ममता शर्मसार: मासूम की जिंदगी खतरे में, रेंजर बना देवदूत

जंगल के किनारे चल रही थी दर्दनाक घटना, लेकिन रेंजर की सूझबूझ ने बचा ली बच्ची की जान 

  • जंगल में गूंजती चीखें, ममता शर्मसार – कैसे एक बहादुर रेंजर ने मासूम की जान बचाई
  •  महिला ने बच्ची को मारने की कोशिश की, बचाने वाले पर किया हमला 
  • मासूम को अस्पताल में भर्ती कराया गया, डॉक्टर बोले – अब वह पूरी तरह सुरक्षित 

shocking news : होली के दिन ही एक चौंकाने वाली घटना सामने आई थी, जब चौरई गांव के दो लोग थाने पहुंचे और बताया कि बस स्टैंड पर कई दिनों से एक महिला अपनी बच्ची के साथ रह रही है। वो बच्ची के साथ मारपीट भी करती थी। स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा से बच्ची को अपने घर में रख लिया, लेकिन अगले ही दिन महिला उसे लेकर गायब हो गई।

अब, वही महिला जिले के तारा देही मार्ग पर जंगल के किनारे अपनी तीन साल की मासूम बेटी का गला दबाने की कोशिश कर रही थी। तभी संयोग से वहां से गुजर रहे तारा देही के रेंजर देवेंद्र गुर्जर की नजर बच्ची पर पड़ी। उन्होंने तुरंत गाड़ी रोकी और बच्ची को बचाने के लिए दौड़ पड़े।

जब रेंजर ने बच्ची को महिला से छुड़ाने की कोशिश की, तो महिला गुस्से में उन पर ही हमला कर बैठी। उसने रेंजर की वर्दी तक फाड़ डाली, लेकिन रेंजर ने हार नहीं मानी और बच्ची को किसी भी हालत में बचाने का फैसला कर लिया।

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बाद में उन्होंने तुरंत तेंदूखेड़ा टीआई विजय अहिवाल को पूरी घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला को हिरासत में ले लिया।

महिला अपना नाम लक्ष्मी और पति का नाम अशोक बता रही है, लेकिन वह कहां की रहने वाली है, इसका कोई  जवाब नहीं दे पा रही है। इसी बीच, किरण अहिरवार नाम की एक महिला थाने पहुंची और बच्ची को गोद लेने की इच्छा जताई।

फिलहाल, बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे पूरी तरह स्वस्थ बताया। वहीं, महिला बाल विकास विभाग की टीम अब इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।

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