Lokayukta Big Red : पंचायत सचिव के तीन ठिकानों पर लोकायुक्त की बड़ी छापा मार कार्यवाही आय से अधिक संपत्ति का मामला

इस छापेमारी में उज्जैन लोकायुक्त की टीम जिसका नेतृत्व डीएसपी राजेश पाठक कर रहे है ।

  • 5 बजे लोकायुक्त की एक दर्जन से ज्यादा अफसरों की टीम ने दी दविस
  • लोकायुक्त की टीम ने उनके घर, दुकान और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की।
  • मुरलीधर शर्मा की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हो सकता है।

Lokayukta Big Red: मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के आष्टा में आज लोकायुक्त पुलिस ने एक बड़ी छापेमारी की है, जिसे लेकर पूरे क्षेत्र में हलचल मची हुई है। पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा के खिलाफ चल रही आय से अधिक संपत्ति की जांच के तहत लोकायुक्त की टीम ने उनके घर, दुकान और अन्य ठिकानों पर अलसुबह छापेमारी की।

कब और कहां हुई छापेमारी

आज सुबह करीब 5 बजे लोकायुक्त की एक दर्जन से ज्यादा अफसरों की टीम ने आष्टा नगर में पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा के घर और दुकान पर दबिश दी। इस दबिश के दौरान लोकायुक्त टीम ने उनके  टैक्सटाइल्स ट्रेडर्स नामक दुकान और अन्य ठिकानों की तलाशी ली।

इससे पहले भी मुरलीधर शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगाए गए थे, और अब लोकायुक्त ने इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।

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इस छापेमारी में उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने प्रमुख भूमिका निभाई, जिसका नेतृत्व डीएसपी राजेश पाठक  कर रहे थे। यह कार्रवाई आष्टा के साथ-साथ कालापीपल ग्राम पंचायत और बामुलिया मुछाली में भी की गई है। फिलहाल, छापेमारी की कार्रवाई जारी है और इस दौरान दस्तावेजों की तलाशी ली जा रही है, जिससे मुरलीधर शर्मा की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हो सकता है।

आय से अधिक संपत्ति का मामला

लोकायुक्त की टीम ने यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की है। पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा के खिलाफ यह आरोप है कि उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी के दौरान अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित की है। हालांकि, इस छापेमारी के दौरान अभी तक संपत्ति का मूल्य और अन्य जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि लोकायुक्त की टीम इस मामले में बड़ी कार्यवाही कर सकती है।

Lokayukta Big Red
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इस तरह के मामलों में लोकायुक्त विभाग हमेशा सख्त कार्रवाई करता है, और यह पहली बार नहीं है जब किसी सरकारी कर्मचारी के खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई की जा रही हो। इससे पहले भी कई सरकारी कर्मचारी और अधिकारी भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत लोकायुक्त की जांच का सामना कर चुके हैं, और कई मामलों में उन्हें सजा भी हुई है। मुरलीधर शर्मा के खिलाफ भी इस प्रकार की छापेमारी यह साबित करती है कि लोकायुक्त भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और मजबूत कर रहा है।

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आगे की कार्रवाई जारी

लोकायुक्त की छापेमारी के दौरान जब दस्तावेजों की तलाशी ली जा रही है, तो यह संभव है कि और अधिक संपत्ति और वित्तीय गड़बड़ियों का खुलासा हो। लोकायुक्त टीम अब यह पता लगाएगी कि मुरलीधर शर्मा ने किस तरह से अवैध संपत्ति अर्जित की, और इसके पीछे कौन-कौन से लोग शामिल हो सकते हैं।

इस मामले में आगे की जांच और कार्रवाई में अधिक समय लग सकता है, लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस मामले में नई जानकारी सामने आएगी।

 

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