मध्य प्रदेश में सर्दी का बढ़ा सितम, किसान हुए फसलों को लेकर चिंतित, कोहरे और बारिश के साथ तापमान में गिरावट जारी
- मध्य प्रदेश में सर्दी का बढ़ा सितम
- मध्य प्रदेश में कोहरे और बारिश का असर
- मध्य प्रदेश में सर्दी और शीतलहर का अलर्ट
- मध्य प्रदेश का सबसे ठंडा इलाका
- मध्य प्रदेश में आगामी मौसम का पूर्वानुमान
Aaj ka mausam : मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। जहां एक ओर ठंडी हवाओं के कारण प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में कड़ाके की सर्दी बढ़ने लगी है, वहीं दूसरी ओर कोहरे और हल्की बारिश ने भी सर्दी को और बढ़ा दिया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में घने कोहरे के साथ ही शीतलहर और कोल्ड डे की चेतावनी दी है। आइए, जानते हैं मध्य प्रदेश के मौसम का ताजा अपडेट।
मध्य प्रदेश में सर्दी का बढ़ा सितम
गुरुवार, 16 जनवरी को मध्य प्रदेश में हल्की-फुल्की बारिश हुई थी, जिससे मौसम में कुछ राहत मिली थी, लेकिन उसके बाद सर्दी ने फिर से अपने पूरे रंग दिखाने शुरू कर दिए। प्रदेश में र ग्वालियर, इंदौर, भोपाल और छतरपुर जैसे शहरों में तापमान में गिरावट आई है। इसके कारण एक बार फिर प्रदेश में ठिठुरन और सर्द हवाओं का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं की रफ्तार बढ़ने वाली है। यह हवाएं प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में शीतलहर का कारण बन सकती हैं। इस दौरान तापमान में और गिरावट आने की संभावना है, जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में हाड़ कंपाने वाली सर्दी का सामना करना पड़ेगा।
मध्य प्रदेश में कोहरे और बारिश का असर
गुरुवार को ग्वालियर-चंबल अंचल समेत प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी सुबह के समय घना कोहरा छाया रहा। कोहरे की वजह से सड़क पर दिखना कम होने के कारण यातायात में रुकावट आई, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, मुरैना और श्योपुर जैसे जिलों में बारिश देखने को मिली। हालांकि, अब बारिश का असर कम होने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन कोहरे और सर्द हवाओं के कारण ठंड बढ़ेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक, जैसे ही वातावरण से नमी कम हो रही है, वैसे ही तापमान में गिरावट आनी शुरू हो जाएगी। इस समय वातावरण में आर्द्रता का स्तर कम है, जिससे ठंड और बढ़ने की संभावना है।
सर्दी और शीतलहर का अलर्ट
मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में इन दिनों शीतलहर और कोल्ड डे की स्थिति बनती जा रही है। शीतलहर का मतलब होता है कि तापमान सामान्य से काफी कम हो और दिनभर का समय भी सर्दी में ही गुजरे। इसका असर सबसे ज्यादा उन लोगों पर पड़ता है, जो ठंड से बचने के लिए उचित व्यवस्था नहीं कर पाते।
मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी 22 से 25 जनवरी तक मध्य प्रदेश में ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। इस दौरान प्रदेश के कई हिस्सों में हाड़ कंपाने वाली ठंड जारी रहने की संभावना है
मध्य प्रदेश का सबसे ठंडा इलाका
बीते गुरुवार को प्रदेश का सबसे ठंडा इलाका छतरपुर का नौगांव रहा। यहां का तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से काफी कम था। इसके अलावा, इंदौर, सागर, और कटनी जैसे जिलों में भी तापमान में भारी गिरावट देखी गई। इंदौर में दिन के समय तापमान में 5 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ठंड और बढ़ गई है।
आगामी मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक मध्य प्रदेश में शीतलहर का प्रभाव बना रहेगा। खासकर रात के समय तापमान और अधिक गिरने की संभावना है। इसके अलावा, 22 से 25 जनवरी के बीच प्रदेश के कई इलाकों में कोल्ड डे की स्थिति बन सकती है। यह स्थिति तब बनती है जब दिन के समय भी सूर्य की किरणों के बावजूद तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहता है।
ग्वालियर, भिंड, मुरैना, सागर, और छतरपुर जैसे जिलों में अधिक ठंड महसूस हो सकती है। वहीं, राजधानी भोपाल, इंदौर, और जबलपुर में भी दिन के समय हल्की सर्दी बनी रहेगी।