Ladli Behna Scheme से बाहर होने वाली 8 लाख महिलाओं के लिए अगली किस्त नहीं जानिए पूरी जानकारी
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत, केवल उन्हीं महिलाओं को सहायता मिल रही है, जो 18 से 65 साल की उम्र के बीच हैं।
- इस योजना से बाहर होने वाली महिलाएं केवल उन्हीं को हटाया गया है जो पात्रता मानदंडों को पूरा नहीं करतीं।
- महिलाओं को योजना की अगली किस्त नहीं मिलेगी अगर उनका नाम लिस्ट से हटा दिया गया है।
- योजना की लाभार्थी सूची चेक करने के लिए आपको नारी शक्ति ऐप डाउनलोड करना होगा।
Ladli Behna Scheme : मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, जिसे महाराष्ट्र में “माझी लाडकी बहिण योजना” के नाम से चलाया जा रहा है, ने एक नई चर्चा को जन्म दिया है। यह योजना गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के लिए बनाई गई थी, ताकि उन्हें हर महीने 1500 रुपये की मदद मिल सके। लेकिन अब महाराष्ट्र सरकार ने इस योजना के लाभार्थियों की सूची में कुछ बदलाव किए हैं, जिससे लाखों महिलाएं इस योजना से बाहर हो सकती हैं।आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
क्यों हो रही हैं महिलाएं योजना से बाहर?
मुख्यमंत्री Ladli Behna Scheme के अंतर्गत, केवल उन्हीं महिलाओं को सहायता मिल रही है, जो 18 से 65 साल की उम्र के बीच हैं। अब तक, जिन महिलाओं के नाम योजना की लाभार्थी सूची से हटाए गए हैं, उनकी वजह यह है कि वे इस योजना की पात्रता मानदंडों को पूरा नहीं करतीं। खासतौर पर, 65 साल से ऊपर की महिलाएं, जिनके नाम लिस्ट से हटा दिए गए हैं, उन्हें अब इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
इसके अलावा, कुछ महिलाएं पहले से ही संजय गांधी निराधार योजना से 1500 रुपये की मदद प्राप्त कर रही थीं। ये महिलाएं भी लाड़ली बहना योजना से बाहर की जा रही हैं।
योजना से बाहर होने वाली महिलाओं
राज्य सरकार का कहना है कि महाराष्ट्र में लगभग 50 लाख महिलाएं इस योजना से बाहर हो सकती हैं। अब तक, करीब 8 लाख महिलाओं के नाम लिस्ट से हटा दिए गए हैं।
ये महिलाएं या तो योजना की पात्रता मानदंडों को पूरा नहीं करतीं, या वे पहले से ही किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ उठा रही हैं। राज्य सरकार ने इसे योजनाओं के सही और पारदर्शी संचालन के लिए जरूरी कदम बताया है।
महाराष्ट्र में 50 लाख महिलाएं हो सकती हैं प्रभावित
मध्यप्रदेश में पहले ही 2 लाख महिलाएं इस योजना से बाहर हो चुकी हैं, और अब महाराष्ट्र में भी इस प्रक्रिया को तेजी से लागू किया जा रहा है। राज्य सरकार के अनुसार, 15 लाख महिलाएं अपात्र हो सकती हैं, जिनके नाम जल्द ही लिस्ट से हटा दिए जाएंगे।
अदिति तटकरे, राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि जिन नियमों के तहत महिलाओं के नाम हटाए जा रहे हैं, वे नियम पहले से ही निर्धारित थे और इसमें किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।
क्या होगा अगर आपका नाम लिस्ट में नहीं है?
यदि आप भी लाड़ली बहना योजना की लाभार्थी हैं, तो आपको तुरंत यह चेक करना चाहिए कि आपका नाम लाभार्थी सूची में है या नहीं। यदि आपका नाम लिस्ट से बाहर किया गया है, तो इसका मतलब है कि आपको इस योजना की अगली किस्त नहीं मिलेगी। इसलिए, जल्द से जल्द अपनी पात्रता जांचें।
अगर आपका नाम लिस्ट में है, तो चिंता की कोई बात नहीं है और आप अगले महीने की किस्त का लाभ उठा सकती हैं।
कैसे चेक करें अपनी पात्रता?
अपनी पात्रता जांचने के लिए, आपको “नारी शक्ति” ऐप डाउनलोड करना होगा, जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। ऐप खोलने के बाद, अपनी भाषा का चयन करें और रजिस्टर्ड नंबर से लॉगिन करें। इसके बाद, आपको अपने मोबाइल पर OTP आएगा, जिसे आपको वेरिफाई करना होगा। सभी जानकारी भरने के बाद, ऐप का डैशबोर्ड खुल जाएगा, जिसमें आपको योजना से जुड़ी सभी जानकारी मिल जाएगी।
अब आपको “लाडकी बहिण योजना” के सेक्शन में जाकर “लाभार्थी स्क्रूटनी सूची देखें” पर क्लिक करना होगा। यहां आप अपनी पात्रता सूची देख सकती हैं। यदि आपका नाम लिस्ट में है, तो आपको योजना का लाभ मिलेगा, अन्यथा नहीं।
लाड़ली बहना योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक मदद प्रदान करना है, ताकि वे अपने परिवार का अच्छे से पालन-पोषण कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें। यह योजना खासतौर पर उन महिलाओं के लिए बनाई गई है जो आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं और जिन्हें सरकार से मदद की आवश्यकता है।
इस योजना के तहत प्रत्येक महीने 1500 रुपये की राशि महिलाओं के खातों में ट्रांसफर की जाती है। इससे महिलाओं को अपने घरेलू खर्चे उठाने में आसानी होती है और वे कुछ हद तक वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करती हैं।