SBI Fake Branch: एसबीआई बैंक का इतना बड़ा फर्जीवाड़ा, कामकाज देखकर हुआ था शक
सबीआई की मुख्य शाखा की (SBI Fake Branch)पुष्टि होने के बाद में पुलिस ने छपोरा गांव की फर्जी एसबीआई बैंक में पहुंची जहां पर छापामार कार्यवाही।
SBI Fake Branch: एसबीआई बैंक का इतना बड़ा फर्जीवाड़ा कामकाज देखकर हुआ था शक आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यहां एसबीआई बैंक की एक फर्जी ब्रांच को पकड़ा गया है जिसमें मैनेजर फरार हो गए हैं और यहां पांच कर्मचारियों से पूछताछ चल रही है बताया जा रहा है कि यहां कर्मचारियों ने पुलिस को बताया है उन्हें इंटरव्यू देकर के इंटरव्यू के द्वारा भर्ती किया गया था।
जी हां और यहां प्रियंका की तरफ से ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था बताया जा रहा है कि यह ब्रांच के तरीके को देखकर ग्रामीणों को शक हो गया था जिसकी इन्होंने कंप्लेंट कर दी यह छत्तीसगढ़ में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की फर्जी ब्रांच पकड़े जाने का मामला सामने आया है। जो की यहां मामला मालखदौरा थाना क्षेत्र के छपरा गांव का है।
ऐसे हुआ था शक
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यहां छपरा गांव में वैभवी परिसर में एसबीआई बैंक की शाखा खोली गई थी जो कि फर्जी थी बताया जा रहा है या ब्रांच के कामकाज के तरीकों को देखकर ग्रामीणों को शक हो गया था।
जिसमें बताया जा रहा है कि यह ग्रामीण ने अपना शक मलखदौर थाना स्टाफ के सामने पेश किया और यह थाना प्रभारी राजेश पटेल ने जिले की स्टेट बैंक की प्रमुख शाखाएं में जानकारी ली जहां से पता यहां चला है कि एसबीआई में फिलहाल छपोरा गांव में कोई भी ब्रांच को नहीं खोला गया है जिससे मौके पर ही यह ब्रांच में पुलिस पहुंची और यह पुलिस की टीम देखकर के मैनेजर फरार हो गए बताया जा रहा है।
यहां एसबीआई की मुख्य शाखा की पुष्टि होने के बाद में पुलिस ने छपरा गांव की फर्जी एसबीआई बैंक में पहुंची जहां पर छापामार कार्यवाही करते हुए मैनेजर मौके से फरार हो गया बताया जा रहा है कि यह बैंक का में काम करने वाले पांच कर्मचारियों से पूछताछ की गई है।
इंटरव्यू पर एसबीआई की फर्जी ब्रांच में भर्ती
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह शुरुआती जांच में यहां पता चला है कि कर्मचारियों ने पुलिस को बताया इंटरव्यू के द्वारा भर्ती किया गया था जिसमें बैंक की तरफ से ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था और पुलिस के तरफ से यह मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।
जिसमें बताया जा रहा है कि फर्जी ब्रांच कब से संचालित है और इसमें कितने अकाउंट खोले हुए हैं या सब जांच के बारे में पता लग गया कि सभी कंप्यूटर सहित दस्तावेजों को जब तक कर लिया गया है और इसकी आगे की जांच पड़ताल जारी है।