MP Weather Update Today : मध्यप्रदेश में शीतलहर का कहर 1956 रिकॉर्ड ठंड 20 जिलों में कोल्ड वेव का अलर्ट, 6 जिलों में बर्फ जमने का अनुमान

भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर, शाजापुर, सीहोर, रायसेन और अन्य प्रमुख जिले शामिल हैं। इन जिलों में तापमान में भारी गिरावट आई है, और आने वाले दिनों में और भी ठंड पड़ने का अनुमान है। 

MP Weather Update Today : मध्यप्रदेश इस समय भीषण सर्दी और शीतलहर की चपेट में है। दिसंबर की शुरुआत से ही प्रदेश में तापमान लगातार गिरता जा रहा है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। शीतलहर के कारण राज्य के कई हिस्सों में तापमान 3 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया है। भोपाल और जबलपुर जैसे प्रमुख शहरों में भी शीतलहर का असर देखने को मिल रहा है।

मध्यप्रदेश में शीतलहर का अलर्ट

मध्यप्रदेश में ठंड का दौर 1 दिसंबर से शुरू हो गया था और यह अब तक जारी है। मौसम विभाग ने 20 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। इनमें भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर, शाजापुर, सीहोर, रायसेन और अन्य प्रमुख जिले शामिल हैं। इन जिलों में तापमान में भारी गिरावट आई है, और आने वाले दिनों में और भी ठंड पड़ने का अनुमान है।

विशेष रूप से 6 जिलों में बर्फ जमने का भी खतरा जताया गया है। इनमें शाजापुर, सीहोर, आगर-मालवा, रायसेन, छतरपुर और मंडला शामिल हैं। इन इलाकों में तापमान इतना गिर सकता है कि बर्फ़ जमने की स्थिति भी बन सकती है।

पचमढ़ी में रिकॉर्ड ठंड 

मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थल पचमढ़ी में हालात और भी अधिक गंभीर  हो गए हैं। रविवार रात को पचमढ़ी का न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान था। शहडोल के कल्याणपुर में भी तापमान 2.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। यह उन स्थानों में से एक है जहाँ पहाड़ी इलाका होने के कारण ठंड अधिक महसूस की जाती है।

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भोपाल और जबलपुर में भीषण ठंड

भोपाल में शीतलहर का असर बहुत ही गंभीर रूप में देखा जा रहा है। 58 साल बाद, भोपाल में दिसंबर महीने का तापमान इतना कम हुआ। रविवार-सोमवार की रात को यहां का तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह 1956 में रिकॉर्ड किए गए तापमान के बराबर है। अगर तापमान 0.3 डिग्री और घटता तो यह नया रिकॉर्ड बन जाता।

इससे पहले, जबलपुर और ग्वालियर जैसे प्रमुख शहरों में भी तापमान 5 डिग्री सेल्सियस के आसपास रिकॉर्ड किया गया है। इस समय जबलपुर में तापमान 5 डिग्री, उज्जैन में 7.5 डिग्री और ग्वालियर में भी 5 डिग्री तक गिर चुका है। अन्य शहरों में भी अधिकतम तापमान में गिरावट देखी जा रही है, जो सामान्य से कहीं नीचे है।

स्कूलों में समय बदला

कोल्ड वेव के चलते कुछ शहरों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। इंदौर, भोपाल और ग्वालियर जैसे प्रमुख शहरों में बच्चों को ठंड से बचाने के लिए स्कूलों का समय बदल दिया गया है।

नेशनल पार्क और चिड़ियाघरों में हीटर लगाए

मध्यप्रदेश में कई चिड़ियाघर और नेशनल पार्क हैं, जहाँ पर्यटकों की भारी तादाद रहती है। इन पार्कों और चिड़ियाघरों में जानवरों के लिए ठंड से बचाव के विशेष उपाय किए गए हैं। यहाँ जानवरों को गर्म रखने के लिए हीटर लगाए गए हैं।

ठंड से मामूली राहत की उम्मीद

मौसम विभाग ने सोमवार को कुछ राहत की उम्मीद जताई थी, और कहा कि मंगलवार के बाद शीतलहर का असर कम हो सकता है। हालांकि, ठंड का असर समाप्त होने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, ठंड में मामूली राहत मिलने के बावजूद, प्रदेश के कुछ हिस्सों में तापमान बहुत कम रहेगा और शीतलहर का असर अगले कुछ दिनों तक महसूस किया जाएगा।

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 ठंड से बचने के लिए उपाय

  • गर्म कपड़े पहनें:- ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनना बेहद जरूरी है। स्वेटर, ऊनी जैकेट, दुपट्टा, टोपी और दस्ताने पहनने से शरीर में गर्मी बनी रहती है।
  • खुद को गर्म रखें:- अगर आप बाहर जा रहे हैं तो अपने शरीर को गर्म रखने के लिए जैकेट या ऊनी कपड़े पहनें और अंदर भी हीटर का उपयोग करें। घर में गरम पानी से स्नान करें।
  • स्वास्थ्य का ध्यान रखें:- ठंड में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में गर्म पानी में नींबू और शहद डालकर पीने से शरीर में इम्युनिटी बढ़ती है।
  • गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतें:-ठंड में सड़क पर धुंध बढ़ जाती है, जिससे गाड़ी चलाना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में धीमी गति से गाड़ी चलाएं और पैदल चलते समय भी सतर्क रहें।

मध्यप्रदेश में इस समय शीतलहर का कहर देखने को मिल रहा है, और यह अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है। इस दौरान तापमान में और गिरावट हो सकती है, जिससे लोगों को परेशानी हो सकती है। मौसम विभाग की ओर से राहत की उम्मीद जताई गई है, लेकिन इस ठंड से बचाव के लिए राज्य सरकार और नागरिकों को सतर्क रहना होगा।

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