Ending Naxalism : मध्यप्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना बालाघाट पहुंचने के बाद डीजीपी ने पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक गोपनीय बैठक ली। गौरतलब हैं कि बालाघाट में रविवार को पुलिस और नक्सली के बीच मुठभेड़ हुई थी ।
जिसमें हॉक फोर्स के शिवकुमार नामक एक जवान की सिर में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे।जिसका गोंदिया में इलाज चल रहा है। बैठक के बाद डीजीपी घायल जवान को देखने के लिए भी गोंदिया पहुंचे।
बालाघाट में रविवार को रूपझर थाना क्षेत्र के ग्राम दुगलई के पास जंगल में हॉक फोर्स के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में हॉक फोर्स के एक जवान को सिर में गोली लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसका गोंदिया के प्राइवेट अस्पताल में इलाज जारी है।
घटना के बाद आनन फानन में मुख्यमंत्री ने जवान का इलाज करने वाले डॉक्टरों से फोन पर चर्चा करते हुए बेहतर इलाज कराने की बात कही। तो वही दूसरी ओर पुलिस डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना औचक बालाघाट पहुंचकर जिले के आईजी, पुलिस अधीक्षक,सहित नक्सल ऑपरेशन से जुड़े पुलिस के अधिकारियों के साथ गोपनीय बैठक भी ली।
इसके बाद घायल जवान से मिलने गोंदिया भी रवाना हुए। मीडिया से चर्चा करते हुए डीजीपी कहा कि पुलिस जवानों के हौसले बुलन्द है क्योंकि जो पिछले 30 सालों में नक्सली सफलता हाथ नहीं मिली थी वह इन 5 सालों में पुलिस को मिली है।
विगत 5 सालों में एरिया कमेटी रैंक के नक्सली से लेकर डिविजनल कमेटी रैंक के लाखों रुपए ईनामी नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया या तो मार गिराया गया। आपको बता दूं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा नक्सलवाद को समाप्त करने कहा गया है। मध्यप्रदेश सरकार उसी नक्शे कदम पर है। जल्द ही मध्यप्रदेश को नक्सली मुक्त किया जाएगा।
मेरा नाम आलोक सिंह है। मैं भगवान नरसिंह की नगरी नरसिंहपुर से हूँ। पत्रकारिता में मास्टर डिग्री पूरी करने के बाद मैंने पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रवेश किया। मुझे इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रिंटिंग मीडिया में पत्रकारिता का 20 साल का अनुभव है। मैं प्रामाणिकता के साथ समाचार लिखने में माहिर हूँ।