Mp Corruption : धरती मां के लिए रिश्वत का सूटकेस, रीवा में फौजी का अनोखा विरोध, कलेक्टरेट में अफसरों की हालत पतली

Mp Corruption : रीवा में जनसुनवाई के दौरान एक रिटायर्ड फौजी ने पैसों और गहनों से भरा ब्रीफकेस अधिकारियों के सामने रख दिया, कहा– रिश्वत चाहिए तो ये सब ले लो, बस मेरा काम कर दो।

  • रिटायर्ड फौजी योगेश तिवारी पहुंचे जनसुनवाई में पैसों-गहनों से भरे ब्रीफकेस के साथ
  •  बोले– अफसर बिना रिश्वत काम नहीं करते, इसलिए खुद रिश्वत लेकर आया हूं
  • अधिकारियों के बीच मचा हड़कंप, कलेक्टर के सामने रखी जीवन भर की कमाई

Mp Corruption : मध्य प्रदेश के रीवा जिले में इस बार जनसुनवाई कुछ हटके रही। आमतौर पर लोग अपनी फाइलें और फरियाद लेकर पहुंचते हैं, लेकिन इस बार एक पूर्व सैनिक ने ऐसा कदम उठाया कि पूरा कलेक्टरेट दफ्तर सकते में आ गया।

रीवा के रहने वाले रिटायर्ड फौजी योगेश तिवारी सीने पर मेडल, हाथ में पत्नी के गहने और एक ब्रीफकेस लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। ब्रीफकेस खाली नहीं था, उसमें नोटों की गड्डियां और सोने के जेवर थे। जैसे ही वह कलेक्टर के सामने पहुंचे, उन्होंने कहा – “साहब, रिश्वत चाहिए तो ये सब ले लीजिए। ये मेरे जीवन की पूरी कमाई है। आप या आपके अफसर जो मेरा काम करेंगे, ये सब उन्हीं का हो जाएगा। बस मेरा काम हो जाए।”

धरती मां’ के लिए लड़ा फौजी अब सिस्टम से लड़ रहा है

योगेश तिवारी का कहना है कि वह कई महीनों से अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। उनकी पुश्तैनी जमीन का मामला है, और हर दफ्तर, हर टेबल पर उनसे कुछ न कुछ मांगा जा रहा है मतलब साफ है, बिना घूस कोई सुनवाई नहीं हो रही।

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उनका कहना है कि वह इस देश के लिए लड़ चुके हैं, लेकिन अब अपनी ही ज़मीन के लिए भी उन्हें लड़ाई लड़नी पड़ रही है। और यह लड़ाई किसी दुश्मन से नहीं, बल्कि उस सिस्टम से है जिससे उन्होंने कभी देश की रक्षा की थी।

ब्रीफकेस में क्या-क्या था?

  • पत्नी के सभी सोने के जेवर
  •  बैंक में जमा जीवन भर की सेविंग्स
  • कुछ पुराने मेडल और सम्मान पत्र भी

उन्होंने कहा, “इससे ज़्यादा अब क्या दूं? मेरे लिए मेरी ज़मीन मेरी मां है। उसकी रक्षा के लिए जान भी दे सकता हूं।”

कलेक्टरेट में अफसरों की हालत पतली

जैसे ही ये सब हुआ, कलेक्टरेट दफ्तर में हड़कंप मच गया। किसी को समझ नहीं आया कि इस स्थिति को कैसे हैंडल किया जाए। कई अफसर तो चुपचाप खिसकते नजर आए, वहीं कुछ ने कलेक्टर से नजरें चुराई।

कलेक्टर ने फौरन मामले को गंभीरता से लिया और फौजी से पूरी बात सुनी। फिर ज़मीन से जुड़े रिकॉर्ड मंगवाए और संबंधित अधिकारियों को तुरंत जांच के आदेश दे दिए।

रिश्वत के खिलाफ अनोखा विरोध चर्चा में फौजी

योगेश तिवारी का विरोध अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है। लोग कह रहे हैं कि जब एक देश के लिए जान देने वाला फौजी भी इस सिस्टम में न्याय के लिए तरस रहा है, तो आम आदमी की क्या बिसात? लोगों का यह भी कहना है कि तिवारी जी ने जो कदम उठाया, वो सिर्फ एक विरोध नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम को आईना दिखाने जैसा है।

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