wheat purchase: MP के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, इस दिन से MSP पर शुरू होगी गेहूं की खरीदी
मध्य प्रदेश के किसानों के लिए खास खबर, 1 मार्च से MSP पर गेहूं की खरीदी शुरू होगी, किसानों को मिलेगी बेहतर कीमत, सरकार ने सारी तैयारियां कर दी हैं
- 1 मार्च से गेहूं की MSP पर खरीदी शुरू होगी
- दो चरणों में होगी गेहूं खरीदी, पहली बार पहले शुरू होगी
- किसानों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए सरकार ने उठाए बड़े कदम
Wheat Purchase : मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक बहुत ही अहम खबर आई है। राज्य सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं खरीदी की तारीख का ऐलान कर दिया है। अब 1 मार्च से प्रदेशभर में गेहूं की खरीदी शुरू होने जा रही है, और इसके लिए सारी तैयारियां भी लगभग पूरी हो चुकी हैं।
इस बार MSP पर गेहूं का मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जो पिछले साल से 150 रुपये ज्यादा है। यानी इस बार किसानों को थोड़ी ज्यादा रकम मिलेगी, जो उन्हें राहत दे सकती है।
खास बात यह है कि इस बार गेहूं खरीदी दो चरणों में होगी। पहले चरण में इंदौर, उज्जैन, भोपाल और नर्मदापुरम जैसे प्रमुख संभागों के जिलों में 1 मार्च से खरीदी शुरू हो जाएगी, जो कि 18 अप्रैल तक चलेगी। वहीं, बाकी जिलों में खरीदी 17 मार्च से शुरू होकर 5 मई तक चलेगी। इस बार की खरीदी व्यवस्था किसानों को ज्यादा सुविधा देने के लिए बनाई गई है।
इस साल गेहूं के उत्पादन का अनुमान 80 लाख मीट्रिक टन है। खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि किसानों को इस बार लघु और सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी। मतलब, छोटे किसानों के लिए पहले स्लॉट बुक होंगे ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपने गेहूं को MSP पर बेच सकें।
इस बार सरकार ने गेहूं उपार्जन केंद्रों पर किसान भाइयों के लिए सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा है। अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि हर उपार्जन केंद्र पर किसानों के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। शेड, पीने का पानी, प्रतीक्षा कक्ष, शौचालय, टेबल, कुर्सियां और छाया जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं, ताकि किसानों को कोई परेशानी न हो।
इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने गेहूं खरीदी के लिए अब तक करीब 3 लाख किसानों का रजिस्ट्रेशन भी पूरा कर लिया है। इसमें 2 लाख 91 हजार से अधिक किसानों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इस प्रक्रिया को पारदर्शी और किसान हितैषी बनाने के लिए सरकारी अधिकारियों ने सभी जरूरी कदम उठाए हैं।
अब सवाल यह है कि किसान भाई किस प्रकार अपने गेहूं को MSP पर बेच सकेंगे इसके लिए किसानों को पहले उपार्जन केंद्रों पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके बाद उनके पास स्लॉट बुकिंग की प्रक्रिया होगी, जिससे वे तय समय पर गेहूं बेच सकेंगे। इस प्रक्रिया के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए सरकार ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
किसान भाईयों के लिए जरूरी सलाह
- गेहूं की बिक्री के लिए उपार्जन केंद्र पर समय से रजिस्ट्रेशन करवा लें।
- रजिस्ट्रेशन के बाद, अपने स्लॉट की बुकिंग समय पर करें।
- उपार्जन केंद्र पर सभी सुविधाओं का ध्यान रखें, ताकि खरीदारी में कोई परेशानी न हो।
राज्य सरकार के इस कदम से किसानों को राहत मिल सकती है, खासकर उन किसानों को, जो अपनी फसल बेचने के लिए परेशान रहते हैं। एमएसपी पर गेहूं बेचने से किसानों को सही कीमत मिलती है, जिससे उनकी आय में सुधार होता है। अगर इस बार सरकार की तैयारियां सही रहती हैं, तो गेहूं खरीदी का यह सीजन किसानों के लिए शानदार साबित हो सकता है।
साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया गया है कि किसानों को सभी जरूरतों का ध्यान रखा जाएगा। जहां एक तरफ सरकार ने गेहूं के मूल्य में वृद्धि की है, वहीं दूसरी ओर किसानों के लिए तमाम सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए भी कदम उठाए गए हैं।
समझने वाली बात यह है कि सरकार और किसानों के बीच की दूरी को कम किया जा सके, ताकि सभी को फायदा हो। अगर आपने अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, तो इसे जल्द से जल्द कर लें, ताकि आपको MSP पर अपने गेहूं को बेचन में कोई परेशानी न हो।
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