Weeding On Rastrapati Bhavan : रच गया इतिहास,पहली बार राष्ट्रपति भवन में गुजी शहनाई,एमपी की युवती ने लिए सात फेरे
- राष्ट्रपति भवन में शादी का अनोखा अवसर
- अवनीश तिवारी और पूनम की प्रेम कथा
- शाही शादी का आयोजन
Weeding On Rastrapati Bhavan: देश की शाही शादियों में एक और अध्याय जुड़ा है।जो यूपी के देवरिया जिले के असिस्टेंट कमांडेंट अवनीश तिवारी और एमपी के शिवपुरी की पूनम की शादी राष्ट्रपति भवन में हुई। जय शादी न केवल अपने आयोजन के स्थान के कारण खास हुई है बल्कि इसमें कई ऐतिहासिक और सही पहेलियों का समावेश भी किया गया है।जो इसे अन्य साथियों से पूरी तरह अलग बनाता है।
राष्ट्रपति भवन में शादी का अनोखा अवसर
भारत में शाही और भव्य शादियां अक्सर रॉयल फैमिली हो या बड़े उद्योगपति के बीच होती रही है। लेकिन इस बार एक असिस्टेंट कमांडेंट की शादी राष्ट्रपति भवन में हो रही है। यह अपने आप में एक अनोखा और ऐतिहासिक पल है। क्योंकि अब तक राष्ट्र भवन में किसी शादी का आयोजन नहीं किया गया था। इस आयोजन में ढोल नगाड़ों की गूंज और शहनाई की धुन ने माहौल को एक खास मौका बना दिया है।
इस शादी की विशेषता यह है कि यह पूरी तरह से पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार संपन्न हुई है। यूपी के देवरिया जिले के रहने वाले अवनीश तिवारी जो वर्तमान में सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात है। यह शिवपुरी की पूनम से शादी की है।दोनों के रिश्ते में सही रंजिशें और परिवारों के बीच एक सहज मेल-जोर की कहानी छिपी हुई है।
पूनम और अवनीश का परिचय
दुल्हन बनने वाली पूनम एमपी के शिवपुरी के श्री राम कॉलोनी की रहने बाली है।इनके पिता रघुवीर जो नवोदय विद्यालय में कार्यालय में अधीक्षक के पद पर है।पूनम राष्ट्रपति के पीएसओ के पद पर तैनात है।
दूल्हा बनने बाला अवनीश तिवारी असिटेंट कोमांडेट के पद पर जम्मू कश्मीर में तैनात है। गांव देवरिया में घर पर खुशी का माहोल है। अवनीश के पिता अनिल तिवारी दगजीलिंग में एक चाय कारखाना में महाप्रबंधक के पद पर पदस्थ है।पूरा परिवार गोरखपुर के नंदानगर में रहता है।
अवनीश तिवारी और पूनम की प्रेम कथा
अवनीश तिवारी और पूनम की शादी केवल एक राजसी आयोजन नहीं है। बल्कि यह दोनों के बीच के सच्चे प्रेम का प्रतीक है।अवनीश तिवारी की प्रारंभिक शिक्षा दरजी लिंग में हुई थी। और उनके परिवार गोरखपुर के नंदा नगर में रहता है।
पूनम जो राष्ट्रपति के पीएसओ असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात है।उनके व्यवहार से राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू बेहद ही प्रवाहित हैं।उनका सरल स्वभाव राष्ट्रपति को बहुत पसंद है।इस बात का जिक्र उनके चाचा राकेश तिवारी ने किया है।
पूनम के व्यवहार और कार्य कुशलता से राष्ट्रपति द्रोपती मोम बहुत खुश थी और जब उन्हें यह खबर मिली कि पूनम और अविनाश का विवाह तय हो गया है।तो उन्होंने दोनों को शुभकामनाएं दी और यह दीवाना केवल अविनाश और पूनम के परिवारों के लिए खुशी का अवसर था। बल्कि पूरे देवरिया और गोरखपुर में एक नई चर्चा का विषय बन गया था।
शाही शादी का आयोजन
यह शादी खास तौर पर इसके आयोजन स्थल के कारण ऐतिहासिक बन गई है।राष्ट्रपति भवन में इस शादी के लिए शिवपुरी से बड़ी संख्या में रिश्तेदार और खास मेहमानों को आमंत्रित किया गया था शादी के इस समारोह में अवनीश और पूनम के करीबी रिश्तेदारों को ही आमंत्रित किया गया था।जो की शादी का खास हिस्सा बन सके।
इस शाही शादी का हर पहलू भव्यता और संस्कृति से भरपूर था शादी में खासतौर पर ढोल नगाड़े और शहनाई की आवाज़ सुनाई दी है।जो आमतौर पर शाही या बड़े समारोह में ही सुनने को मिलती हैं।इस शादी में परिवार के लोग रिश्तेदार और दोस्त शामिल हुए जो एक ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बने।
समारोह में कुल 94 लोगों को न्योता
अवनीशऔर पूनम के शादी समारोह में कुल 94 लोगों को न्योता दिया गया जिसमें 42 बारातियों को राष्ट्रपति भवन के मयूर अपार्टमेंट में ठहरने के लिए इंतजाम किया गया। इसके साथ ही 9 लोगों को कोटा हाउस में 19 लोगों को न्यू डेहरी 6BHK में ठहरने का इंतजाम किया गया था
इस शाही शादी का हर पहलू भव्यता और संस्कृति से ओत-प्रोत था। शादी में खासतौर पर ढोल, नगाड़े और शहनाई की आवाजें सुनाई दीं, जो आमतौर पर शाही या बड़े समारोहों में ही सुनने को मिलती हैं। इस शादी में परिवार के लोग, रिश्तेदार और करीब दोस्त एकत्रित हुए, जो इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बने।