Harda News : मदद करो… मेरी पत्नी दो महीने से लापता है, हरदा में युवक ने हाथ में तख्ती लेकर कलेक्टर से लगाई इंसाफ की गुहार
Harda News : धर्मेंद्र नागराज की पत्नी यशवी मेहर 21 फरवरी को संदिग्ध हालात में लापता हुई, लेकिन दो महीने बीत जाने पर भी पुलिस की कार्रवाई न होने से पीड़ित युवक ने कलेक्टर से मांगी मदद।

- युवक ने आर्य समाज मंदिर में की थी लव मैरिज, ससुराल पक्ष था नाराज़
- लापता पत्नी की तलाश के लिए लगाई सीएम हेल्पलाइन, एसपी ऑफिस और थाने की चौखट
- पुलिस कार्रवाई से नाराज़ होकर हाथ में तख्ती लेकर पहुंचा कलेक्टर जनसुनवाई
Harda News : हरदा जिले में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने हर किसी को भावुक कर दिया। एक युवक हाथ में एक तख्ती लेकर आया था, जिस पर लिखा था मदत करो…मदत करो…दो महीने से मेरी पत्नी लापता है।”
ये युवक कोई आम शिकायतकर्ता नहीं था, बल्कि एक ऐसा इंसान था जो दो महीने से अपनी पत्नी की तलाश में सिस्टम से लगातार गुहार लगा रहा है ले।
इस युवक का नाम है धर्मेंद्र नागराज, जो हरदा जिले के खिरकिया का रहने वाला है। धर्मेंद्र ने बताया कि उसने इंदौर के सिमरोल गांव की रहने वाली यशवी मेहर से आर्य समाज मंदिर में 27 नवंबर 2024 को लव मैरिज की थी।
शादी के बाद दोनों ने साथ रहना शुरू कर दिया, लेकिन धर्मेंद्र के मुताबिक उनकी शादी से यशवी के परिवार वाले खुश नहीं थे। ससुराल पक्ष ने शादी को न मानते हुए कई बार यशवी को वापस ले जाने की धमकी भी दी थी।
21 फरवरी 2025 का मनहूस दिन
धर्मेंद्र ने बताया कि 21 फरवरी की सुबह करीब 9 बजे, कुछ अज्ञात लोग एक गाड़ी (MP09 DA 5822 नंबर की) से आए और यशवी को जबरन अपने साथ ले गए। धर्मेंद्र के अनुसार, ये सबकुछ उसकी आंखों के सामने हुआ, लेकिन वो कुछ कर नहीं पाया।
उसके बाद से यशवी का कोई सुराग नहीं मिला है। दो महीने बीत चुके हैं लेकिन अभी तक उसकी पत्नी की कोई खबर नहीं है।
शिकायत पर शिकायत
घटना के तुरंत बाद धर्मेंद्र ने छीपाबड़ थाने में जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके अलावा उसने सीएम हेल्पलाइन 181, एसपी ऑफिस और अन्य अधिकारियों से भी संपर्क किया।
परिवार की आशंका के मुताबिक यह एक सुनियोजित अपहरण हो सकता है, लेकिन पुलिस की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
तख्ती लेकर जनसुनवाई पहुँचा युवक
परेशान धर्मेंद्र ने अब प्रशासन की नींद जगाने के लिए एक नया तरीका अपनाया। मंगलवार को वह कलेक्टर जनसुनवाई में एक तख्ती लेकर पहुंचा, जिस पर साफ-साफ लिखा था मेरा नाम धर्मेंद्र नागराज है, मेरी पत्नी यशवी मेहर को 21/02/2025 को कुछ अज्ञात लोग उठा ले गए हैं। आज 29/04/2025 हो चुका है, मेरी पत्नी का अब तक कोई पता नहीं चला है। मेरी मदद करो।”
क्या कहती है पुलिस
अब तक पुलिस की ओर से इस केस को लेकर कोई ठोस बयान सामने नहीं आया है। धर्मेंद्र का आरोप है कि थाना प्रभारी और उच्च अधिकारियों ने उसे सिर्फ आश्वासन दिए, पर कार्रवाई के नाम पर फाइलें इधर-उधर घूमती रहीं।
एक गाड़ी का नंबर होने के बावजूद उस पर कोई जांच क्यों नहीं हुई, ये सवाल अब हर किसी के मन में उठ रहा है।