Maharashtra Jharkhand Elections 2024: महाराष्ट्र और झारखंड में आज लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व मनाया जा रहा है। महाराष्ट्र की सभी 288 और झारखंड की आखिरी चरण की 38 सीटों पर आज सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा।
दोनों राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों ने वोटरों को आकर्षित करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी। अब फैसले की घड़ी मतदाताओं के हाथ में है। 23 नवंबर को दोनों राज्यों के चुनाव परिणाम घोषित होंगे, जो अगले पांच साल के राजनीतिक समीकरण तय करेंगे।
महाराष्ट्र में महायुति और MVA का महामुकाबला
महाराष्ट्र में चुनावी जंग मुख्य रूप से महायुति और महाविकास अघाड़ी (MVA) के बीच है। सत्तारूढ़ महायुति में शामिल बीजेपी 149 सीटों पर मैदान में है, जबकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना 81 सीटों पर लड़ रही है। वहीं, अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 59 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस 101 सीटों पर, शिवसेना (UBT) 95 सीटों पर, और शरद पवार गुट वाली राकांपा 86 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 237 उम्मीदवार और AIMIM ने 17 उम्मीदवार उतारे हैं। छोटे दल और निर्दलीय उम्मीदवार भी इस बार की चुनावी तस्वीर को रोमांचक बना रहे हैं।
महाराष्ट्र में बढ़ी उम्मीदवारों की संख्या
महाराष्ट्र के 2024 के विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों की संख्या में 28% की वृद्धि हुई है। इस बार 4,136 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि 2019 में यह संख्या 3,239 थी। इनमें 2,086 निर्दलीय प्रत्याशी हैं, जो बड़ी पार्टियों के समीकरण बिगाड़ सकते हैं।
झारखंड मे अंतिम चरण का मतदान
झारखंड में 38 सीटों पर आज अंतिम चरण का मतदान हो रहा है। यह चरण राज्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें कई प्रमुख सीटें और बड़े चेहरे शामिल हैं।
क्या कहते हैं आंकड़े
- महाराष्ट्र: कुल 288 सीटों पर 4,136 उम्मीदवार मैदान में।
- निर्दलीय प्रत्याशी:2,086।
- झारखंड:अंतिम चरण में 38 सीटों पर मुकाबला।
राजनीतिक दलों की रणनीति
दोनों राज्यों में हर दल ने अपने दमखम से प्रचार किया। बड़े नेताओं की रैलियां, रोड शो, और घर-घर जनसंपर्क ने वोटर्स को लुभाने का हरसंभव प्रयास किया।
चुनाव परिणाम पर नजर
23 नवंबर को चुनावी परिणाम घोषित किए जाएंगे, जो यह तय करेंगे कि महाराष्ट्र और झारखंड में कौन सत्ता की कमान संभालेगा।
बढ़ता हुआ बागी उम्मीदवारों का असर
महाराष्ट्र में 150 से ज्यादा बागी उम्मीदवार अपने-अपने दलों के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। यह स्थिति महायुति और MVA दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है।
अब फैसले की घड़ी
आज के मतदान से यह तय होगा कि मतदाता किसे अपना आशीर्वाद देते हैं। 23 नवंबर को परिणाम आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि जनता ने सत्ता की चाबी किसके हाथ में सौंपी है।
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