मध्यप्रदेश में गेहूं की खरीदी को लेकर बड़ा अपडेट,17 मार्च से गेहूं खरीदी शुरु,लापरवाही करने वालों पर होगी कार्यवाही

उपार्जन केंद्रों पर किसानों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।यदि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही की जाती है

  • किसानों की पंजीयन की प्रक्रिया पहले ही शुरू
  • उपार्जन उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित करें
  • 2 लाख 91 हजार से अधिक किसानों ने गेहूं उपार्जन

MP MSP Gehu Kharidi : मध्यप्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए गेहूं उपार्जन की तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश जारी कर दिए है। उन्होंने बताया है कि उपार्जन केंद्रों पर किसानों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।यदि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही की जाती है तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

किसानों की पंजीयन की प्रक्रिया पहले ही शुरू

देश के कई क्षेत्रों में गेहूं की कटाई का काम शुरू किया जा चुका है।ऐसे में किसान समय पर अपनी उपज बेचकर नए सीजन की फसलों की तैयारी शुरू कर सकें। इसके लिए सरकार द्वारा गेहूं की खरीद का काम जल्द ही शुरू होगा। मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य  पर गेहूँ ख़रीदने के लिए तारीखों की घोषणा कर दी है।इसके लिए किसानों की पंजीयन की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी गई है।

उपार्जन उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित करें

मंत्री राजपूत ने निर्देश मंत्रालय में रबी उपार्जन नीति की समीक्षा बैठक के दौरान बताया है कि उपार्जन केंद्रों पर किसानों के लिए छाया, पीने का पानी, प्रतीक्षा कक्ष, दरियां, टेबल, कुर्सी और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। साथ ही, समिति स्तर पर बिजली, हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन और इलेक्ट्रॉनिक उपार्जन उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

गेहूँ खरीदी का कार्य 1 मार्च से प्रारंभ

मध्य प्रदेश में इंदौर, उज्जैन, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में गेहूँ खरीदी का कार्य 1 मार्च से प्रारंभ होने जा रहा है।जो 18 अप्रैल तक पूर्ण किया जाएगा।वहीं शेष संभागों में 17 मार्च से 5 मई 2025 तक गेहूँ खरीदी का कार्य उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से किया जाएगा।

समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए किसानों के पंजीयन की प्रक्रिया 20 जनवरी से शुरू हो गई है।जो 31 मार्च 2025 तक जारी रहेगी। ऐसे में जिन किसानों ने गेहूं बेचने के लिए पंजीयन किया है।वे स्लॉट बुक करके अपनी उपज बेच सकेंगे।

_Gehu Kharidi
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गेहूं बेचने के लिए होगी स्लॉट बुकिंग

मंडी में गेहूं बेचने में किसानों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए सरकार ने स्लॉट बुकिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की है। रबी उपार्जन नीति 2025-26 के प्रावधान अंतर्गत कृषक गेहूं बेचने के लिए अपनी सुविधा अनुसार स्लॉट बुकिंग कर सकते हैं।

बुकिंग दिनांक से आने वाले 7 दिनों के अंदर फसल विक्रय कर ऑनलाइन  बिल बनवाना होगा, बिल की तारीख निकलने के बाद पोर्टल पर बिल नहीं बनेगा। बिना स्लॉट बुकिंग के किसान अपनी उपज उपार्जन केंद्र पर ना ले जायें।

2 लाख 91 हजार से अधिक किसानों ने गेहूं उपार्जन

मध्य प्रदेश के प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण रश्मि अरुण शमी ने कहा है  कि अभी तक 2 लाख 91 हजार से अधिक किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन कराया है।मध्यप्रदेश में 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है।गेहूँ उपार्जन में स्लॉट बुकिंग के लिए लघु और सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी।

अधिकारी-कर्मचारियों पर गिर सकती है गाज

उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने ने रबी उपार्जन की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि रबी विपणन वर्ष 2025-26 के गेहूँ उपार्जन की अवधि के दौरान उपार्जन केन्द्रों पर आने वाले किसानों के लिए सभी पर्याप्त सुविधाएं होनी चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही मिलने पर उपार्जन कार्य से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों पर गाज गिरने वाली है।

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