FASTag New Rule : FASTag का नया नियम लागू,नियम के पीछे क्या है सरकार का मुख्य उद्देश्य,जानिए
- FASTag के नए नियम
- सरकार का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
- यूजर्स को फास्टैग को पहले रिचार्ज करना होगा
- फास्टैग लेनदेन की संख्या 6% से बढ़कर 38.2 करोड़
FASTag New Rule: FASTag का नया नियम 17 फरवरी 2025 से शुरु होने जा रहा है।नेशनल पेमेंट्स कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया की ओर से FASTag बैलेंस वैलिडेशन नियम लागू किया जा रहे हैं इसमें यूजर को अपने फास्ट्रेक स्टेटस के बारे में एक्ट रहने की जरूरत होगी। ऐसा न होने पर फास्टैग पेमेंट रुक सकती है।और उस पर अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
FASTag के नए नियम
एनपीसीआई ने 28 जनवरी 2025 को नए नियम जारी किए हैं। जिसके मुताबिक 17 फरवरी 2025 से अगर टोल प्लाजा पर टैग रीड करने से पहले 60 मिनट से ज्यादा समय तक टैग को ब्लैक लिस्ट या फिर टैग रीड करने के काम से कम 10 मिनट तक ब्लैक लिस्ट रहा है। तो पेमेंट नहीं किया जा सकता ।
यह नया नियम यूजर्स को अपने फास्ट्रेक स्टेटस में सुधार करने के लिए 70 मिनट की विंडो देता है।सिस्टम में इस तरह के पेमेंट को ‘एरर कोड 176″ लिखकर रिजेक्ट कर देगा। इसके साथ ही टोल भुगतान को सरल बनाने और विवादों को कम करने के लिए चार्जबैक प्रक्रिया और कूलिंग अवधि के साथ-साथ लेनदेन अस्वीकार नियमों में भी बदलाव किए गए हैं।
नई गाइडलाइंस के अनुसार अगर वाहन के टोल रीडर से गुजरने के बाद टोल लेन-देन 15 मिनट से अधिक समय में किया जाता है, तो फास्टैग यूजर्स को अतिरिक्त शुल्क देना पड़ सकता है।
सरकार का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
इस नियम को लागू करने के पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य फास्टैग में होने वाली परेशानी के कारण टोल पर लगने वाली गाड़ियों की लंबी कतारों को कम करना से है इससे परेशानी को कम किया जा सकता है।और यात्रा को सुविधाजनक बनाया जा सकता है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने फास्टैग इकोसिस्टम में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव जारी कर दिए है।जिसका लक्ष्य टोल भुगतान को सुव्यवस्थित करना, विवादों को कम करना और धोखाधड़ी पर रोक लगाना है।
यूजर्स को फास्टैग को पहले रिचार्ज करना होगा
अपडेटेड राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह गाइडलाइंस के मुताबिक यदि किसी लेनदेन में देरी होती है और यूजर्स के फास्टैग खाते में लो बैलेंस है,तो टोल ऑपरेटर को जिम्मेदार बताया जाएगा। इससे पहले यूजर्स टोलबूथ पर ही फास्टैग रिचार्ज करके आगे जा सकते थे। लेकिन अब नए नियम के बाद यूजर्स को फास्टैग को पहले रिचार्ज करना होगा।
FASTag अगर ब्लैकलिस्टेड है फिर
आपका FASTag अगर ब्लैकलिस्टेड है तो उसे ठीक करने के लिए आपके पास कुल 70 मिनट का समय दिया जाएगा।आप चाहे कम बैलेंस की वजह से, केवाईसी अपडेट न होने की वजह से या रजिस्ट्रेशन नंबर में गड़बड़ी की वजह से ब्लैकलिस्ट हुए हों, आपके पास 70 मिनट का समय होगा। रिचार्ज करते ही आपका फास्टैग एक्टिव हो जाएगा।
फास्टैग लेनदेन की संख्या 6% से बढ़कर 38.2 करोड़
एनपीसीआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर में फास्टैग लेनदेन की संख्या 6 प्रतिशत बढ़कर 38.2 करोड़ है।जो कि नवंबर में 35.9 करोड़ थी।और साथ ही फास्टैग लेनदेन की वैल्यू 9 प्रतिशत बढ़कर 6,642 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि नवंबर में 6,070 करोड़ रुपये थी।