E Uparjan 2024 केंद्र सरकार के द्वारा 8558 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है और इसके अलावा उड़द के लिए एमएसपी ने 6950 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है
E Uparjan 2024 :किसान भाइयों ने गर्मी के सीजन में मूंग और उड़द की फसल को लगाया था और अब उनकी फसल तैयार होकर चुकी है अब किसान भाई अपनी मूंगऔर उड़द की फसल को बेचने के लिए तैयार है और अब किसान भाई अपनी फसल को अच्छे दामों में बेच सकते हैं
परंतु अभी राज्य सरकार ने तैयार मूंग और उड़द की फसल को खरीदने की तारीख को 5 दिन बढ़ा दी है अब 10 जून 2024 तक की तारीख को तय की गई है बताया जा रहा है कि पहले मूंग और उड़द की फसल को बेचने के लिए पंजीयन की तारीख 10 जून 2024 तय की गई थी
परंतु ज्यादा से ज्यादा किसानों को एमएसपी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पंजीयन की तारीख को आगे कर दिया गया है और अब 13 जून 2024 को मूंग और उड़द की फसल का पंजीयन करवा कर एमएसपी को भेज सकते हैं
ई उपार्जन एमपी ( E Uparjan Mp)
E Uparjan 2024 की जानकारी देते हुए उमेश कटहरे उप संचालक क्रषि नरसिहपुर ने जानकारी के देते हुए बताया गया है कि पहले गर्मी के सीजन में जो मूंग और उड़द के उपार्जन के लिए किसानों का पंजीयन की तारीख 20 मई से 10 जून तय कि गई थीं
परंतु अब पंजीयन की इस तारीख को आगे बढ़कर 13 जून 2024 कर दिया गया है और उन्होंने पंजीयन की तारीख को सिर्फ इसलिए बढ़ाया है जिससे कि ज्यादा से ज्यादा किसान अपना पंजीयन कर सके अभी कर 25271 पंजीयन हो चूके हें
केंद्र सरकार की तरफ से रवि और खरीफ मौसम की सभी फसलों के लिए एमएसपी (MSP 2024)के द्वारा निर्धारित किया जाता है मूंग और उड़द का एमएसपी 2024 (MSP 2024) के लिए केंद्र सरकार के द्वारा 8558 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है और इसके अलावा उड़द के लिए एमएसपी ने 6950 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है और किसान भाइयों से इसी कीमत पर मूंग और उड़द को खरीदा जाएगा
मध्य प्रदेश में मूंग व उड़द की खेती (Mp E Uparjan)
आपको बता दे की मध्य प्रदेश में साल 2024 में 13 लाख 24 हजार हेक्टेयर से भी ज्यादा क्षेत्र में जायद फसलों की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है और इसके साथ ही 22 अप्रैल 2024 तक 7. 91 लाख हेक्टेयर से भी ज्यादा क्षेत्र में जायज फसलों की बुवाई की गई है
और यह है लक्ष्य 60 % है और जायद फसलों के अंतर्गत मूंग उड़द मक्का धान मूंगफली जैसी फसलों को शामिल किया जाता है और इन फसलों में यदि सबसे ज्यादा फायदा किसी फसल में होता है तो वह मुख्य रूप से मूंग की फसल है
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साल 2024 में जायद फसलों में करीब 11 लाख 58000 हेक्टेयर में मूंग की फसल लेने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इसके एवज में 22 अप्रैल 2024 तक लगभग 6. 92 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में मूंग की बुवाई की गई थी और इसके विपरीत पिछले साल सिर्फ 6.02 हेक्टर से भी ज्यादा क्षेत्र में मूंग की फसल की बुवाई की गई थी
इन जिलों में होती है मूंग की खेती (E Uparjan Mp)
तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा मूंग की खेती नर्मदा पुरम जिले में होती है इसके अलावा भी रायसेन ,हरदा, नरसिंहपुर, सीहोर जबलपुर, देवास गुना ,सागर और कटनी जिलों में भी सबसे ज्यादा मूंग की खेती की जाती है और मुंह की खेती के साथ-साथ किसान भाई उड़द और मूंगफली मक्का ध एन की खेती भी जायत सीजन में करते हैं
किसान कैसे करें पंजीयन (E Uparjan Mp)
यदि आप भी किसान है और आप भी अपने मुंग और उड़द की फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अर्थात एमएसपी को बेचना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपने ग्राम पंचायत कार्यालय में बने सुविधा केंद्र जनपद पंचायत कार्यालय में स्थित सुविधा केंद्र सहकारी समितियां और सहकारी वितरण संस्थाओं की संस्थाओं के द्वारा शुरू किया जा रहे
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पंजीयन केंद्र और एमपी किसान ऐप (Kisan App) की माध्यम से निशुल्क पंजीयन करवा सकते हैं और इसके अलावा भी एमपी ऑनलाइन की उसके कॉमन सर्विस सेंटर लोक सेवा केंद्र निजी व्यक्तियों द्वारा शुरू किया गया साइबर कैफे पर भी आप ₹50 का शुल्क देकर पंजीयन करवा सकते हैं
सिकमी और बटिया वाली खेती के लिए पंजीयन (E Uparjan Mp)
जो भी किसान भाई सिकमी और बटिया वाली खेती करते हैं तो वह किसान अपना पंजीयन सहकारी समिति और सहकारी विपणन संस्था के माध्यम से शुरू किए गए संचालित पंजीयन केंद्र पर जा सकते हैं और अपना पंजीयन करवा सकते हैं
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परंतु किसान भाइयों को पंजीयन करते समय महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी जैसे आधार कार्ड मोबाइल नंबर जो की आधार कार्ड से लिंक हो और सिकमी नाम की फोटो कॉपी साथ रखना होगी और इसी के साथ किसान भाइयों को फसल एमएसपी पर फसल बेचने के लिए स्लॉट चयन की प्रक्रिया को भी पूरा करना होगा
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