MP Board Exam 2025 : 18 लाख परीक्षार्थियों पर स्मार्ट निगरानी रखकर ली जाएगी 10वीं और 12वीं की परीक्षा

आगामी परीक्षा, जो 24 फरवरी 2025 से शुरू हो रही है, में पारदर्शिता और नकल पर कड़ी निगरानी रखने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा।

  • नकल पर कड़ी निगरानी रखने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा।
  • एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 18 लाख छात्र शामिल होंगे।
  • ऐप के माध्यम से ऑनलाइन ट्रैक किया जाएगा।

MP Board Exam 2025 : मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (एमपी बोर्ड) इस बार अपनी 10वीं और 12वीं की परीक्षा में एक बड़ा बदलाव लाने जा रहा है। आगामी परीक्षा, जो 24 फरवरी 2024 से शुरू हो रही है, में पारदर्शिता और नकल पर कड़ी निगरानी रखने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा।

राज्य में पहली बार परीक्षा के हर पहलू की निगरानी ऑनलाइन ऐप के माध्यम से की जाएगी, ताकि नकल पर पूरी तरह से काबू पाया जा सके और परीक्षा के परिणाम निष्पक्ष रहें।

परीक्षा मे क्या है नया बदलाव?

इस बार परीक्षा की निगरानी में कई तकनीकी सुधार किए गए हैं। खासकर, प्रश्न पत्र के वितरण से लेकर परीक्षा केंद्रों तक की पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन ट्रैक किया जाएगा। सभी अधिकारी और कर्मचारी, जिनकी परीक्षा के संचालन में भूमिका है, उन्हें एक विशेष ऐप डाउनलोड करना होगा।

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प्रश्न पत्र की लोकेशन ट्रैकिंग: – पुलिस स्टेशन से लेकर परीक्षा केंद्रों तक प्रश्न पत्र का ट्रैकिंग होगा। हर बंडल की लोकेशन की एंट्री की जाएगी और हर स्टेप पर ऐप के जरिए मॉनिटरिंग की जाएगी।

कलेक्टर प्रतिनिधि की तैनाती:- कलेक्टर प्रतिनिधि पुलिस स्टेशन से प्रश्न पत्र निकालने और उसे परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने की पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे।

सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे : संवेदनशील और अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे नकल करने वालों पर कड़ी नजर रखी जा सके।

उड़नदस्तों की टीम बनाए जाएंगे

इस बार नकल पर काबू पाने के लिए प्रशासन की ओर से उड़नदस्तों की टीम बनाई जाएगी। हर जिले में प्रशासन, माशिमं (माध्यमिक शिक्षा मंडल), संयुक्त संचालक और जिला शिक्षा अधिकारी की टीम बनेगी, जो नकलचियों पर निगरानी रखेंगी। यह उड़नदस्ते विकासखंड और जिले स्तर पर तैनात होंगे, ताकि परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।

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18 लाख छात्र शामिल होंगे

इस साल एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 18 लाख छात्र शामिल होंगे। परीक्षा के लिए करीब 4,000 केंद्र बनेंगे, जिनमें 600 सेंटर संवेदनशील माने गए हैं। इन केंद्रों पर खास निगरानी रखी जाएगी।

ऑनलाइन निगरानी से पारदर्शिता बढ़ेगी

माशिमं के सचिव केडी त्रिपाठी ने कहा कि इस बार परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए पूरी प्रक्रिया को ऐप के माध्यम से ऑनलाइन ट्रैक किया जाएगा। कंट्रोल रूम भी बनाए जाएंगे, जिससे हर जिले की परीक्षा व्यवस्था पर नजर रखी जाएगी।

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