kal ka mausam : मध्य प्रदेश में फिर 30 से अधिक जिलों में मावठे की बारिश और शीतलहर का अलर्ट

अगले कुछ दिनों तक मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि के साथ-साथ ठंड भी बढ़ेगी।

  • मध्य प्रदेश में फिर मावठे की बारिश शुरू
  • गरज-चमक और ओलावृष्टि की संभावना
  • मध्य प्रदेश के इन जिलों मे बारिश हो सकती है?

kal ka mausam : मध्य प्रदेश में इस वक्त मौसम का मिजाज अचानक बदल चुका है। हाल ही में आए नए वेदर सिस्टम की वजह से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मावठे की बारिश का दौर शुरू हो चुका है।

IMD (भारतीय मौसम विज्ञान विभाग) ने इस बारे में अलर्ट जारी किया है और कहा है कि अगले कुछ दिनों तक मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि के साथ-साथ ठंड भी बढ़ेगी।

मध्य प्रदेश में फिर मावठे की बारिश शुरू

मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार से मध्य प्रदेश के रीवा, जबलपुर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, सागर और अन्य क्षेत्रों में हल्की बारिश और कहीं-कहीं बूंदाबांदी के आसार हैं। शुक्रवार से ही इन क्षेत्रों में बादल घिरे हुए थे और तापमान में गिरावट आई थी, जिससे लोगों को ठंढ़ से कुछ राहत मिली है।

इसके अलावा, दिन और रात के तापमान में भी अंतर आया था । आईएमडी ने आगामी 48 घंटों में मध्य प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश, ओलावृष्टि और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई जा रही है।

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गरज-चमक और ओलावृष्टि की संभावना

मौसम वैज्ञानिक डॉ. सुप्रीत कुमार के अनुसार, ‘‘नए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के सक्रिय होने से उत्तरी और मध्य भारत के क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।’’ उन्होंने यह भी बताया कि शनिवार को कुछ हिस्सों में आंशिक बादल रह सकते हैं, जबकि कुछ जिलों में तेज बारिश हो सकती है। खासकर पश्चिमी मध्य प्रदेश में तेज बारिश और पूर्वी मध्य प्रदेश के मैदानी इलाकों में बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।

ग्वालियर, चंबल, भिंड, मुरैना, सागर और रीवा सहित 30 से अधिक जिलों में शनिवार और रविवार के बीच मावठे की बारिश की संभावना जताई गई है। इसके अलावा, इन जिलों में ओलावृष्टि भी हो सकती है, जो किसानों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है।

शीतलहर का खतरा, जनवरी में ठंढ़ में वृद्धि

मौसम विभाग का कहना है कि बारिश के बाद एक बार फिर प्रदेश में शीतलहर का खतरा बढ़ेगा। दिसंबर के अंत में जो ठंढ़ का दौर शुरू हुआ था, वही अब जनवरी के मध्य तक जारी रहेगा। IMD के मुताबिक, जनवरी के अंतिम सप्ताह में मध्य प्रदेश के तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। शीतलहर के कारण दिन और रात के तापमान में अंतर बढ़ेगा।

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इसके साथ ही घने कोहरे की स्थिति भी बनेगी, जैसा कि पिछले कुछ दिनों से ग्वालियर, चंबल, भिंड और मुरैना जिलों में देखा गया है। इन क्षेत्रों में पिछले 24 घंटों में घने कोहरे की स्थिति देखी गई है।

मध्य प्रदेश के इन जिलों मे बारिश हो सकती है?

मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश के सागर, रीवा, जबलपुर, मंडला, शहडोल, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल जैसे 30 से अधिक जिलों में शनिवार और रविवार को बारिश हो सकती है। बारिश के दौरान कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि  की संभावना भी जताई जा रही है। शुक्रवार को शहडोल जिले में सबसे कम तापमान रिकॉर्ड किया गया था, जहां पारा 2.8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था।

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