बारिश से सीजन में हुई खराब फसलों का नुकसान के लिए किसान मुआवजा राशि के लिए यहां करें संपर्क

प्रदेश में हुई लगातार बारिश के कारण फसलों का खासा नुकसान हुआ ( Fasal Muaawja ) के लिए कहां करना होगा

Pmfby : साल 2023 में जुलाई और अगस्त में होने वाली फसलों में किसानों को नुकसान होने वाला है क्योंकि अगस्त और सितंबर महीने में बारिश न होने के कारण उनकी फसल अधिक प्रभावित हुई है क्योंकि जब  फसलों को पानी की आवश्यकता थी तब बारिश नहीं हुई तब सूखा पड़ा रहा और अभी भी ऐसी कोई खास बारिश नहीं हो रही है

जिसके कारण किसानों की फसलों में कुछ असर हो सके इसलिए इस बार खरीफ की फसलों में किसानों को अच्छा खासा नुकसान झेलना पड़ सकता है इस मौसम के कारण सबसे अधिक नुकसान सोयाबीन की फसलों में होना बताया जा रहा है और सोयाबीन की अर्ली वैरायटी की फसल एक ऐसी फसल है जब अगस्त महीने में उसे फसल को अच्छी बारिश की आवश्यकता पड़ती है

तब बारिश नहीं हुई है और अगस्त के महीने में अधिकतर सुख ही रहा है तो इससे सोयाबीन की फैसले कमजोर हो गई हैं और इस वजह से इन फसलों में अधिक नुकसान हो रहा है

और ऐसा ही साल 2023 में भी हुआ था सोयाबीन की फसल जब किसानों ने जुलाई के महीने में बोई थी तो अगस्त का महीना भी बारिश नहीं हुई थी उसके कारण भी किसानों को अपनी सोयाबीन की फसल में बहुत ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ा था

इन सोयाबीन की फसलों की किस्मों को पानी न मिलने के कारण इनके फूल सूख गए थे जिससे की सोयाबीन की उपज अच्छी नहीं हुई थी यदि जब फूल ही सूख जाएंगे तो फसल का नष्ट होना तो स्वाभाविक सी बात है परंतु पिछले साल सितंबर महीने में जब तेज बारिश हुई थी तो सितंबर महीने में लगने वाली दलहन तिलहन उत्पादक राज्य में लगातार बारिश के कारण खरीफ की फसलों पर नुकसान होने लगा था

पिछली बारिश में भी किसानों को संकट में डाला और सितंबर महीने कि पहले ही हफ्ते में जो बारिश का दौड़ चलना शुरू हुआ था तो वह अभी तक रुक-रुक कर चल रहा है और इन सब के कारण मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में एक अन्य स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव होने की संभावनाएं जताई गई है और यह सिस्टम 20 सितंबर और 21 सितंबर को अधिक सक्रिय होने की आशंका बताई जा रही है जिसके कारण प्रदेश में फिर से 24 सितंबर 2023 को भारी बारिश होने की संभावना बताई जा रही है

जब यह बारिश 24 सितंबर में होगी तब किसानो की फसलों में नुकसान ( Fasal Muaawja )  होने की आशंका बताई जा रही है अभी साल अगस्त महीने से अधिक सितंबर महीने में तेज बारिश होने की संभावना बताई जा रही है बल्कि यह समय मानसून के जाने का समय होता है परंतु बारिश का मौसम अभी भी जारी है

सोयाबीन की फसल को हुआ खासा नुकसान ( Fasal Muaawja )

जिस प्रकार अगस्त 2023 में बारिश न होने के कारण और सितंबर महीने में तेज बारिश हो रही है इन सभी को देखकर किसान भाई चिंतित हैं क्योंकि जब अगस्त के महीने में किसानों को अपनी फसलों में बारिश की आवश्यकता थी तब तो बारिश हुई नहीं है

परंतु जब उनकी बारिश कुछ हद तक ठीक हो गई है तब तेज बारिश के कारण फसलों को अधिक नुकसान झेलना पड़ रहा है और किसान भाइयों को यह भी चिंता है कि कहीं उनके फैसले कुछ मात्रा में खेतों पर ना रह जाए सितंबर महीने की बारिश ने यह तो पक्का कर दिया है

इस बार बारिश सितंबर महीने में होने के कारण फसलों को नुकसान होगा और उसके कारण किसानों को फसलों में अच्छा उत्पादन प्राप्त नहीं होगा दो या तीन जिलों को छोड़कर शेष जिलों में किसानों को अपनी फसलों में अच्छा उत्पादन प्राप्त नहीं हुआ मैं गिरावट आने लगेगी

तिलहन की फसल ( Fasal Muaawja ) में भी बहुत तेजी से परीक्षा लग गया है क्योंकि बताया जा रहा है कि अगस्त महीने में बारिश न होने के कारण तिलहन की फसल को नुकसान हुआ है और उसके कारण तिलहन की फसल के भाव और गिर सकते हैं चाहे वह सोयाबीन की फसल हो या मूंगफली की फसल हो इन सभी को अगस्त महीने में बारिश न होने के कारण नुकसान होगा और उसके कारण उनके भाव में उतार चढ़ाव होता रहेगा और इसके साथ-साथ दलहनों की फसलों की भी हालत अच्छी नहीं है

क्योंकि विदेशों में मसूर फसल की अलावा और कोई दलहन ज्यादा मात्रा में आयात नहीं हो पाएगी और जानकारी के अनुसार यह बताया जा रहा है कि इस साल सोयाबीन और दूसरी फसलों के दामों में भी ज्यादा फायदा नहीं होगा

मुआवजे एवं राहत (Fasal Muaawja) राशि के लिए किसान यहां करें संपर्क

प्रकृति के आपदा के कारण जिन-जिन किसानों को अपनी फसलों में नुकसान होता है चाहे वह तेज आंधी तूफान के कारण या चुका होने के कारण जो भी नुकसान किसानों को होता है उन किसान भाइयों का साथ ही फसल बीमा योजना (Pmfby) के माध्यम से राहत राशि और मुआवजा (Fasal Muaawja)  के लिए फसल बीमा कंपनी पर जाकर संपर्क कर सकते हैं और संपर्क करने के लिए यह कंपनियां पूरी तरीके से किसानों के लिए निशुल्क रखी गई है और इसके अलावा आप फसल बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर भी जाकर संपर्क कर सकते हैं

परंतु आप संपर्क तभी कर सकते हैं जब आपको सरकार द्वारा किसी भी प्रकार का मुआवजा नहीं प्राप्त हो रहा है और प्राकृतिक आपदा के कारण आपकी फसलों को बहुत अधिक नुकसान (Fasal Muaawja) हो रहा है और आपके फसलों की हालत ठीक नहीं है तब आप किस फसल बीमा कंपनी में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं

एमपी (Pmfby) के जिले में किस कंपनी के द्वारा फसल बीमा (Fasal Muaawja)  किया गया जानिए जानिए

मंदसौर,नीमच ,रतलाम ,आगरामालवा ,शाजापुर, भोपाल ,सीहोर ,अशोक नगर ,भिंड ,दतिया ,गुना, ग्वालियर ,मुरैना, राजगढ़, शिवपुरी, अनूपपुर ,बालाघाट, छिंदवाड़ा ,डिंडोरी ,जबलपुर, कटनी ,मंडल, नरसिंहपुर, शिवानी, शहडोल ,उमरिया, छतरपुर, दमोह, निवाड़ी, पन्ना ,रीवा ,सागर, सतना, सीधी ,सिंगरौली, टीकमगढ़ ,आदि जिलों में फसल बीमा किया गया है

  • इफ्को टोक्यो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड

 उज्जैन जिले में फसल बीमा किया है

  • एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिट

 इस कंपनी ने रायसेन ,विदिशा ,देवास, इंदौर, बैतूल, हरदा ,नर्मदा पुरम ,आदि जिलों में फसल बीमा किया है

  • एचडीएफसी एग्रो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड

इस कंपनी ने अलीराजपुर ,बड़वानी, बुरहानपुर, धार, झाबुआ ,खंडवा, खरगोन, जिले में फसल बीमा किया है

फसल बीमा कंपनी (Fasal Muaawja)  के टोल फ्री नंबर

मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अलग-अलग कंपनियों ने फसल बीमा किया है और यहां पर आपको सभी बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर भी दिए गए हैं आप जिस जिले में रहते हैं और आप का जिस कंपनी ने फसल बीमा किया है आप उसे कंपनी के टोल फ्री नंबर पर किस से संबंधित जानकारी पूछ सकते हैं

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