रेलवे ने भीड़ के कारण कई ट्रेनों को किया रद्द,यात्रियों की बढ़ी परेशानी
महाकुंभ के मद्देनजर रेलवे ने भीड़ नियंत्रण के तहत कई ट्रेनें रद्द की, श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने से यात्रियों को हुई असुविधा
- महाकुंभ के दौरान रेलवे ने बढ़ती भीड़ के चलते पांच जोड़ी ट्रेनों को रद्द किया।
- 28 फरवरी तक चलने वाली यह ट्रेनों की रद्दीकरण से यात्रा प्रभावित होगी।
- ताज एक्सप्रेस भी 5 मार्च तक रद्द कर दी गई है।
- रेलवे ने बढ़ती भीड़ के कारण ट्रेनें रद्द की
Mahakumbh Train Cancellled 2025 : महाकुंभ के इस अंतिम दौर में, जब लाखों श्रद्धालु प्रयागराज में डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं, रेलवे ने ट्रेन संचालन को लेकर कुछ निर्णय लिए हैं।जब श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हो गई है और भीड़ नियंत्रण की आवश्यकता महसूस हुई है,
तब रेलवे ने ग्वालियर से होकर चलने वाली पांच जोड़ी पैसेंजर और मेमू ट्रेनों को रद्द करने का फैसला लिया है। इस फैसले के कारण उन यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जो इन ट्रेनों से यात्रा करने वाले थे।
महाकुंभ के दौरान यात्रियों की संख्या में तेज वृद्धि
महाकुंभ खत्म होने में अब चंद ही दिन बाकी हैं और महाशिवरात्रि पर फिर से लाखों श्रद्धालु अपने घरों से प्रयागराज के लिए निकलेंगे। रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ देखी जा रही है, खासकर उन इलाकों से जिनसे श्रद्धालु प्रयागराज जाने के लिए ट्रेनों का सहारा ले रहे हैं।
भिंड, इटावा, मुरैना, कैलारस, जौरा, डबरा, दतिया और शिवपुरी जैसे इलाकों से बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज के लिए यात्रा कर रहे हैं। रविवार को करीब साढ़े चार हजार यात्रियों ने स्टेशन पर पहुंचकर दो स्पेशल ट्रेनों के जरिए अपनी यात्रा शुरू की। इसके बावजूद रेलवे को भीड़ प्रबंधन में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
ट्रेन रद्द करने का फैसला
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की बढ़ती संख्या और ट्रेनों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एक जरूरी कदम उठाया। एक दिन पहले ही जिन पांच जोड़ी ट्रेनों को बहाल किया गया था, उन्हे भी अब रद्द कर दिया गया है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह निर्णय परिचालन कारणों से लिया गया है। इन ट्रेनों की रद्दीकरण की वजह से आगरा, झांसी, भिंड और इटावा जाने वाले यात्रियों को समस्या का सामना करना पड़ेगा। यह ट्रेने 28 फरवरी तक निरस्त रहेंगी।
जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है, उनमें प्रमुख हैं:
- ग्वालियर-इटावा पैसेंजर (ट्रेन संख्या 51887-51888)
- ग्वालियर-बिंद पैसेंजर (ट्रेन संख्या 51889-51890)
- ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी (ट्रेन संख्या 12197-12198)
ग्वालियर इंटरसिटी और ग्वालियर के बीच चलने वाली मेमू ट्रेनें
इसी तरह, ग्वालियर से इटावा के लिए चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन (64633-64634) भी रद्द कर दी गई है। इसके साथ ताज एक्सप्रेस भी जो झांसी से नई दिल्ली के बीच चलती थी, उसे 5 मार्च तक रद्द किया गया है। यह सभी निर्णय रेलवे प्रशासन ने यात्री सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिए हैं।
देर से चलने वाली ट्रेनों की दिक्कतें
जिन ट्रेनों का संचालन हो रहा है, उनमें भी भारी देरी हो रही है। उदाहरण के तौर पर, ग्वालियर से प्रयागराज होकर बनारस जाने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस को शनिवार रात नौ बजे रवाना होना था,
लेकिन तकनीकी कारणों या अन्य कारणों से यह ट्रेन करीब 7:45 घंटे की देरी से सुबह 4:50 बजे रवाना हो पाई। दूसरी ओर, बनारस से प्रयागराज होकर ग्वालियर आने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस रविवार को लगभग साढ़े 12 घंटे की देरी से ग्वालियर पहुंची।
इसका असर अब रविवार रात को चालू होने वाली ट्रेन पर पड़ रहा है। यदि ट्रेन समय पर चली होती, तो वही रैक रविवार रात को ग्वालियर से रवाना होकर सोमवार सुबह अपने गंतव्य पर पहुंच पाती। लेकिन अब यह ट्रेन भी देरी से रवाना होने के कारण यात्री को परेशानी का सामना करेगी।
यात्रियों को सलाह
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे ट्रेनों के समय और स्थिति की जानकारी रेलवे की वेबसाइट या अन्य ऑफिशियल चैनल्स से प्राप्त करें। इसके अलावा, जो ट्रेनें रद्द हो चुकी हैं,
उनके यात्रियों को वैकल्पिक ट्रेनों में यात्रा करने के लिए कहा जा रहा है। रेलवे का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को सुनिश्चित करना है, लेकिन महाकुंभ के दौरान ट्रेनों की अत्यधिक भीड़ को संभालना एक बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य है।
महाकुंभ का असर पूरे क्षेत्र पर
महाकुंभ के दौरान रेलवे द्वारा रद्द की गई ट्रेनों का असर न केवल यात्रियों पर पड़ा है, बल्कि आसपास के इलाकों और शहरों में भी यातायात और सार्वजनिक सेवाओं पर भी दबाव देखा जा रहा है।
ट्रेन रद्द होने से अन्य यात्री वाहनों की संख्या भी बढ़ सकती है, जिससे सड़क पर भी भारी जाम लग सकता है। प्रशासन और पुलिस को यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए अतिरिक्त कदम उठाने होंगे।
महाकुंभ के इस अंतिम चरण में, रेलवे के द्वारा की गई यह कार्रवाई यात्री सुविधा को प्राथमिकता देने की दिशा में है। जबकि कुछ यात्रियों को असुविधा हो रही है,
लेकिन यह निर्णय सभी की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। यात्री सलाह दी जाती है कि वे रेलवे द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी यात्रा से पहले ट्रेनों के रूट और समय की जानकारी प्राप्त करें।
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