लोकायुक्त ने 10% रिश्वत लेते जनपद सीईओ रंगे हाथ पकड़े गए,20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार
जनपद पंचायत कार्यालय में उनकी ग्राम पंचायत के कई कार्यों का भुगतान लंबित था, साथ ही कुछ नए कार्यों को स्वीकृत करवाने के लिए सीईओ ने उनसे रिश्वत की मांग की थी।
- सागर लोकायुक्त टीम की बड़ी कार्यवाही
- नए कार्यों को स्वीकृत करवाने के बदले 10% रिश्वत की मांग की थी
- जनपद सीईओ ,20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार
Sagar Lokayukta Police : दमोह जिले के पटेरा जनपद पंचायत कार्यालय में एक बड़ी रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत कुटरी के सरपंच रामकुमार मिश्रा ने सीईओ भूर सिंह रावत पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
आरोप है कि सीईओ ने ग्राम पंचायत के कार्यों के भुगतान और नए कार्यों को स्वीकृत करवाने के बदले 10% रिश्वत की मांग की थी। सोमवार, 24 दिसंबर 2024 को उप पुलिस अधीक्षक मंजू सिंह के नेतृत्व में एक ट्रैप कार्रवाई के तहत सीईओ भूर सिंह रावत को 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
लोकायुक्त ने रंगे हाथ पकड़ा
सरपंच रामकुमार मिश्रा ने बताया कि जनपद पंचायत कार्यालय में उनकी ग्राम पंचायत के कई कार्यों का भुगतान लंबित था, साथ ही कुछ नए कार्यों को स्वीकृत करवाने के लिए सीईओ ने उनसे रिश्वत की मांग की थी।
सीईओ ने 20,000 रुपये की रिश्वत देने के लिए दबाव डाला था, जिसके बाद सरपंच ने इसकी सूचना सागर लोकायुक्त को दी। इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए उप पुलिस अधीक्षक मंजू सिंह के नेतृत्व में एक ट्रैप दल का गठन किया गया।
रिश्वत लेने के बाद आरोपी गिरफ्तार
दिनांक 24 दिसंबर 2024 को निर्धारित समय पर सीईओ भूर सिंह रावत ने 20,000 रुपये की रिश्वत स्वीकार कर ली। जैसे ही उन्होंने रिश्वत की राशि ली, पुलिस टीम ने तुरंत रंगे हाथ उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई में उप पुलिस अधीक्षक बी एम द्विवेदी, प्रधान आरक्षक महेश हजारी, आरक्षक सुरेंद्र सिंह, आशुतोष व्यास, राघवेंद्र सिंह, गोल्डी पासी और स्वतंत्र पंच साक्षी मौजूद थे।