kisaan news : किसान के लिए अच्छी खबर सरकार ने लिया नया किसानो के हिट मे फैसला जानिए
धान उत्पादक किसानों को ₹2000 प्रति हेक्टेयर के मन से प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
- सोलराइज किया जाएगा 11 KV फीडर्स को
- अटल ग्रामीण सेवा सदन बनाया
- सिंचाई रकबा बढ़ने की स्थिति है
kisaan news : मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने किसानों के लिए एक बहुत बड़ा फैसला लिया है।जिसमें किसानों को लाभ मिलेगा मोहन सरकार ने बोला है। कि अब राज्य में धान उत्पादक किसानों को ₹2000 प्रति हेक्टेयर के मन से प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही सरकार ने 2030 तक कुल बिजली खपत में 50% हिस्से की पूर्ति करने का लक्ष्य लिया है। जिसमें सौर पवन और जल विद्युत के द्वारा यह लक्ष्य को पूरा किया जाएगा। इसके लिए सौर ऊर्जा को प्रोत्साहित किया जाएगा।
इसके साथ ही राज्य सरकार ने और भी कहे निर्णय लिए हैं। राज्य सरकार ने तय किया है कि 5 मेगा वाट तक सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने वालों से उत्पन्न बिजली खरीदी जाएगी। और इस परियोजना की लागत 30% अनुदान के लिए दी जाएगी। 2012 में राज्य में नवीन नवकरणीय ऊर्जा क्षमता 500 मेगावाट थी। लेकिन यह 7000 मेगावाट है जो प्रदेश की कुल ऊर्जा का 21% है।
सोलराइज किया जाएगा 11 KV फीडर्स को
11 किलोवाट फीडर्स को सनराइज किया जाएगा किसानों की मांगों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।इन्हीं सोलर प्लांट से भी जोड़ा जाएगा आप निजी सेक्टर भी निवेश कर सकते हैं।सरकार की तरफ से आपको मदद के रूप में प्रति मेगावाट 1 करोड़ दी जाएगी। लगभग प्रति मेगावाट 4 करोड़ का खर्च इस कार्य में आएगा। इसके बाद किसानों को दो दिन में बिजली पर्याप्त मात्रा में मिल जाएगी।
अटल ग्रामीण सेवा सदन बनाया
कैबिनेट बैठक में यह फैसला भी लिया गया है। कि ग्रामीण क्षेत्र की समस्या का जल्द ही समाधान निकालने के लिए अटल ग्रामीण सेवा सदन बनाया जाएगा कैबिनेट बैठक में 70% से अधिक जिलों में जन कल्याण सिविल लगाने की भी घोषणा की गई है। और सरकार की इस बात पर मोहर लग चुकी है। आयुष्मान कार्ड खसरा की फोटोकॉपी और किसानों के पंजीयन के काम भी इस शिविर के द्वारा ही किए जाएंगे।
सिंचाई रकबा बढ़ने की स्थिति
तीन बेतवा और पार्वती काली सिंह ने चंबल नदी परियोजना से सिंचाई रखवा बनाने का प्लान किया जा रहा है। इससे राज्य को 100% सिंचित क्षेत्र बनाया जाएगा।इससे सिंचाई बढ़ेगी।केन बेतवा और पार्वती काली सिंध चंबल नदी परियोजना में 90% राशि केंद्र को जाएगी और 10% राशि एमपी सरकार देगी।
घाट बनेगा शिप्रा नदी के किनारे
उज्जैन में कुंभ के लिए शिप्रा नदी के किनारे 29 किलोमीटर का घाट बनाया जाएगा और यह घाट शनि मंदिर से शुरू किया जाएगा। इस पर 771 करोड रुपए का खर्च होने वाला है।