Police Corruption : भोपाल में पुलिसकर्मियों की रिश्वतखोरी का खुलासा, फर्जी कॉल सेंटर मामले में बड़ी कार्रवाई
भोपाल में एक थाने के प्रभारी निरीक्षक और चार पुलिसकर्मियों को फर्जी कॉल सेंटर मामले की जांच रोकने के लिए रिश्वत लेने के आरोप में सस्पेंड किया गया है। जानिए पूरी कहानी।
- शिकायत मुख्य आरोपी के रूप में न बताने के लिए
- पुलिस कर्मियों को पकड़ने के प्रयास जारी
- रिश्वत देने वाले व्यक्ति को पकड़ने के प्रयास जारी
Police Corruption : भोपाल में फर्जी कॉल सेंटर के मामले की जांच को रोकने के लिए रिश्वतखोरी में शामिल हुए आरोप में एक थाने के प्रभारी निरीक्षक (SHO) के साथ चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस पर पुलिस ने बयान दिया है कि आरोपी पुलिसकर्मियों में से एक के पास से कथित रूप से रिश्वत के तौर पर ली गई पांच लाख रुपये की राशि जप्त हुई है।
शिकायत मुख्य आरोपी के रूप में न बताने के लिए
पुलिस की माने तो रघुवंशी ने तीन अन्य आरोपी पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर एक व्यक्ति का नाम शिकायत में मुख्य आरोपी के रूप में न बताने के लिए 25 लाख रुपये में सौदा किया था।और यह आरोपी देशभर में कई लोगों को ठगने वाला फर्जी कॉल सेंटर चलाता था। पुलिस ने 23 फरवरी को फर्जी कॉल सेंटर का पर्दा पाश कर दिया है।लेकिन शिकायत में उस व्यक्ति का नाम नहीं लिखा।
पुलिस कर्मियों को पकड़ने के प्रयास जारी
पुलिस ने यह भी कहा है कि आरोपी पुलिस कर्मियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। भोपाल (जोन 1) की अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रश्मि अग्रवाल दुबे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से पुष्टि की है कि बुधवार देर रात ऐशबाग थाने के एसएचओ जितेंद्र गढ़वाल, सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) पवन रघुवंशी और मनोज सिंह तथा प्रधान आरक्षक धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा
यदि पुलिस की मानें तो मप्र के टीकमगढ़ जिले के अंशुल जैन नामक व्यक्ति ने जो दावा किया गया उसके तौर पर रिश्वत की पहली किस्त पांच लाख रुपये का भुगतान किया था। उस पर भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।
रिश्वत देने वाले व्यक्ति को पकड़ने के प्रयास जारी
वहीं रिश्वतखोरी को लेकर शिकायत मिलने और ASI रघुवंशी के घर से पांच लाख रुपये बरामद होने के बाद चारों पुलिसकर्मियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा है कि चारों आरोपी पुलिसकर्मियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पुलिस उपायुक्त प्रियंका शुक्ला ने कहा है कि चारों आरोपी पुलिसकर्मियों और रिश्वत देने वाले व्यक्ति को पकड़ने के प्रयास भी जारी है।
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