Rules Changing From 1 April 2025 : 1 अप्रैल 2025 से बदलेंगे ATM और UPI के नियम,जानिए क्या हुआ है बदलाव
नई वित्तीय बस 2025 26 की शुरुआत के साथ ही बैंकिंग टैक्स और डिजिटल ट्रांजेक्शन से जुड़े कई नियमों में बदलाव हुआ है।
- एटीएम को लेकर नया बदलाव
- खातों में मिनिमम बैलेंस को लेकर नियम
- यूपीआई के इंसेंटिव मोबाइल नंबर
Rules Changing From 1 April 2025 : 1 अप्रैल से नए वित्तीय वर्ष शुरू होता है। नए वित्तीय वर्ष से कुछ नियम भी बदल जाते हैं। इस बार भी ऐसा ही कुछ होने वाला है इस बार कुछ नए नियमों की वजह से आपकी जेब पर बड़ा ही असर पड़ने वाला है।एटीएम से अधिक बार पैसे निकालने पर आपके साथ की जगह 19 रुपए का चार्ज देना होगा। ऐसे ही अपने बैंक खाते में मिनिमम बैलेंस को लेकर भी बड़ा बदलाव किया गया है। नई वित्तीय बस 2025 26 की शुरुआत के साथ ही बैंकिंग टैक्स और डिजिटल ट्रांजेक्शन से जुड़े कई नियमों में बदलाव हुआ है।
एटीएम को लेकर नया बदलाव
एटीएम से पैसे निकालने पर लगने वाला शुल्क बढ़ाने जा रहा है। एक महीने में शुल्क मुक्ति ट्रांजैक्शन लिमिट पर होने के बाद प्रत्येक ट्रांजैक्शन पर शुल्क में ₹2 की वृद्धि की जा रही है।
नई बढ़ोतरी लागू होने पर शुल्क मुक्ति ट्रांजैक्शन लिमिट खत्म होने के बाद प्रत्येक ट्रांजैक्शन पर ₹23 का चार्ज वसूला जाएगा।कोई भी ग्राहक 1 महीने में अपने बैंक के एटीएम से बिना किसी शुल्क के पांच ट्रांजैक्शन कर सकता है।
वहीं दूसरी ओर अगर आप दूसरे बैंक के एटीएम का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप मेट्रो सिटी में 1 महीने में अधिकतम 3 से गैर मेट्रो शहर में पांच ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
खातों में मिनिमम बैलेंस को लेकर नियम
जनधन सहित कई योजनाओं के खाते में लोग बैलेंस नहीं रखते हैं। अब इन खातों में बचत खातों में भी बैलेंस रखना अनिवार्य होगा। अब बचत खाते में यदि मिनिमम बैलेंस नहीं रखते हैं तो आपको जुर्माना देना होगा।
सबसे खास बात यह है कि यह जुर्माना राशि शहरी व ग्रामीण शाखों में अलग-अलग रखी जाएगी इसलिए जानकारी खाता धारकों को अपने बैंक से लेनी होगी साथ ही उसी के अनुसार अपने खातों में मिनिमम रकम रखना होगा।
यूपीआई के इंसेंटिव मोबाइल नंबर
यूपीआई पेमेंट सर्विस से जुड़ा नया नियम 1 अप्रैल से लागू किया जा रहा है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया ने धोखाधड़ी रोकने के लिए डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफार्म पर नया उपलब्ध मोबाइल नंबर रेवोकेशन लिस्ट का उपयोग करने को कहा है इसके द्वारा बैंक को और भुगतान सेवा प्रदाताओं को 31 मार्च से पहले अपने डेटाबेस को अपडेट करना होगा। जिससे इन एक्टिव या बदले हुए मोबाइल नंबर को हटाया जा सके।
डिजिटल बैंकिंग में बढ़ेगा AI का उपयोग
बैंकों में डिजिटल सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अधिक इस्तेमाल किया जाएगा। अब टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पावर्ड चाटबॉट्स के जरिए बैंकिंग सेवाएं ज्यादा सुरक्षित और आसन की जाएगी।
नई टैक्स नियम लागू होंगे
अब से नया टैक्स सिस्टम डिफॉल्ट होगा। यदि कोई ग्राहक पुरानी कर पुरानी 80 के के तहत का लाभ लेना चाहता है तो उसे अलग से चुनना होगा।