यह एक बहुत ही विशेष प्रकार का पेड़ है इस पेड़ का उपयोग दवाइयां के रूप में किया जाता है इस पौधे को औषधि गुण से भरपूर और महत्वपूर्ण पेड़ कहा जाता है Business Idea in Village
आप भी किसान है और आप भी किसानी करना चाहते हैं खेती करने में आपको बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि खेती करने से ज्यादा मुनाफा नहीं होता है और कभी-कभी तो प्राकृतिक आपदा के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है आज यहां पर आपके लिए एक ऐसी औषधि पौधे की खेती करने के आसान तरीके बताने (Business Idea in Village) जा रहे हैं जिससे आप करोड़पति बन सकते हैं
अर्जुन का पेड़ (Arjun Tree) जिसको वैज्ञानिक नाम से टर्मिनलिया अर्जुन (Terminalia Arjuna) कहा जाता है यह पेड़ भारत के अनेक क्षेत्रों में पाया जाता है यह एक बहुत ही विशेष प्रकार का पेड़ है और इस पेड़ का उपयोग अधिकतर दवाइयां के रूप में किया जाता है इसलिए इस पौधे को औषधि गुण से भरपूर और महत्वपूर्ण पेड़ कहा जाता है
स्पीड में जो चल होती हैं और जो चल से बनी पुल्टिस का उपयोग अंशिका रूप बुखार में किया जाता है और इस चल का उपयोग और भी अन्य विकारों के उपचार के लिए भी किया जाता है और ऐसे विकारों में यह औषधि शांति और आराम मरीज को प्रदान करती है
गांव में बिजनेस आइडिया ( Business Idea in Village )
यह पौधा खराब कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करने में बहुत ही कारगर साबित होता है और यह पेड़ हृदय स्वस्थ को भी बेहतर बनाने में बहुत कारगर है और इस पौधे की लकड़ी से अधिकतर फर्नीचर भी बनाए जाते हैं और यह पौधे की लकड़ी के फर्नीचर बहुत ही आकर्षक बनते हैं
अर्जुन के पेड़ (Arjun Tree) को यदि आप तो इसके लिए सबसे पहले आपको अर्जुन के बीजों को 3 से 4 दिन तक पानी में भिगोना होगा जब इन बीजों में अंकुरण 8 से 9 दिन में हो जाएगा जब यह अच्छे से अंकुरित हो जाएंगे उसके बाद आप इन अंकुरित बीजों को खेतों में जाकर बोल सकते हैं
अगर आप चाहते हैं कि आपको अर्जुन के पेड़ की खेती करने से ज्यादा मुनाफा हो तो इसके लिए आपको अपने खेत में जल की जो निकासी है उसकी व्यवस्था अच्छे से करनी होगी क्योंकि अर्जुन के पौधों को गर्मियों में सबसे अच्छे से उगाया जाता है
जब तापमान 47 डिग्री सेल्सियस पर होता है तब इसको बोया जाता है और इसके लिए बलुई दोमट और गाद युक्त मिट्टी का उपयोग अधिक किया जाता है क्योंकि अर्जुन के पेड़ों को इन मिट्टी में सबसे अधिक लगाया जाता है
जब आप अर्जुन के पेड़ (Terminalia Arjuna) के बीजों लगा रहे हैं तब आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि जहां पर आप इस पेड़ के बीजों को लगा रहे है वहां पर सीधी धूप आनी चाहिए जिससे पौधों को सूरज की किरण ऑन का पूरा-पूरा लाभ प्राप्त हो सके जब आप इस प्रक्रिया को पूरा कर लेंगे तब आप अर्जुन के पेड़ों को बहुत अच्छे से उगा सकते हैं
इन पेड़ों को लगाकर लाखों कमाये (Business Idea in Hindi)
जब आप अर्जुन के पेड़ की बीजों को लगाएंगे तो इन पेड़ों को खासकर 15 से 16 साल के अंदर परिपक्व हो जाता है परंतु इसका लाभ इसकी बड़ी और आकर्षक चल पर निर्भर करता है क्योंकि अर्जुन का पेड़ 12 मीटर तक लंबा और 89 मीटर मोटा होता है
जिससे यह पेड़ बहुत ही आकर्षक दिखता है और भारत में अर्जुन के पेड़ की छाल हजारों रुपए प्रति किलो में बेची जाती है क्योंकि यह वनस्पति औषधि और औद्योगिक प्रयोग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण पेड़ की छाल है इससे अनेक प्रकार की औषधि भी बनाई जाती हैं
अर्जुन के पेड़ की लड़कियों से अधिकतर फर्नीचर ही बनाए जाते हैं जिससे इसकी लकड़ी की मांग बाजारों में अधिक होती है क्योंकि अर्जुन की लकड़ी बहुत ही मजबूत इकाई और मूड प्रतिरोध होती है जिससे इसे फर्नीचर बनाने में बहुत ही आसानी होती है
इसकी लकड़ी का उपयोग अन्य उत्पादों में भी किया जाता है जिससे अर्जुन के पेड़ की लड़कियों की मांग तीन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है यदि किसान एक एकड़ में अर्जुन के पेड़ की बुवाई करते हैं तो उसे किस को आने वाले समय में लाखों करोड़ों रुपए कमा सकता है
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