मंत्री प्रहलाद पटेल के ‘भीख’ वाले बयान पर मचा बवाल – इस्तीफे की उठी मांग जानिए किसने मंगा इस्तीफा
प्रहलाद पटेल के बयान से गहराया विवाद, लक्ष्मण सिंह ने मांगा इस्तीफा और कांग्रेस को दी नसीहत
- मंत्री के बयान से गरमाई राजनीति, विपक्ष ने उठाए सवाल
- लक्ष्मण सिंह ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर दी प्रतिक्रिया
- कांग्रेस पार्टी को भी पुतला दहन से बचने की सलाह
विवाद की शुरुआत – कहां से उठा मुद्दा
Prahlad Patel Controversy : राजगढ़ जिले के सुठालिया में आयोजित एक सम्मेलन में, मध्यप्रदेश सरकार के पंचायत एवं श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल ने जनता द्वारा दिए गए मांग पत्रों को ‘भीख’ कहकर संबोधित कर दिया। बस फिर क्या था. इस बयान ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी। सोशल मीडिया पर बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली, वहीं विपक्ष ने इस पर जमकर हमला बोला।
लक्ष्मण सिंह ने की इस्तीफे की मांग
कांग्रेस नेता और दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा, “मंत्री प्रहलाद पटेल जी का यह कहना कि वे अपने बयान को दोहराएंगे, अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
अगर आप केवल समाज की राजनीति करना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि आप इस्तीफा दे दें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी कहा है कि वे समाज की राजनीति के विरुद्ध हैं, तो फिर अब आप और मोदी जी ही इसका जवाब दें।
कांग्रेस को भी दी अपनी नसीहत
दिलचस्प बात यह है कि लक्ष्मण सिंह ने इस मुद्दे पर अपनी ही पार्टी कांग्रेस को भी सीख दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा पुतला दहन का कार्यक्रम रखा गया है, जो उचित नहीं है। “मैंने कभी किसी का पुतला नहीं जलाया, यह सिर्फ हिंसा को बढ़ावा देता है। कांग्रेस को भी इससे बचना चाहिए, हम अहिंसा के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं। विरोध दर्ज कराने के कई अन्य शांतिपूर्ण तरीके भी हैं,” लक्ष्मण सिंह ने कहा।
विपक्ष ने भी छोड़ा कोई मौका
मंत्री के बयान को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने सरकार को कटघरे में खड़ा करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने इसे जनता का अपमान करार देते हुए मंत्री के तत्काल इस्तीफे की मांग की।