Lokayukta police action : एक जगह 11 हजार और एक जगह 10 हजार लेते सचिव रंगे गिरफ्तार

बीना और कटनी जिलों में हुई इन घटनाओं ने सरकारी कर्मचारियों में व्याप्त भ्रष्टाचार को फिर उजागर किया है। 

Lokayukta police action : मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई में दो पंचायत सचिवों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। बीना और कटनी जिलों में हुई इन घटनाओं ने सरकारी कर्मचारियों में व्याप्त भ्रष्टाचार को फिर उजागर किया है।

बीना मे सरपंच से रिश्वत मांगने पर सचिव गिरफ्तार

सागर संभाग के बीना में बिरहना जनपद पंचायत में तैनात सचिव हरिराम कुशवाहा को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए पकड़ा। सचिव ने सरपंच से कचरा घर निर्माण के लिए रिश्वत मांगी थी।

सरपंच ने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने गुरुवार को पंचायत कार्यालय में जाल बिछाया। रंगे हाथ पकड़े गए हरिराम कुशवाहा को 11 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

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कटनी मे  एनओसी देने के बदले 35 हजार की मांग 

कटनी जिले के ग्राम पंचायत खड़ौला में तैनात सचिव शुभराज सोनी ने एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) देने के लिए 35 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। ग्राम चनहटा के निवासी बल्लू यादव ने जबलपुर लोकायुक्त में इसकी शिकायत दर्ज कराई।

जांच में शिकायत सही पाई गई। इसके बाद सचिव ने रिश्वत की मांग को घटाकर 21 हजार रुपए कर दी। लोकायुक्त पुलिस ने जाल बिछाते हुए शुभराज सोनी को 10 हजार रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया।

लोकायुक्त की कार्रवाई से भ्रष्टाचारियों में खौफ

लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई इन कार्रवाइयों से पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों में खौफ पैदा हो गया है। पंचायतों में सरकारी योजनाओं और जनसेवाओं के लिए रिश्वतखोरी की घटनाएं आम हो गई हैं। लोकायुक्त पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने ग्रामीण जनता को न्याय दिलाने की उम्मीद जगाई है।

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क्या करें अगर आप भी भ्रष्टाचार का शिकार हैं?

यदि आप भी किसी सरकारी अधिकारी द्वारा रिश्वत मांगने की घटना के शिकार हैं, तो लोकायुक्त पुलिस को तुरंत शिकायत करें। आपका एक कदम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को मजबूत कर सकता है।

 

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