साहू पर एक बड़ा आरोप लगा।
शिकायतकर्ता शिवाजी राव, जो चरोदा (भिलाई) के निवासी हैं, ने ACB को बताया कि वह एसी सर्विस का नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने 12 किलोवाट थ्री-फेस बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था।
लेकिन वहां के अभियंता प्रवीण साहू ने साफ तौर पर कह दिया कि बिना “खर्चा-पानी” दिए कुछ नहीं होगा। उन्होंने 25 हजार रुपये की डिमांड रखी।
इसके बाद शिकायतकर्ता ने एसीबी रायपुर से संपर्क किया। टीम ने पहले पूरी जानकारी की पुष्टि की, फिर सोमवार को जाल बिछाया और इंजीनियर को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। अब अभियंता साहू के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कोरबा में पटवारी ने मांगे 25 हजार, एसीबी ने पकड़ा 10 हजार लेते
दूसरा मामला कोरबा जिले का है। यहां पाली तहसील के पटवारी सुल्तान सिंह बंजारा पर रिश्वत मांगने का आरोप है।शिकायतकर्ता समर सिंह, जो दुल्लापुर गांव के निवासी हैं, ने बताया कि वे पिछले 40 सालों से लगभग 3.25 एकड़ जमीन पर खेती कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उनका नाम उस जमीन के राजस्व रिकॉर्ड में नहीं जुड़ा है।
जब उन्होंने इस प्रक्रिया के लिए पटवारी से संपर्क किया, तो सुल्तान सिंह बंजारा ने सीधे 25 हजार रुपये की मांग कर दी।समर सिंह ने भी एसीबी बिलासपुर से संपर्क किया और अपना पक्ष रखा। जांच में शिकायत सही पाई गई। इसके बाद एसीबी टीम ने पहली किश्त के रूप में 10 हजार रुपये की राशि के साथ पटवारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
अब पटवारी बंजारा के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है और उसे न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया जारी है।अब दोनों अधिकारियों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज हो चुका है। जल्द ही उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा और विभागीय कार्रवाई भी शुरू की जाएगी।