गेहूं की यह किस्म बहुत ही खास किस्म है और पूरे 8 से 10 साल शोध करने के बाद वैज्ञानिकों ने इसको (New wheat variety 2023 ) विकसित किया है
हमारे देश के कृषि वैज्ञानिक आए दिन समय-समय पर नई-नई किस्म को तैयार करते हैं अभी लुधियाना में स्थित पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्लांट ब्राडीइंग और जेनेटिक्स डिपार्मेंट ने गेहूं की एक ऐसी किस्म को विकसित किया है यह गेहूं की एक ऐसी किस्म है जिससे लोगों का मोटापा और शुगर के इन्सुलिन लेवल को बढ़ने नहीं देता है
New wheat variety 2023
बताया जा रहा है कि लुधियाना में स्थित एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में इस किस्म को तैयार करने में 10 साल का समय लग गया है तब जाकर गेहूं की इस किस्म को तैयार किया गया है और इस किस्म का नाम वैज्ञानिकों ने PBW RS 1 “पीवीडब्ल्यू आर एस 11 ” और अब आपको इससे नई किस्म न्यू व्हीट वेराइटी 2023 की क्या-क्या खासियत है और बाजार में आपको यह गेहूं की किस्म कब तक प्राप्त होगी इसके बारे में सारी जानकारी यहां पर दी जा रही है
कृषि वैज्ञानिकों ने तैयार हुई PBW R1 किस्म
अक्सर सुनने में आता है कि जो लोग मोटापे से ग्रसित होते हैं उनको हमेशा डॉक्टर गेहूं खाने से मना करते हैं परंतु पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्लांट ब्राडीइंग और जेनेटिक डिपार्टमेंट के कृषि वैज्ञानिकों ने तकरीबन 8 साल से 10 साल तक गेहूं की बहुत सारी किस्म पर शोध किया है
और शोध करने के बाद उन्होंने गेहूं की एक नई PBW R1 किस्म को तैयार किया है और इस गेहूं की किस्म को डॉक्टर भी मोटापे से ग्रसित है या शुगर के मरीज को इस गेहूं की किस्म को खाने से मना नहीं कर सकते
PBW R1 गेहूं के नियमित सेवन के कई फायदे
लुधियाना में स्थित पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्लांट ब्राडाइंग और जेनेटिक डिपार्टमेंट के द्वारा जो गेहूं की स्पेशल किस्म को तैयार किया है और इस PBW R1 (New wheat variety 2023 ) की गेहूं के किस्म की बहुत सारे फायदे हैं
जिससे इस गेहूं की किस्मत का सेवन करने से हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदा होने वाले हैं और जो गेहूं की नई किस्म पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी ने विकसित की है और इस गेहूं की किस्म पर शोध किया है उसे डायबिटीज से ग्रस्त मरीजों के लिए यह गेहूं की किस्म किसी वरदान से काम नहीं है
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लुधियाना में स्थित पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्लांट ब्राडीइंग एंड जेनेटिक्स डिपार्टमेंट में जो गेहूं की किस्मत प्रस्तुत किया गया है वह गेहूं की यह किस्म बहुत ही खास किस्म है और पूरे 8 से 10 साल शोध करने के बाद वैज्ञानिकों ने इसको विकसित किया है जिस टाइप टू डायबिटीज और हृदय से जुड़ी बीमारियों के खतरों को भी काम किया जा सकता है
यदि कोई इस गेहूं के न्यू व्हीट वेराइटी 2023 यदि रोजाना गेहूं को खाने में उपयोग करते हैं तो लोगों को मोटापे और शुगर जैसी समस्याओं पर नियंत्रण किया जा सकता है और इस गेहूं की किस्म मैं न्यूट्रा सिटी कल वैल्यूज अधिक पाया जाता है और इस गेहूं की किस्म में रेजिस्टेंस स्टार्च का कॉन्टेंट कंटेंट भी पाया जाता है
कब मिलेगी मार्केट में PBW R1 गेहूं
PBW R1 इस किस्म का यदि डायबिटीज के मरीज रोजाना उपयोग करते हैं तो उनको बहुत फायदा होगा यह गेहूं फाइबर की तरह है तुरंत ही डाइजेस्ट हो जाती है और वैज्ञानिकों के अनुसार यह बताया जा रहा है कि इस गेहूं की किस्म को साल 2024 में अप्रैल के महीने के बाद से बाजार में उपलब्ध किया जाएगा
उन्होंने यह भी बताया है कि इस नए बीज की फसल तो कम होगी परंतु बाजार में इसका दाम अधिक मिलेगा और इस साल रबी के सीजन में किसानों को यह बीज लगाने के लिए दिया जा रहा है और इसके अलावा इस फसल को कैसे तैयार करना है इसका प्रशिक्षण भी किसानों द्वारा किया जाएगा
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