1988 से बिछड़े दो दोस्त,मिले 2025 के महाकुंभ में,महिला और पुरुष मित्र का नहीं रहा खुशी ठिकाना,बताए अपने जमाने के दोस्ती के किस्से
फायर ऑफिसर संजीव कुमार सिंह को उनकी स्कूल की पुरानी दोस्त महाकुंभ में मिल गई 36 साल बाद अपनी दोस्त रश्मि गुप्ता से मिलने के बाद उन्होंने वीडियो में कहां है।
- सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
- संजीव रश्मि से बातचीत करते हुए
- टीचर है इसलिए मेच्योर है
Mahakumbh video Viral : कहते हैं कि महाकुंभ में जो एक बार बिछड़ता है वह दोबारा नहीं मिलता है। जैसा की फिल्मों में दिखाया जाता है। कि सालों पहले कोई बिछड़े लोग महाकुंभ मेले में आकर मिल जाते हैं।ऐसी ही एक असली घटना हुई है।जिसमें एक पुलिस कर्मी के साथ ऐसा हुआ है। जिसमें फायर ऑफिसर संजीव कुमार सिंह 1988 के बाद अपनी क्लास में रश्मि से प्रयागराज महाकुंभ 2025 में मिले हैं।
जिसमें महाकुंभ में ड्यूटी कर रहे फायर ऑफिसर संजीव कुमार सिंह को उनकी स्कूल की पुरानी दोस्त महाकुंभ में मिल गई 36 साल बाद अपनी दोस्त रश्मि गुप्ता से मिलने के बाद उन्होंने वीडियो में कहां है। वो अब वह सोशल मीडिया पर जमकर वायरल वायरल हो रहा है।
संजीव रश्मि से बातचीत करते हुए
वायरल हुए वीडियो में संजीव रश्मि से बातचीत करते हुए देख रहे हैं। वह उनसे पूछते हैं कि महाकुंभ की व्यवस्था कैसी है। इस पर रश्मि जो लखनऊ के एक कॉलेज में टीचर हैं वह कहती हैं। की व्यवस्था बहुत अच्छी है
साथ ही उनके दोस्त संजीव की मदद से उन्हें और सहूलियत भी हुई है।साथ ही रश्मि रहती है कि संजीव स्कूल में काफी अंतर्मुखी छात्र था। लेकिन अब उसकी पर्सनालिटी काफी अच्छी हो गई है और वह काफी स्मार्ट लग रहे हैं।
उम्र 55 साल से अधिक
इस बात पर मजाक करते हुए संजीव कहते हैं कि अब तो उम्र 55 साल की हो गई है। अगर स्कूल टाइम में भी आप और अन्य लड़कियों ने यह बात कही होती तो हमारा समय बहुत ही ज्यादा अच्छा गुजरता उसे वक्त उन्होंने हमें जरा भी घास नहीं डाली हमें भैरव बाबा का भूत पिशाच समझती थी। इनका गैंग नमस्ते गुड मॉर्निंग का भी जवाब नहीं देता था।अब यह हमारी तारीफ कर रही हैं जो की साफ-साफ झूठी है कोई नहीं मैं झूठी तारीफ भी स्वीकार कर लेता हूं।
टीचर है इसलिए मेच्योर है
रश्मि रहती है की उम्र के साथ मेच्योरिटी ए ही जाती है। अब समझ आता है कि क्या अच्छा है और क्या खराब है। लेकिन संजीव इस पर भी अपनी खींची जारी रखते हैं और कहते हैं कि हम तो अभी भी बुद्धू ही हैं। लेकिन यह टीचर है। इसलिए मेच्योर है इसलिए हम उनकी यह बात भी मानते हैं। खैर इतने साल बाद महाकुंभ में मुलाकात हुई थी।लेकिन इस मुलाकात में भी इन्होंने इतनी मोहब्बत से हमें जलील कर दिया है कि टीचर की इसी अदा पर हम फिदा है।
फायर ऑफिसर संजीव कुमार सिंह 1988 के बाद अपनी क्लासमेट रश्मि से प्रयागराज महाकुंभ में मिले। पूरी चर्चा सुनिए ❤️ pic.twitter.com/xZqAgb6sl3
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) February 25, 2025
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
यह वीडियो देखते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया इस वीडियो में दो दोस्तों की बातचीत बताई गई है। वीडियो को अब तक लाखों लोग देख चुके हैं। वीडियो पर काफी प्रतिक्रिया और एक यूजर ने तो यह भी कहा है की देखिए “कुंभ आते ही बंदी को नंबर मिल गया साहब का कुंभ का चमत्कार है या आवश्यकता” का दूसरे ने कहा है कि “लोग को मैं बिछड़ते थे यहां मुलाकात हो रही है हर हर गंगे”
तीसरी यूज़र ने कमेंट किया है “बिछड़े हुए सा पार्टी कुंभ मेले में मिले यह भी एक चमत्कार से काम नहीं है “और एक अन्य ने कहा है कि चाचा चौधरी का दिमाग कंप्यूटर से तेज चल रहा होगा। लेकिन यह 2025 है वैसे कोई भी खूबसूरत नॉस्टैल्जिया आदमी के चेहरे पर ठहराव के साथ सुकून और मुस्कान बिखेरी देता है।संजीव जी अपने लिए 10 साल का ऑक्सीजन साथ ले जा रहे हैं।महाकुंभ का सादगी की भरा वीडियो।