MP का अनोखा गांव: जंहा नेटवर्क बना शादी में रोड़ा , कुंवारे रह गए गांव के लड़के जानिए बजह
रिश्ते के लिए जब हम किसी के घर जाते हैं तो लड़की वाले सबसे पहले यही पूछते हैं कि मोबाइल नेटवर्क की समस्या कैसे हल होगी
- सिवनी जिले के नयेगांव में मोबाइल नेटवर्क की भारी समस्या
- युवाओं की शादी में अड़चन, लड़कियां करने लगीं इनकार
- सरकार और टेलीकॉम कंपनियों से समाधान की गुहार
- मोबाइल नेटवर्क न होने से कुंवारे रह गए गांव के लड़के
Marriage Issues: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले का एक गांव इन दिनों चर्चा में है, लेकिन वजह किसी आम मुद्दे से अलग है। इस गांव में मोबाइल नेटवर्क की इतनी किल्लत है कि अब यहां के युवाओं की शादियां तक रुक गई हैं। शादी के रिश्ते आते तो हैं, लेकिन लड़की वाले जब सुनते हैं कि गांव में मोबाइल सिग्नल नहीं आता, तो वे तुरंत इनकार कर देते हैं।
पेंच टाइगर रिजर्व का बफर जोन बना वजह
नयेगांव, जो कि पेंच टाइगर रिजर्व के बफर जोन में आता है, वहां किसी भी टेलीकॉम कंपनी का नेटवर्क नहीं है। इसकी वजह से न केवल ग्रामीणों को रोजमर्रा की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि युवाओं की शादी भी मुश्किल हो गई है। लड़की वालों की सबसे पहली शर्त यही होती है कि शादी के बाद उनकी बेटी फोन पर पति से बात कैसे करेगी?
‘बेटी से कैसे बात करोगे?’ – रिश्ते से पहले सवाल
गांव के डुलम सिंह कुंजाम, जो खुद भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, ने बताया, “रिश्ते के लिए जब हम किसी के घर जाते हैं तो लड़की वाले सबसे पहले यही पूछते हैं कि मोबाइल नेटवर्क की समस्या कैसे हल होगी? उनकी चिंता जायज भी है। शादी के बाद पति-पत्नी के बीच संवाद बहुत जरूरी होता है।
फोन पर बात करने के लिए 3 किलोमीटर का सफर
गांव में नेटवर्क नहीं होने की वजह से लोगों को फोन पर बात करने के लिए करीब तीन किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। जरूरी कॉल करने के लिए भी उन्हें पहाड़ों और जंगलों में नेटवर्क तलाशना पड़ता है। यह परेशानी सिर्फ शादी तक सीमित नहीं है, बल्कि इमरजेंसी हालातों में भी बड़ा समस्या बन जाती है।
एम्बुलेंस बुलाने में भी परेशानी
ग्रामीणों के लिए नेटवर्क न होना सिर्फ शादी-ब्याह तक सीमित नहीं है, बल्कि रोजमर्रा के जीवन में भी यह बड़ी समस्या बन चुका है। कई बार गांव में बीमार लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस बुलानी होती है, लेकिन नेटवर्क नहीं होने की वजह से समय पर मदद नहीं मिल पाती।
उम्मीद की किरण- लग सकता है बीएसएनएल का टावर
गांव की इस अनोखी समस्या को लेकर अब कुछ उम्मीदें भी जागी हैं। पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह ने जानकारी दी है कि बीएसएनएल ने बफर जोन में मोबाइल टावर लगाने के लिए आवेदन किया है। यदि यह टावर लग जाता है, तो नयेगांव के लोगों को इस गंभीर समस्या से निजात मिल सकती है।
सरकार और टेलीकॉम कंपनियों से अपील
गांव के लोगों ने सरकार और टेलीकॉम कंपनियों से जल्द से जल्द मोबाइल नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। यदि इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो आने वाले समय में यह गांव और भी ज्यादा सामाजिक और आर्थिक संकटों का सामना कर सकता है।
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